तनाव दूर करने में फायदेमंद है एरोमाथेरेपी, जानिए अन्य फायदे

एरोमाथेरेपी का इतिहास हजारों साल पुराना है। दुनियाभर की संस्कृति ने एरोमाथेरेपी को उसके विस्तृत गुणों के वजह से स्वीकार किया है। एरोमाथेरेपी को इस्तेमाल करने वाले कुछ प्रमुख देश हैं, जिनमे भारत, फ्रांस, इंग्लैंड, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका शामिल है। इसके अलावा भी ऐसे कई देश हैं, जहां एरोमाथेरेपी का अच्छी तरह से प्रयोग किया जाता है। एरोमाथेरेपी एक होलिस्टिक एप्रोच है, जिसमे व्यक्ति का पूरी तरह से इलाज किया जाता है।

एरोमा में हमारे शरीर को ठीक करने और हमारी भावनाओ को बदलने की ताकत होती है। यह केवल हमारे भौतिक शरीर का ही उपचार नहीं करती है, बल्कि हमारे मन की दशा को भी बेहतर बना देती है, क्योंकि एरोमा में हमारी भावनाओ और व्यवहार को प्रभावित करने के गुण होते हैं।

आमतौर पर जब व्यक्ति अरोमाथेरपिस्ट के पास जाता है, तो वह व्यक्ति से उसकी मेडिकल-हिस्ट्री, जीवन शैली, आहार और वर्तमान स्वास्थ्य के हालात के बारे में पूछता है। मरीज के शारीरिक और मानसिक रूप से जो अनुकूल हो उस उपचार का चयन किया जाता है। व्यक्ति के इलाज कराने की वजह और अन्य कई सम्बन्धित कारकों के आधार पर अरोमाथेरपिस्ट इलाज का प्रकार निर्धारित करते हैं। आइये Aromatherapy in Hindi और इसके फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं|
 

Aromatherapy in Hindi: क्या है एरोमाथेरेपी?

    एरोमाथेरेपी एक तरह की आकर्षक चिकित्सा होती है। इसमें अस्थिर पौधों के द्रव का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे आवश्यक तेल (एसेंशियल आयल) कहा जाता है। एरोमाथेरेपी का मुख्य आधार सिनर्जी होता है, जो कि कई आवश्यक तेलों का संयोजन होता है। यह एक तेल के आम प्रभाव की तुलना में बहुत ही शक्तिशाली प्रभाव उत्पन्न करता है।

विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य की बीमारी वाले मरीज इसे अपनी श्वास के साथ अंदर लेते है। एसेंशियल ऑयल्स में छोटे छोटे खुशबूदार अणु होता हैं, जो कि त्वचा के माध्यम से अवशोषित हो जाते हैं और साँस लेने में फेफड़ों में प्रवेश कर लेते हैं। ये चिकित्सीय घटक या अणु बाद में खून में प्रवेश कर पूरे शरीर में चले जाते हैं और अपने फायदेमंद चिकित्सीय गुणों को वितरित कर देते हैं|

क्योंकि यह बहुत ही कन्सेंट्रेट होते हैं और एसेंशियल आयल की थोड़ी सी मात्रा ही अच्छे परिणाम के लिए काफी है। आमतौर पर एरोमा को त्वचा में लगाने और श्वास के साथ इनहेल करने के अलावा इसे एक और तरीके से प्रयोग में लाया जाता है| वह है- Aerial Diffusion, अर्थात वायु में प्रसार करना। इस प्रक्रिया में तेल को हवा में भाप के रूप में प्रसार किया जाता है, जिसका उध्देश्य हवा को एक विशिष खुशबु देना होता है या उसे शुद्ध करना होता है।
 

Aromatherapy Benefits in Hindi: एरोमाथेरेपी के फायदे

 

तनाव से राहत

एरोमाथेरेपी का सबसे व्यापक और लोकप्रिय उपयोग तनाव के राहत के लिए किया जाता है। Essential Oil Benefits बहुत से हैं। कई तरह के एसेंशियल ऑयल्स में एरोमेटिक-कंपाउंड्स पाए जाते हैं, वो बहुत ही आरामदायक माना जाता है और यह मन को शांत करने और चिंता को दूर करने में मदद करते है। इसीलिए बहुत से लोग एरोमाथेरेपी को घर में ही प्रयोग कर लेते है, क्योंकि इसका मिश्रण बनाना बहुत ही आसान होता है।

तनाव को दूर करने के लिए कुछ अच्छे एसेंशियल ऑयल्स हैं- नीम्बू का तेल, लैवेंडर, बेर्गामोट, पुदीना, वेटिवेर और ylang ylang का तेल। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि निम्बू का तेल हमारे मूड में सुधार और क्रोध को कम करता है।
 

अनिंद्रा से राहत

पर्याप्त नींद न लेना या अनिंद्रा, एक बड़ी मुसीबत या बीमारी का कारण बन सकती है और हमे ऊर्जा-रहित कर सकती है। एरोमाथेरेपी के प्रयोग से हम अपनी नींद को संतुलित कर सकते है, ताकि हमारा शरीर काम करने के बाद उचित समय पर थके और रात में पर्याप्त नींद लेकर हम जब सुबह उठे तो ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करें। पर्याप्त और अच्छी नींद की आदत बढ़ाने, शरीर को स्वस्थ रखने और दर्द आदि को कम करने के लिए कुछ अच्छे एसेंशियल ऑयल्स हैं - लैवेंडर, कैमोमाइल, चमेली, गुग्गल, गुलाब, चन्दन आदि।  

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प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए

अगर एरोमाथेरेपी का सही तरीके से प्रयोग किया जाए तो यह हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को अच्छी तरह से बूस्ट कर देता है। इसका एंटीमाइक्रोबायल, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल प्रभाव हमे बहुत सी बीमारियों और संक्रमण से बचाता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को बूस्ट करने के लिए कुछ एसेंशियल ऑयल्स इस प्रकार है- अजवाइन की पट्टी, लोबान, निम्बू, पुदीना, दालचीनी और नीलगिरी आदि।  

पाचन के लिए

पाचन से संबंधित कुछ समस्याओं का एरोमाथेरेपी द्वारा इलाज किया जा सकता है। इससे प्रयोग से कब्ज, अपच, सूजन कम होती है और चयापचय तेज हो जाता है, जिससे भोजन जल्दी पच जाता है। खट्टे एसेंशियल ऑयल्स पाचन की समस्याओं के लिए अच्छे माने जाते हैं, जिसमे निम्बू और संतरा शामिल है। परन्तु, कुछ अध्ययन के अनुसार अदरक, सोया, सौंफ, कैमोमाइल, लैवेंडर आदि भी प्रभावी है।  

दर्द से राहत

दर्दनाशक दवाओं का सेवन करने से भले ही वह दर्द से राहत दे दे, परन्तु इसके दुष्प्रभाव भी होते हैं। दर्द से छुटकारा पाने के लिए एरोमाथेरेपी बहुत ही उपयोगी मानी जाती है। इसके लिए अच्छे एसेंशियल ऑयल्स हैं- लैवेंडर, कैमोमाइल, जुनिपर, नीलगिरी, मेहंदी, पुदीना आदि।   ऊपर आपने जाना Aromatherapy in Hindi. अगर आप भी अपने शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत पाना चाहते हैं, तो विशेषज्ञ से परामर्श लेकर एरोमाथेरेपी का अवश्य इस्तेमाल करें।