साइनस से जल्द राहत के लिए अपनाएं ये योगासन
साइनोसाइटिस एक ऐसी समस्या है, जिससे दुनिया के हर परिवार का कोई ना कोई सदस्य जरूर पीड़ित है। इस बीमारी की यह खासियत होती है कि यह किसी निश्चित उम्र में नहीं होती है। यह किसी भी उम्र में हो सकती है। साइनोसाइटिस की समस्या के दौरान व्यक्ति के नाक की हड्डी के पीछे के साइनस सूजने लगते हैं।
ऐसे कई कारण होते हैं, जिसकी वजह से यह बीमारी उत्पन्न हो जाती है। नाक की हड्डी में सूजन पड़ना, पेट में कुछ समस्या उत्पन्न होना, ये सब साइनस की बीमारी के प्रमुख कारण होते हैं। अगर कोई इस बीमारी का जल्द से जल्द उपचार चाहता है तो यह आवश्यक होता है कि साइनस की बीमारी का कारण पता हो अर्थात साइनस की बीमारी किसी बेक्टेरिया की वजह से हो रही है या फ्लू वायरस और सर्दी की वजह से।
फंगल और बेक्टेरिया का हमला और वायरल संक्रमण की वजह से ही यह बीमारी पैदा हो जाती है। चिकित्सीय उपचार के अलावा अगर हम योग की बात करें, तो योग एक ऐसी कला है, जिसे बताये गए नियमों के अनुसार सही तरीके से किया जाए, तो साइनस की बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आइये जानते हैं Yoga for sinus in Hindi.
Yoga for sinus in Hindi - साइनस के उपचार के लिए
नाड़ी शोधन (Alternate Nostril Breath)
अपना सीधा हाथ चेहरे के सामने लाये और अंगूठे की सहायता से दाएं ओर की नाक को बंद कर दें और बाईं नाक से श्वास लें| अब अपनी अंगुली से बाएं ओर की नाक को बंद करें और दायीं नाक से सांस छोड़ दें। दायीं नाक से श्वास ले, उसे बंद करें और बाईं नाक से श्वास छोड़ दें। फिर बायीं नाक से श्वास ले, उसे बंद करें और ढाई नाक से श्वास छोड़ दें। इस प्रक्रिया को कुछ समय तक निरन्तर करते रहें और आखिरी में प्रक्रिया बंद करने के बाद नाक को टिश्यू पेपर से साफ़ कर लें।शीर्षासन
अगर आपको साइनस के साथ सर दर्द की समस्या है तो अपने शरीर को उल्टा करे और सर को नीचे करके इस शीर्षासन को नियमित रूप से करने से जल्द ही साइनस से राहत मिलती है। यह एक फायदेमंद Yoga for Sinus Relief है| यदि आपको अपना सर निचे करने में मुश्किल हो रही हो तो आप 2 कुर्सियों की सहायता लेके भी यह आसन कर सकते हैं। अगर आप पहली बार यह आसन कर रहे हैं, तो किसी अच्छे ट्रेनर की निगरानी में ही यह आसन करें।भस्त्रिका प्राणायाम
सर्दी और नाक की समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति को यह प्राणायाम करने की सलाह दी जाती है, विशेष रूप से साइनोसाइटिस की समस्या से ही यह बहुत हद तक छुटकारा दिल सकता है। बार बार तीव्र गति से श्वास लेना और छोड़ना- यह इस प्राणायाम को करने का तरीका होता है। साइनस की समस्या के अलावा भी यह कई अन्य बीमारी और समस्या जैसे कि अस्थमा और गले में सूजन आदि से भी राहत पहुंचता है।आप यह भी पढ़ सकते है:- योगा रूल्स – इन नियमों को जानकर ही करे योग की शुरुआत
सूत्रनेती (Nasal Cleansing with Thread)
सूत्रनेती एक तरह का मुलायम सूती धागा होता है, जो कि मधुमक्खी के वैक्स से लथपथ होता है| इसे इस्तेमाल और अभ्यास में लाने से नाक की अच्छी तरह से सफाई होती है और Sinus Treatment में मदद मिलती है। यह प्रक्रिया योग-आसन की ही श्रेणी में आती है, जो कि मस्तिष्क की कोशिकाओं को भी शुद्ध रखती है। नाक और सर से संबंधित रोगों के इलाज के लिए यह बहुत ही प्रभावी होता है। इसे करने से नाक और आँख के कार्यो में भी काफी सुधार होता है। साथ ही यह नासिक-मार्ग को साफ़ रखता है, जिससे वायु का निर्बाध प्रवाह बन रहता है।अगर वाकई आप साइनस की समस्या को खत्म करना चाहते हैं, तो उप्र दिए हुए Yoga for Sinus in Hindi का जरूर पालन करें।