गठिया दर्द और त्वचा संबंधी समस्याओं में फायदेमंद है कपूर का प्रयोग

कपूर का इस्‍तेमाल आप सभी ने पूजा-पाठ के लिए किया होगा| लेकिन क्या आप यह बात जानते है की यह आपकी सेहत को भी कई प्रकार के फायदे प्रदान करता है| दरहसल कपूर एक दुर्लभ जड़ी बूटी है, जिसकी तासीर ठंडी होती है| यह जोड़ो के दर्द से राहत दिलाती है, शरीर पर होने वाली खुजली दूर करती है आदि| इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाई बनाने में किया जाता है|

औषधीय रूप में इस्तेमाल किये जाना वाला कपूर पूजा या आध्यात्मिक प्रथाओं में इस्तेमाल किये जानें वाले कपूर से अलग होता है। बाजार में पाउडर के रूप में आमतौर पर खाद्य कपूर मिलता है। कपूर के अलावा इसका तेल भी बहुत फायदेमंद है| इसे चेहरे पर लगाने से मुंहासों दूर होते है तथा उनके दाग भी धीरे धीरे कम होने लगते हैं। आइए विस्तृत रूप से जानते हैं Kapur Ke Fayde in Hindi.
 

Kapur Ke Fayde in Hindi- जाने अद्भुत और प्रभावी फायदे

 

 

Types of Camphor - कपूर के प्रकार

बाजार में कपूर दो प्रकार का मिलता है।
  1. एक, कपूर लॉरेल नाम के पेड़ से प्राप्त होता है। पेड़ से मिलने वाला खाद्य कपूर को तमिल में "पचाई करपूरम" कहते है और हिंदी में इसे "कर्पूर" कहते हैं। खाना पकाने के लिए और मीठे व्यंजन में स्वाद बढ़ाने के लिए खाद्य कपूर का उपयोग करते हैं। परन्तु खाद्य कपूर की थोड़ी सी भी मात्रा खाने में अधिक डाली जाये तो यह स्वाद को पूरी तरह बिगाड़ देता है। भारत में पचाई करपूरम एयर टाइट प्लास्टिक के कवर में बेचा जाता है यह ध्यान रखने वाली बात होती है की कपूर की थोड़ी सी मात्रा का ही उपयोग किया जाए तो वो लम्बे समय तक टिकता है। पेड़ से निकलते हुए कपूर के तेल को कई किस्म के रोगों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  2. दूसरी तरह का कपूर, क्रतिम रूप से बनाया जाता है। क्रतिम रूप से निर्मित कपूर को तमिल में "करपूरम" कहते हैं। हम पूजा और अनुष्ठान के दौरान क्रतिम रूप से निर्मित कपूर का उपयोग करते हैं। रसायन से निर्मित कपूर छोटी सी टिकिया और बड़े चंक में दोनों रूप में उपलब्ध होता है। हम कपूर की छोटी छोटी टिकिया का इस्तेमाल घर में पूजा के लिए करते हैं और बड़े आकार के कपूर का इस्तेमाल मंदिरों में किया जाता है।
  कपूर के दोनों ही प्रकार के बहुत से अद्धभुत उपयोग है और दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है| इनका उपयोग एक्सटर्नल ऍप्लिकेशन्स में किया जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से एक सावधानी रखना चाहिए कि क्रतिम रूप से निर्मित कपूर के तेल को कभी भी जले, कटे या खुले घाव में नहीं लगाना चाहिए, वरना रक्त के प्रवाह में मिलकर यह जहरीला हो जाता है। कपूर के भंडारण के लिए ये ध्यान रखना चाहिए कि इसे वायुरोधी बक्से में रखा जाए और आग में उपयोग करते समय सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि यह बहुत अधिक ज्वलनशील हो जाता है।  

Camphor Benefits in Hindi: कपूर के फायदे

 

 त्वचा की समस्याओं के लिए

अगर आप खाज और खुजली की समस्या से पीड़ित है तो एक सरल घरेलू उपाय करें। खाद्य कपूर का एक टुकड़ा ले और थोड़े से पानी में इसे मिलाये। अब आप खुजली वाली प्रभावित क्षेत्र को इस घर पर बने हुए कपूर से धो लें। आप ये पाएंगे की धीरे धीरे आपकी खुजली कम हो रही है। बस ये सुनिश्चित कर लें की खुले घाव में कपूर का इस्तेमाल ना किया जाये।  

गर्भवती महिलाओं के लिए

भारत में, हम घर पर कपूर के तेल का उपयोग गर्भावस्था में होने वाली ऐंठन के इलाज के लिए करते हैं। सिंथेटिक कपूर को सरसों के तेल या नारियल के तेल के साथ गरम करते हैं, जब तक की कपूर पूरी तरह पिघल ना जाये। एक बार जब ये गुनगुने तापमान पे आ जाता है, तब इससे पैरों की मालिश के लिए उपयोग कर सकते हैं। ये सुनिश्चित किये जाये कि Kapur Oil Uses के लिए इसे बेस तेल के साथ मिलाया जाये और गर्भवती महिलाओं पर इस्तेमाल करते समय सावधानी बरती जाए।  

चींटियों के लिए

अगर आपके घर में चीटियों की समस्या है, तो घर में कठोर रसायन का इस्तेमाल ना करें। थोड़े से पानी में खाद्य कपूर को मिलाये और चीटियों के पाये जाने वाले स्थान पर छिड़क दें। आप चीटियों को तुरंत गायब होता देखेंगे। यह एक बहुत ही सुरक्षित तरीका है घर में चीटियों से छुटकारा पाने का।  

खटमल के लिए

कपूर का इस्तेमाल खटमल से निजात पाने के लिए प्रभावी रूप से किया जा सकता है। अगर आपके घर में खटमल की समस्या है तो घर की साड़ी चादरों को धोएं और मैट्रेस को सूरज की रोशनी में सुखाएं। अब एक बड़ी मात्रा में कपूर ले और इसे मलमल के बैग में डाले और मैट्रेस के बीच में रख दें। ये बचे हुए हटमल को मैट्रेस से हटा देगा और आने वाले समय में खटमल के हमलों से बचाएगा।  

बच्चों में सर्दी के लिए

भारत में कपूर छाती में रक्त के संचय के इलाज के लिए बेहद लोकप्रिय Home Remedy माना जाता है। यह बहुत ही प्रभावी भी होता है। इसका उपयोग करने के लिए सरसों का तेल या नारियल का तेल लें और इसमें थोड़ा सा सिंथेटिक कपूर मिलाकर इसे गरम करें। जब ये गरम हो जाये तब इसे बच्चे के सीने में लगाए और मसले। इससे जल्द ही चेस्ट कंजेस्शन से राहत मिलती है।  

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बालों के झड़ने और रूसी के लिए

जब कपूर के तेल को रोजाना बालों के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले तेल के साथ मिलाकर बालों में लगाया जाए, तो ये बालों के विकास को बढ़ा देता है। इसके अलावा, इसे शैम्पू करने से पहले लगाया जाए, तो ये बालों में मसाज तेल के रूप में काम करता है। ऐसा करने से रूसी का उपचार भी हो जाता है। इसके अलावा Camphor Oil for Skin के लिए भी बहुत लाभकारी है।  

फटी एड़िया

फटी एडियों के लिए भी कपूर का इस्तेमाल फायदेमंद है| यह फटी एडियों की दरार को मुलायम बना कर उन्‍हें भर देता है। प्रयोग के लिए गरम पानी में सबसे पहले थोड़ा सा कपूर डाल कर उसमें पैर भिगोने के लिए रख दे| फिर इसमें स्‍क्रब करें और एडियों पर अच्‍छी क्रीम लगा लें| कुछ दिनों में आपकी एड़िया मुलायम हो जाएगी|   ऊपर आपने जाना Kapur Ke Fayde in Hindi. अगर आप कपूर का सही मात्रा में और सही तरीके से उपयोग करेंगे तो अपनी सेहत को और घर को होने वाली समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।