जिका वायरस - बचाव ही सबसे बेहतर उपचार

उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका सहित कई देशो में जिका वायरस बड़ी तेज़ी से फ़ैल रहा है, मच्छर से फैलने वाला यह भयानक वायरस ने अमेरिका से लेकर ब्राज़ील तक हजारो गर्भवती महिलाओं और बच्चो पर हमला किया है। यह वायरस अब भारत के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है, हाल ही में इस वायरस को लेकर भारत सहित कई और अन्य देशो में अलर्ट जारी हो चूका है। हालाँकि यह अभी तक कुछ देशो में मानव जाति के लिए बड़े खतरे के तौर पर सामने नहीं आया है।

मच्छर जनित इस वायरस से ब्राजील सबसे अधिक प्रभावित हुआ है| कहा जा रहा है कि इस वायरस की वजह से बड़ी संख्या में अविकसित मस्तिष्क या असामान्य रूप से छोटे सिर वाले बच्चे पैदा हो रहे हैं। वर्तमान में जिका का कोई विशिष्ट उपचार नहीं है और मच्छरों से बचने के सिवाय इसे रोकने को कोई अन्य तरीका भी नहीं है।

सबसे पहले जिका वायरस 1947 में यूगांडा के जंगल में एक बंदर में पाया गया था, इसके बाद पहली बार नाइजीरिया में इसका एक मरीज पाया गया। यह वायरस इतना खतरनाक है की अगर गर्भवती महिलाएं इस वायरस के चपेट में आ गईं तो उनके पेट में पल रहा शिशु भी इससे नहीं बच सकता। यह वायरस बच्चो के ब्रेन का विकास रोक देता है|  जानिए Zika Virus के बारे में जानकारी|

 

जानिए जिका वायरस (Zika Virus) के लक्षण, प्रभाव और उपचार

 

   

 

जिका वायरस के प्रभाव (Zika Virus Effects)

भारत में मच्छर की संख्या अत्यधिक होने की वजह से यहाँ पर भी जिका वायरस फैलने का खतरा बना हुआ है। इस वायरस के आने से पहले भारत में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि जैसी कई बीमारिया बड़ी संख्या में फेल चुकी है। जीका वायरस एडीज मच्छर से फैलता है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ब्राजील में इस वायरस के चलते शुरुआत से लेकर अब तक 68 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस वजह से कोलंबिया, अल सल्वाडोर और इक्वाडोर जैसे जगहों पर महिलाओं से कहा जा रहा है, की वे इस समय गर्भधारण नहीं करें।

 

Zika Virus Symptoms: जिका वायरस के लक्षण

आज के युग में हर बीमारी से सम्भंदित जानकारी का होना जरुरी है| जानकारी होने पर हम जल्द ही संबंधित उपचार कर सकते है| तो आइये जानते है जिका वायरस के लक्षणों के बारे में जिससे आप खुद को इस बीमारी से सुरक्षित कर पाये।

  1. यह डेंगू और पीले बुखार के रूप में होता है|
  2. बच्चो और बड़े में इसके लक्षण सामान्य होते है, जैसे बुखार, आँखों में सूजन, शरीर का दर्द और रेशेस आदि।
  3. जिका वायरस होने पर बच्चो के मस्तिष्क का पूरा विकास नहीं हो पाता है।
  4. इससे पैरालिसिस होने का भी खतरा बन जाता है।
  5. जिका वायरस की वजह से बच्चे छोटे सिर (माइक्रोसेफैली) के साथ पैदा होते हैं।
  6. इसके होने पर आँखे लाल हो जाती है और आँखों से पानी भी बहता है|
 
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Zika Virus Care - जिका वायरस से बचने का उपाय

यह परेशानी जिस तरह से बढ़ती जा रही है, उसको देख कर हमें सतर्क होने की जरूरत है| बीमारी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है उससे बचाव और सावधानी| तो आइये इस वायरस से हम अपना बचाव कैसे कर सकते है|

  1. अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखें।
  2. स्वच्छ और धुले हुए कपडे ही पहने।
  3. किसी भी गन्दगी को घर के बहार इखट्टा होने नहीं दे।
  4. बहार के पैकिंग पदार्थ को उपयोग में ना ले।
  5. अगर शरीर में कोई भी तकलीफ हो रही है, तो बगैर लापरवाही करे डॉक्टर को दिखाएं|
  6. दिन में एक से दो बार हाथ पैर जरुर धोये।
  7. दिन और रात में कीड़ो से बचने वाले क्रीम का इस्तेमाल करे।
  8. मच्छरों को बढ़ने से रोकने के लिए अपने घर के आसपास वाली जगहों पर रखे गमले, बाल्टी, कूलर में पानी ना जमने दे|
  9. जिका वायरस से पूरी तरह बचने के लिए अपने शरीर को ऊपर से नीचे तक ढक कर रखें।
  10. रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
 

ऊपर आपने जाना Zika Virus in Hindi ज़िका वायरस का वर्तमान में कोई इलाज उपलब्ध नहीं है, लेकिन अगर आपको इसके लक्षण हलके से भी नज़र आते है, तो सामान्य दवाईयों के साथ तरल पदार्थ का सेवन करते हुए अधिक से अधिक आराम करें।

इसके अलावा इस संक्रमण से खुद को और बच्चो को बचाने के लिए तुरंत ही चिकित्सक की सलाह ले और जितना हो सके खुद भी साफ़ सुतरे रहें और आस-पास की जगहों को भी रखे|