खाना खाने के बाद जरूर करे वज्रासन योग
हम सभी जानते है की योग भारत की प्राचीन धरोहर हैं। योग एक ऐसी वैज्ञानिक प्रमाणिक व्यायाम पद्धति है। जिसके लिए न तो किसी साधनों की जरुरत होती हैं और न ही किसी तरह का खर्च करना पड़ता है। इसलिए अमीर हो या गरीब इसे हर कोई कर सकता है। योग से हमें कई स्वास्थ्य लाभ मिलते है। इसलिए पिछले कुछ सालों से योगा की लोकप्रियता और इसके नियमित अभ्यास करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
आजकल पाचन से जुडी समस्या जैसे की अपचन, कब्ज, गैस, मोटापा इत्यादि हमें हर दूसरे घर में देखने को मिल रही है। इसका प्रमाण काफी ज्यादा बढ़ गया हैं। दरहसल बहुत हेवी डाइट के पश्चात तुरंत सोने या बैठकर टीवी देखने से हमें डाइजेशन संबंधी समस्याएं हो ही जाती हैं। इसलिए यदि आप रोज खाने के बाद टीवी देखने या तुरंत सोने के बजाय वज्रासन योग को अपने रुटीन में शामिल करेंगे तो यकीन मानिये आप पाचन से संबंधित सारी समस्याओं से दूर रहेंगे। यह अकेला आसन है जो खाने के तुरंत बाद कर सकते हैं।
पाचन की समस्या के अलावा भी वज्रासन को करने से हमें कई तरह के स्वास्थ सम्बन्धी फायदे मिलते है| आज इस लेख में हम आपको Vajrasana Benefits in Hindi बता रहे है।
जाने वज्रासन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ
वजन घटाने में फायदेमंद
वज्रासन योग के नियमित अभ्यास से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह शरीर के चयापचय क्रिया को ठीक रखता है और मांसपेशियों को लचीला बनाता है जो लोग अच्छे फिगर की चाहत रखते है उन्हें यह आसान जरूर करना चाहिए|आप यह भी पढ़ सकते है:- Kapalbhati Benefits in Hindi: वजन कम करने में सहायक है कपालभाति प्राणायाम
पाचन तंत्र ठीक करे
जब भी वज्रासन योग करा जाता है तो शरीर के मध्य भाग पर सबसे अधिक दबाव पड़ता है। इस दौरान पेट और आंतों पर हल्का दबाव पड़ता है जिससे कांस्टिपेशन की दिक्कत दूर होती है और पाचन ठीक रहता है।तनाव से दिलाये राहत
वज्रासन की मुद्रा में बैठने से कमर और पैरों की मांसपेशियों का तनाव दूर होता है और ज्वाइंट्स खुलते हैं। अधिक चलने या देर तक खड़े होने के बाद इस आसन की मदद से आराम महसूस होगा।दिलाए रोगो से छुटकारा
जो लोग नियमित तौर पर वज्रासन का अभ्यास करते है वेरिकोज वेन्स, ज्वाइंट पेन और गठिया जैसे रोग उनके आसपास भी नहीं फटकते, इसके अलावा मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं में भी यह आसन बेहद लाभदायक है।Vajrasana Benefits - इन्हे भी जाने
- इसे करने से महिलाओ में मासिक धर्म की अनियमितता दूर होती हैं।
- मन की चंचलता को दूर कर एकाग्रता बढाने में सहायक है।
- यह प्रजनन प्रणाली को सशक्त बनाता हैं।
- इस आसान में धीरे-धीरे लम्बी गहरी साँसे लेने से फेफड़े मजबूत होते हैं।
- वज्रासन नियमित तौर पर करने से नितम्ब, कमर और जांघ पर जमी हुई अनचाही चर्बी कम हो जाती हैं।
- इससे उच्च रक्तचाप की समस्या ठीक होती है।
वज्रासन योग करने का तरीका
भोजन करने के तुरंत बाद 5 से लेकर 15 मिनट तक यह आसन करने से भोजन का पाचन ठीक से होता है। वज्रासन घुटनों के दर्द को भी दूर करता है।खाने के कुछ देर बाद किसी शांत एवं समतल जगह पर कोई आसन बिछाएं। इसके बाद घुटनों को मोड कर इस तरह से बैठें कि पैरों के पंजे पीछे की ओर हो जाएं और नितंब दोनों एडियों के बीच में आ जाएं। दोनों पैरों के अंगूठे आपस में सटाकर रखें। एडियों के बीच भी अंतर बनाए रखें। इसके पश्चात दोनों हाथों को घुटनों पर रखें। इसे करते वक्त पीछे की ओर न झुकें और शरीर सीधा रखें। फिर हाथों और शरीर को ढीला छोड दें। थोड़े वक्त के लिए अपनी आंखें बंद करें और ध्यान सांस की ओर रखें। इस पोजीशन में कुछ देर तक बैठे रहें।कुछ लोग वज्रासन की स्थिति में नहीं बैठ पाते है इसलिए उनके लिए वैकल्पिक रूप में अर्ध वज्रासन भी है। अर्ध वज्रासन में पैर मोड़कर एडियों के उपर बैठा जाता है और हाथ को घुटनों पर रखा जाता है। दूसरी स्थिति में पैरों की एड़ी, पंजे को दूर कर पुट्ठे फर्श पर टिका दिए जाते हैं लेकिन ध्यान रहे दोनों घुटने मिले हुए होना चाहिए। इसे कुछ योगाचार वज्रासन ही मानते हैं।
तीसरी स्थिति में पीठ के बल लेटकर दोनों हाथों की हथेलियों को सिर के नीचे एक दूसरे से क्रॅास करती हुई कंधे पर रखने को सुप्त वज्रासन कहा जाता हैं। यह आसन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है। इस आसन को करने से महिलाओं की मासिक धर्म की अनियमितता दूर हो सकती है।
ध्यान दे:
- जोड़ो में दर्द से पीड़ित व्यक्ति वज्रासन योग न करे।
- एड़ी के रोग से पीड़ित व्यक्ति को भी इसे नहीं करना है।
- अगर वज्रासन करने पर आपको कमर दर्द, कमजोरी या किसी भी तरह की समस्या हो तो आसन बंद कर अपने चिकित्सक की सलाह जरूर ले।