बाबा रामदेव की योग विधियों से भगाए कैंसर का रोग

आधुनिक युग में हृदय रोग, शुगर, ब्लड प्रेशर के साथ - साथ अब कैंसर भी प्रचलन में आने लगा है| आज कैंसर एक सामान्य बीमारी बनती जा रही है, जहां पहले कुछ ही बीमारियां ऐसी थी जो 10 में से 4 लोगो को हुआ करती थी, अब कैंसर भी उन्ही बीमारियों में से एक है| ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि कैंसर एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है| आधुनिक तकनीकों के कारण बड़े हुए कैंसर का इलाज है Baba Ramdev Yoga for Cancer in Hindi, बाबा रामदेव योग के ऐसे महारथी है जिसके जरिए उन्होंने कैंसर जैसी कई घातक बीमारियों के उपचार में सफलता पाई है|

मस्तिष्क, श्वास नलिका, आंत, स्नायु तंत्र, कोशिकाएं, चर्बी-मांस, खून तथा शरीर के सभी अंग योग क्रियाओं से शुद्ध और पुष्ट रहते है| कैंसर मूलतः ऊतकों, कोशिकाओं और रक्त से संबंधित रोग है| यह शरीर के लिए खतरनाक तो होता है मगर योग और प्राणायाम के द्वारा इसे आसानी से ठीक भी किया जा सकता है| बाबा रामदेव योग क्रिया में पारंगत एक ऐसी सख्शियत है जिन्होंने लोगों की तकलीफ को समझा और योग भगाए रोग का नारा दिया और ऐसा करके भी दिखाया| आज योग के जरिये बाबा रामदेव ने कई लोगों को एक नया जीवन दिया है|

आइये जानते है Baba Ramdev Yoga for Cancer in Hindi

 

 

1. सुप्त बद्धकोणासन योग क्रिया :

  1. सुप्त बद्धकोणासन योग क्रिया भी कैंसर से निजाद पाने के लिए बेहतरीन योगासन है|
  2. शवासन की मुद्रा में पीठ के बल लेट जाएं|
  3. बांहों को शरीर के दोनों तरफ पैर की दिशा में फैलाकर रखें, इस स्थिति में हथेलियां छत की ओर होना चाहिए|
  4. घुटनो को मोड़कर और तलवों को ज़मीन से लगाकर रखें|
  5. दोनों तलवों को नमस्कार की मुद्रा में एक दूसरे के करीब लाकर ज़मीन से लगाएं|
  6. जितना संभव हो एड़ियों को जंघा की ओर लाएं
  7. इस मुद्रा में 30 सेकेण्ड से 1 मिनट तक बने रहें
  8. हाथों से दोनों जंघाओं को दबाएं और धीरे धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं|

सावधानियां:

सुप्तबद्धकोणासन का अभ्यास करते समय कुछ सावधानियां रखना चाहिए| घुटनों में तकलीफ होने पर आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए| कमर या उसके निचले भाग में परेशानी की स्थिति में भी इस आसन का अभ्यास उचित नहीं होता है|

2. शवासन योग क्रिया :

शवासन स्वांस का आसन है| Savasana Yoga Benefits कैंसर के लिए भी है| ब्रैस्ट कैंसर की समस्या को दूर करने में यह सहायक है|

  1. सबसे पहले आसन या चटाई को किसी साफ और समतल जमीन पर बिछा लें।
  2. अब आप पीठ के बल लेट जायें, तथा अपने पैरों को बिलकुल सीधा रख लें|
  3. अब अपने दोनों हाथों को शरीर से 5 इंच की दूरी पर रखें|
  4. दोनों हाथों की हथेलियों को ऊपर की ओर कर लें|
  5. पैरो के बीच 1 इंच का अंतर रखें तथा शरीर को ढीला छोड़ दे|
  6. आँख और मुंह को बंद कर ले|
  7. हलकी-हलकी सांस ले और अपना पूरा ध्यान सांसों पर रखे|
  8. इस मुद्रा में 5 से 20 मिनट तक बने रहें|
  9. इस आसन को करते समय अगर आपको नींद आये तो लम्बी और गहरी सांसे लें|

सावधानियां:

यह आसन कोई भी कर सकता है मगर पीठ के रोगी या पीठ पर चोट होने पर यह आसान न करें|

 

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3. सेतु बंधासना योग क्रिया :

  1. पीठ के बल लेट जायें तथा घुटनो को मोड़कर, तलवो को जमीन पर अच्छी तरह से टिका लें|
  2. दोनों बाहों को जमीन से लगा कर रखें|
  3. इस अवस्था में दोनों हथेलियों को जमीन से टिका कर रखना चाहिए|
  4. गहरी सांस लें और पैरो को जमीं की और दबाये|
  5. अपने पेडुओ को जितना हो सके ऊपर की और उठाएं|
  6. अब इस मुद्रा में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें|
  7. सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाये|

सावधानियां:

सेतु बांध आसन का आभास करते समय कुछ सावधानियां भी रखनी चाइये| यदि आपको गर्दन, कंधों, या कमर में किसी तरह की परशानी या दर्द हो तो इस आसन को नहीं करना चाहिए|

 

4. बितिलासन या काऊ योग क्रिया:

  1. इस आसन को करने के लिए गाय के समान, दोनों पेरो और हाथो को जमीं पर टिका लें|
  2. आपका पूरा शरीर सीधा होना चाहिए|
  3. इस मुद्रा में 1 से 2 मिनट तक रहें|
  4. उसके पश्चात सामान्य अवस्था में आ जाएं|

सावधानियां:

यह आसन बेहद सरल है ऐसे कोई भी व्यक्ति बड़ी ही आसानी से कर सकता है, लकिन अगर आपको कमर, गर्दन या पेरो में दर्द की समस्या है तो यह आसन न करें|

ऊपर आपने जाना Baba Ramdev Yoga for Cancer in Hindi योग के अभ्यास से कई समस्याओ से निजाद पायी जा सकती है| यह शरीर को निरोगी रखता है| इसलिए अपने जीवन में योग के लिए थोड़ा समय जरूर निकाले|