रिश्ते को खुशनुमा बनाएं रिलेशनशिप रूल्स को ज़रूर अपनाएं

किसी भी रिलेशन को बनाये रखना इतना आसान नहीं होता है। जितना टीवी सिरियल या फिल्मों में दिखाया जाता है। प्यार को बनाये रखने के लिए अपनी भावनाओं के साथ-साथ अपने साथी की भावनाओं को समझना भी बेहद जरुरी है। दो लोग एक दूसरे की दुरिओ को जितना कम करते जायेंगे, उतना ही वो एक-दूसरे के करीब आएंगे।

हर रिश्ते की अपनी एक मर्यादा होती है। फिर वो चाहे दो अच्छे दोस्त हो, गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड हो या फिर पति-पत्नी, सभी की अपनी अलग गरिमा होती है। अगर रिश्ते की गरिमा को ठेस पहुँचती है तो कही न कही रिश्तो में टकराव संभव है।

अधिकतर समय ऐसा देखा गया है कि रिश्तों को कमजोर करने में दोनों पार्टनर्स की कुछ छोटी-छोटी गलतियां होती है। जो समय के साथ विक्राल रूप ले लेती है तथा एक अच्छे और प्यारे से रिश्ते का अंत हो जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा होता क्यों है? एक रिश्ते में ऐसा क्या हो जाता है जो एक दूसरे से बेहद प्यार करने वाले लोग, अब उकी शक्ल भी नहीं देखना चाहते है।

आज हम आपका ध्यान इसी विषय पर केंद्रित करने वाले है। यहाँ हम आपको रिश्तों को खुशनुमा बनाये रखने के कुछ नियम बताएँगे। जिनके बारे में हो सकता है आप भी जानते हो, लेकिन कभी उन पर आपने गौर न किया हो। परंतु अगर इन नियमों पर थोड़ा गौर करेंगे, तो हो सकता है आपका रिश्ता फिर से पहले की तरह प्यारा हो जाये। तो आइये अब हम जानते है Rules of Relationship in Hindi.

 

Rules of Relationship in Hindi: रिश्तों में मजबूती लाए

    किसी भी रिश्ते को मजबूत और हैप्पी बनाने के लिए आपने बहुत से एक्सपर्ट्स या फिर अपने यार-दोस्त को बात करते हुए सुना होगा, लेकिन जनाब एक बार सोच कर देखिये। क्या हर व्यक्ति एक जैसा होता है? क्या सबकी सोच एक जैसी होती है? तो फिर उनके द्वारा दी गई Relationship Tips को आप कैसे फॉलो कर सकते है।  

रूल 1: दोनों के बीच सीक्रेट नहीं होना चाहिए

यह बहुत अच्छी बात है कि आप अपने साथी से हर बात शेयर करते है। ऐसा करने से आपके रिश्ते में एक दूसरे के प्रति ट्रस्ट बढ़ता है। हम भी इसके खिलाफ नहीं है। लेकिन जरा सोचिए, क्या हर बात शेयर करना जरुरी है? हमें स्कूल में पढ़ाया जाता था। 'सच बोलो लेकिन अप्रिय सच मत बोलो' अर्थात सच बोलना अच्छी बात है, परंतु ऐसा सच मत बोलो जिससे किसी को तकलीफ हो। कोई बात अगर आपकी सहेली ने शेयर की है तो जरुरी नहीं की उसे पति को बताया जाये। अगर घर में ही आपकी किसी से लड़ाई हुई है तो यह बात पति को न बताकर शांतिपूर्ण से तरीके से खुद ही निपटा लें।

सामान्यतः यह बात आपने भी देखी ही होगी। अगर किसी बात को लेकर पत्नी का घर के किसी सदस्य से विवाद होता है, तो पत्नी सीधे यह बात पति को बताती है और मामला बिगड़ने लगता है। इस सोच को अब बदलना होगा। अगर आप रिश्तों को मर्यादा में रहकर निभाएंगे तो सभी आपसे खुश भी रहेंगे और आपको समझेंगे भी।

 

रूल 2: झगड़े को बात करके सुलझाएं

यह भी एक दम सही है, अगर किसी बात को लेकर आपकी आपके साथी से बहस या लड़ाई हो गयी है तो इस मामले को आपस में बात करके सुलझा लेना चाहिए। परंतु सोचने वाली बात है जब दो लोग गुस्से में है तो बात करना संभव ही नहीं है। आमतौर पर हम लोग जब किसी विषय पर बहस चल रही हो। उसी समय उसे क्लियर करना चाहते है, लेकिन यह संभव नहीं है, क्योंकि जब इंसान गुस्से में होता है तो उसे सही बात भी गलत लगती है। इसलिए अगर आपका साथी आपकी किसी बात को लेकर गुस्सा हो गया है, तो आप ठोस इंतजार करें। उनका गुस्सा जब शांत हो जाये, तब आराम से बैठकर अपनी बात कहें। यकीन मनाइये उन्हें आपकी बात जरूर समझ आ जाएगी।

 

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रूल 3: घर के काम बराबरी से बांटे

यह बहुत अच्छी बात है कि आप अपनी जिम्मेदारियों के अनुसार काम आपस में बात रहे है। परंतु बहुत से लोगों से बात सुनने को मिलती है कि हमारे पति तो ऑफिस से आने के बाद एक गिलास पानी भी हाथ से उठाकर नहीं पीते। उन्हें भी घर के काम में हाथ बटाना चाहिए। अगर पति - पत्नी में से कोई एक बाहर काम करने जाता है तो नैतिकता के आधार पर दूसरे साथी को घर संभालना चाहिए। एक सामान्य सी बात है अगर एक व्यक्ति घर के लिए कमाने जाता है तो उसका काम इतना आसान नहीं होता कि वो घर आकर अब घर के काम करे। हाँ, अगर पति-पत्नी दोनों काम करने बाहर जाते है तो यकीनन जिम्मेदारियां आपस में बाटना जायज है।

 

रूल 4: रिश्ते में सब कुछ 100% नहीं होता

हर इंसान एक दूसरे से भिन्न है। सबकी अलग सोच है और सबका अपना अलग तरीका है। अगर आप ऐसा सोचते है कि आपके रिश्ते में सब कुछ 100% हो , तो यह आपकी गलत फ़हमी है ओर कुछ नहीं। यह सामान्य सी बात है कि हर सफर में उत्तर चढ़ाव आते है। इसलिए आप अपनी तरह से अपना बेस्ट दें। अगर आपकी भावनायें और प्रयास सच्चा है तो यक़ीनन आपको आपके साथी से भी उतना ही प्यार मिलेगा।

आज अपने जाना Rules of Relationship in Hindi. किसी भी रिश्ते को बेहतर बनाना हमारे हाथों में है। अगर हम ही उसमें किसी तरह की गलत फहमी लेकर चल रहे है तो यह हमारी ही गलती है। इसलिए ऊपर बताये गए रूल्स को फॉलो करें और अपने शादीशुदा रिश्ते को खुशहाल बनायें