Queen Bee Syndrome: महिलाओ के बीच की प्रतिस्पर्धा से जन्म लेती है क्वीन बी सिंड्रोम
ऐसा माना जाता है की एक मनुष्य ही दूसरे मनुष्य के काम आता है। परन्तु यह कहावत आज के इस युग में कहीं खो गयी है। प्रतिस्पर्धा से भरी इस दुनियाँ में लोग आगे बढ़ने के लिए अपनों को भी पीछे छोड़ने से नहीं कतराते है।
आज कल की इस प्रतिस्पर्धा वाले समय में महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं है। अक्सर ऐसा देखा जाता है की महिलाओ की किसी दूसरी महिला से ज्यादा नहीं बनती है। इस तरह के भाव का हीं एक कारण क्वीन बी सिंड्रोम। यह समस्या आजकल महिलाओं में बहुत देखा जा रहा है और इस प्रकार की स्थिति कार्य स्थल पर ज्यादा आती है। इसमें एक महिला ही दूसरी महिला की दुश्मन बन जाती है।
इस प्रकार की महिलाएं खुद को उपलब्धियों की सीढ़ी पर हमेशा ऊपर चढ़ते हुए देखना चाहती है, और इस कार्य के लिए वो अन्य किसी भी महिला को अपना निशाना बड़ी आसानी से बना लेती हैं।
इस प्रकार की महिलाएं किसी अन्य महिला की तरक्की कोई कभी नहीं सह पाती हैं और उनके साथ बुरा बर्ताव करती है। जानते है क्या है यह Queen Bee Syndrome?
Queen Bee Syndrome: जाने यह क्या है, इसके होने का कारण व् इससे होने वाली हानि
क्वीन बी सिंड्रोम क्या है?
- क्वीन बी सिंड्रोम की शिकार ज्यादातर महिलाएं अपने वर्क प्लेस पर होती है।
- इसमें क्वीन बी वह महिला होती है जो की अपने कार्य में ऊचाई पर पहुंचना चाहती है, और उसके लिए वह आपके कार्य क्षेत्र की अन्य प्रतिभाशाली महिलाओं को हानि पहुंचाने लगती है।
महिलाएं का रूड होना
- शोध के दौरान पाया गया की पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा रुड होती है।
- शोध के दौरान पाया गया है की ज्यादातर महिलाओ ने ही अपने कलीग महिला के विषय में शिकायत की है। जिनमे उनका बर्ताव दूसरे के प्रति सही नहीं था।
- शोध में यह भी देखा गया की इस प्रकार की प्रवृति महिलाओं के साथ पुरुषों में भी होती है परन्तु यह महिलाओ की अपेक्षा बहुत कम होती है।
क्वीन बी सिंड्रोम होने का कारण
- टोरंटो विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया है की किसी महिला को अपने महिला अधिकारियों के लिए काम करने में अधिक तनावपूर्ण लगता है जिसके कारण भी क्वीन बी सिंड्रोम की समस्या उत्पन्न होती है। लेकिन इस प्रकार की समस्या पुरुषों में देखने को बहुत कम मिलती है।
- यह भी रिसर्च में पाया गया की इस प्रकार की महिलाएं अपने करियर में सफल होना चाहती है परन्तु वह अन्य महिलाओं की मदद नहीं करना चाहती है।
- शोध में यह कहा गया है की क्वीन बी सिंड्रोम होने का कारण वर्क प्लेस का प्रतिस्पर्धी वातावरण भी हो सकता है।
किशोरावस्था में भी होता है क्वीन बी सिंड्रोम
- मिडिल स्कूल और हाई स्कूल ऐसा स्थान है जहां पहली बार क्वीन बी सिंड्रोम का जन्म होता है।
- क्वीन बी सिंड्रोम की जाँच करने के लिए किशोरावस्था की लड़कियों पर शोध किया गया।
- जिसमे यह पाया गया की किशोरावस्था की लड़कियों में क्वीन बी सिंड्रोम का जन्म हो जाता है जिसे वह भविष्य में भी इससे पीड़ित रहती हैं।
क्वीन बी सिंड्रोम से होने वाली हानि
- क्वीन बी सिंड्रोम होने पर कंपनियों को महिला कर्मचारी के खोने का खतरा अधिक होता है।
- ऐसी महिलाएं जो की क्वीन बी सिंड्रोम का शिकार होती है उन पर कंपनी में कार्य करने का अनुभव अच्छा नहीं रहता जिसके कारण वह अपनी जॉब छोड़ देती है जो की कंपनी के लिए भी नुकसानदायक होता है।
- क्वीन बी सिंड्रोम से पीड़ित महिलाओ को अपनी मानसिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है जिसके कारण उनके स्वास्थ्य पर भी असर होता है और वह अपने कार्य पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाती है।
नोट- उपरोक्त जानकारी को जानने के बाद इस तरह की प्रवृति को न अपनाये। यह दुसरो के साथ साथ आपके लिए भी हानिकारक हो सकती है। साथ ही भविष्य में आपको भी इसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।