एनीमिया (रक्तहीनता) से बचने के लिए इसके लक्षणों को पहचानें

अनियमित खानपान और व्यायाम के अभाव के कारण इंसान के शरीर में बीमारियां घर कर जाती हैं| किन्तु कई बार ज्यादा लक्षण उभर के ना आने पर उसे इस बात का एहसास नहीं होता हैं। यदि हमें थोड़ी सी जानकारी हो, तो शरीर के बदलाव को देखते हुए हम ये पता कर सकते है की हमारा शरीर स्वस्थ्य है या नहीं|

यदि आपका काम करने में मन नहीं लग रहा हो, हर वक्त थकावट सी महसूस हो रही है| साथ ही चेहरे की खूबसूरती कम हो गयी और त्वचा पर पीलापन बढ़ता जा रहा है| तो इसका मतलब आप स्वस्थ्य नहीं है| यह एनीमिया हो सकता है। यदि आपको उपरोक्त लक्षण दिखाई देते है तो बिना देर किये चिकित्सक से जांच करवाना चाहिए|

एनीमिया कोई रोग नहीं है बल्कि एक अवस्था है जिसे उपचार के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ एनीमिया जैसे सिकल सेल और अप्लॉस्टिक एनीमिया और पर्निशस  एनीमिया घातक सिद्ध हो सकते हैं। इनका जल्दी निदान होना जरूरी होता है।

इसलिए यदि वक्त रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाये तो यह कई बीमारियों की वजह जरूर बन सकता है। Symptoms of Anemia in Hindi, में जाने इसके लक्षण, ताकि आप जल्दी ही इसका उपचार कर सके|
 

Symptoms of Anemia in Hindi: जानिए एनीमिया के प्रमुख लक्षण

 

 

क्या है एनीमिया?

खून में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है| इसे ही एनीमिया अर्थात रक्ताल्पता का रोग कहा जाता है। दरहसल आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण का कार्य करता है। और ये कोशिकाएं ही हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। इसलिए ही आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है नतीजन शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है| हीमोग्लोबिन ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुँचाने का कार्य करता है|  

Types of Anemia: रक्तहीनता के विभिन्न प्रकार

  • अप्लॉस्टिक एनीमिया
  • ब्लड लॉस एनीमिया
  • सिकल सेल एनीमिया
  • पर्निशस एनीमिया
  • फोलिक एसिड एनीमिया
  • हेमोलाइटिक एनीमिया
  • फानकनी एनीमिया
  • डायमंड ब्लैकफॅन एनीमिया
  • थैलेसेमिय (मेजर या माइनर)
  • आयरन डेफिशियन्सी एनीमिया
 

Symptoms of Anemia in Hindi: रक्तहीनता के लक्षण

भारत में करीब 60 फीसदी लोगों में एनीमिया आसानी से पाया जा सकता है जिनमें ज्यादातर महिलाएं होती हैं। एनीमिया की स्टेज के अनुसार सबमे इसके अलग अलग लक्षण देखने को मिलते है| आइये जानते है वो लक्षण क्या है?
  1. सिर दर्द रहना, चक्कर आना, गले का लाल पढ़ना भी प्रमुख Anemia Symptoms है|
  2. एनीमिया ग्रसित छाती में दर्द एवं सीने में ऐठन होने की शिकायत करते है|
  3. इसके हो जाने पर कमजोरी और थकावट महसूस होने लगती है|
  4. एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों में मानसिकता या व्यवहार और विचारों में गड़बड़ी देखने को मिलती है|
  5. सांस फूलना, हाथों और पैरों का ठंडा होना और हृदय की धड़कन तेज या असामान्य होना भी इसका एक लक्षण है|
  6. बच्चो में यह बीमारी हो जाने पर उनका मानसिक और शारारिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है|
  7. एनीमिया से ग्रसित लोगो की त्वचा व नाखून पीले हो जाते है| और लेट कर उठने पर आँखों के सामने अन्धेरा भी छा जाता है|
  8. आप शायद नहीं जानते होंगे लेकिन हरी सब्जियां न खाने से और खाने में बहुत ज्यादा कैल्शियम लेने से भी इसकी परेशानी होती है|
यदि किसी को माइल्ड यानी हल्का एनीमिया हो तो उस व्यक्ति में इसके लक्षण कम नज़र आते हैं, लेकिन लंबे समय से हुए एनीमिया के कई लक्षण आसानी से देखे जा सकते हैं|  
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Anemia Treatment in Hindi: खून की कमी का उपचार

  1. पौष्टिक आहार का सेवन करना ही एनीमिया से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय है| इसके अतिरक्त कुछ चीज़ो का ख्याल रखकर भी इस बीमारी से बचा जा सकता है| जानिए यहाँ:-
  2. चुकंदर आयरन का अच्छा स्त्रोत होता है। इसलिए इसे रोज खाने में या सब्जी या सलाद के तौर पर शामिल करे| इससे शरीर में खून की कमी नहीं होगी|
  3. खून की कमी दूर करने के लिए चुकंदर के अलावा खाने में हरी सब्जियां जैसे की पालक, मेथी, फल व सलाद की मात्रा को भी बढ़ाना चाहिए|
  4. सूखे मेवे में भी आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है। इसके लिए खजूर, बादाम और किशमिश का खूब प्रयोग करना चाहिए।
  5. आयरन की गोलियां या आयरन सुक्रोच के इंजेक्शन, विटामिन बी-12 की गोली या इंजेक्शन भी इसमें लिया जाता है| लेकिन इसे डॉक्टरी सलाह से ही ले|
  6. फलों का सेवन करने से भी खून बढ़ता है। इसके लिए खजूर, तरबूज, सेब, अंगूर, किशमिश और अनार खाने से भी एनीमिया में फायदा मिलता है|
ऊपर आपने जाना Symptoms of Anemia in Hindi. देखा जाये तो एनीमिया को बीमारी नहीं माना जाता हैं लेकिन असल में ये बीमारी जान भी ले सकती है। एनीमिया क्यों और कैसे होता है यह जानना इसके इलाज के लिए काफी अहम है| साधारण तौर पर युवाओं में एनीमिया का उपचार बहुत आसानी से हो जाता है, जबकि वयस्क में एनीमिया की शिकायत जल्दी से दूर नहीं हो पाती है।