Aids Kaise Hota Hai: जाने एड्स होने की वजहें, इसकी जानकारी से ही हो सकता है इससे बचाव
कई बीमारियाँ ऐसी होती है जो बहुत ज्यादा धातक और जानलेवा होती है। इससे बचने के लिए आपको सावधानी बरतना बहुत ही ज़रुरी हो जाता है। ऐसा नहीं करने पर व्यक्ति अपनी जिंदगी से हाँथ धो बैठता है।
समय रहते इस बीमारी का पता कर के सही उपचार कर लेना चाहिए ताकि आप अपनी जिंदगी को आनंद पूर्वक जी सके। यह खतरनाक बीमारियों में से एक बीमारी होती है जिसे एड्स के रूप में जाना जाता है।
इस बीमारी के होने से ज्यादातर मामलों में पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। यह एक ऐसी बीमारी होती है जिसे कम तो किया जा सकता है परन्तु इसका पूर्ण रूप से उपचार नहीं किया जा सकता है।
इस लेख में जानते है HIV एड्स के बारे में विस्तार से। ताकि आप ऐसी खतरनाक बीमारियों से अपना बचाव कर सके और सुरक्षित रह सके। साथ ही अपने परिजनों को भी इसकी जानकारी दे सके। आईये जानते है Aids Kaise Hota Hai?
Aids Kaise Hota Hai: जाने लाइलाज बीमारी एड्स के होने के कारण, लक्षण और बचाव
HIV एड्स क्या है?
- AIDS Full Form in Hindi एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम होता है, और एड्स इसी का एक छोटा नाम होता है। यह एक प्रकार का सिंड्रोम होता है।
- एड्स एक प्रकार का संक्रमण रोग है। यह एच.आई.वी. नामक विषाणु के कारण होता है।
- एच.आई.वी. नामक विषाणु जब शरीर में जाते है तो यह रक्त में पहुंच जाते है और रक्त के डीएनए में समाहित हो जाते है। जिसके कारण रक्त से सफ़ेद रक्त कण को कम कर देते है।
- जिसके कारण शरीर में रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोघक क्षमता कम होने लग जाती है और शरीर भी कमजोर होने लग जाता है।
- यदि यह विषाणु एक बार शरीर में प्रवेश कर जाते हैं तो यह कभी ख़त्म नहीं होते है। जिसे एड्स के नाम से जाना जाता है।
एड्स के प्रकार
- दो वायरस HIV1 और HIV2 के कारण एड्स की स्थिति बनती है।
- HIV1 एड्स के रोगी ज्यादातर देखने में मिलते है। जबकि HIV2 वायरस वेस्ट अफ्रीका में ही देखने में आता है।
HIV AIDS ke Lakshan,
- बुखार का आना
- दस्त लगना
- कमजोरी
- शरीर पर लाल चकत्ते होना
- रात में अधिक पसीना आना
- गले में खरास होना
- मांसपेशियों में दर्द रहना
- ठंड लगना
- जोड़ों में दर्द होना
- वजन में कमी आना
उपरोक्त लक्षण दिखने पर अपने डॉक्टर से ज़रूर संपर्क करे ताकि समय पर इसका उपचार हो सके।
HIV Kaise Hota Hai: जाने एड्स होने के कारण
यौन सम्बन्ध द्वारा
- जब कभी एचआईवी एड्स से पीड़ित व्यक्ति अपने साथी के साथ असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाता है।
- ऐसी स्थिति में एड्स के विषाणु उस दूसरे व्यक्ति के शरीर में भी प्रवेश कर जाते है।
- ऐसा माना जाता है की किसी को चुम्बन करना भी HIV Hone ke Karan बन सकते हैं पर यह बात पूरी तरह से सही नहीं है। ऐसा नहीं होता है इसके चुम्बन के द्वारा फैलने की संभावनाएं कम होती है।
इंजेक्शन के जरिये
- इंजेक्शन के जरिये भी किसी भी व्यक्ति को एड्स हो सकता है।
- इसके लिए यदि किसी एड्स संक्रमित व्यक्ति के शरीर में इंजेक्शन का उपयोग किया गया है और वही इंजेक्शन किसी अन्य व्यक्ति को लगाया जाये तो उससे एड्स के विषाणु दूसरे व्यक्ति के शरीर में भी आसानी से फ़ैल सकते है।
माँ से बच्चों को
- जी हाँ यदि कोई महिला एड्स से संक्रमित है और वह यदि गर्भवती है और बच्चे को जन्म देने वाली है तो माँ से बच्चे को भी एड्स हो सकता है।
- यदि महिला बच्चे को जन्म देने के बाद एड्स से संक्रमित हुयी है तो भी यदि वह बच्चे को दूध पिलाती है तो भी एड्स से वायरस बच्चे के शरीर में प्रवेश कर जाते है।
- इसलिए इसकी जानकारी समय पर हो जानी चाहिए ताकि बच्चे को सुरक्षित बचाया जा सके।
खून देने से
- किसी को खून देना अच्छा होता है लेकिन यदि किसी एड्स संक्रमित व्यक्ति का खून किसी दूसरे व्यक्ति को दिया जाता है तो वह व्यक्ति भी एड्स से संक्रमित हो जाता है
- इसलिए खून देने से पहले खून की जाँच करना आवश्यक होता है।
शल्य चिकित्सा द्वारा
- यदि किसी व्यक्ति का सर्जिकल ऑपरेशन किया जा रहा है और सर्जरी के लिए जो उपकरण का उपयोग किया जा रहा है वह एड्स से संक्रमित है तो उस व्यक्ति को भी एड्स हो सकता है।
- इसलिए उपकरणों को इस्तेमाल से पहले अच्छी तरह से धो लेना चाहिए।
एड्स के बारे में कुछ मिथ
- ऐसा कहा जाता है की जिस व्यक्ति को एड्स है उसके साथ बैठने और हाँथ मिलाने से दूसरे व्यक्ति को भी एड्स हो सकता है।
- कीड़ों के काटने से भी एड्स की बीमारी हो सकती है।
- सार्वजानिक शौचालयों का उपयोग करने से भी एड्स हो सकता है।
- एक साथ खाना खाने से भी एड्स फ़ैल सकता है।
- एड्स रोगी के छींकने और खांसने से दूसरों को एड्स हो सकता है।
उपरोक्त तथ्य बिलकुल गलत है इनके द्वारा किसी भी व्यक्ति को एड्स नहीं होता है।
एड्स के बारे में कुछ आवश्यक जानकारी
- AIDS के रोगी की संख्या के मामले में भारत का तीसरा स्थान है जो की सबसे बड़े देशों में से एक है।
- एड्स का वायरस सबसे पहले 1930 से 1940 के मध्य इंसानो में पाया गया था।
- वैज्ञानिक मानते है की यह वायरस मनुष्यों में बंदरों से आया है।
एड्स से बचाव के उपाय
- सुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाये और हो सके तो एक से अधिक लोगो के साथ सम्बन्ध ना बनाये।
- नशे के लिए लोग एक ही इंजेक्शन का इस्तेमाल करते है जिससे बचना चाहिए यह भी एड्स का कारण बन सकता है।
- किसी का खून लेते समय खून की जाँच ज़रुरी है की जिस व्यक्ति का खून लिया जा रहा है वह एड्स से संक्रमित तो नहीं है।
- सर्जरी में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरणों को साफ रखे।
HIV ki Dawa: एड्स के उपचार की दवाएं
इसके लिए आप नयी दवाएं जैसे पोस्ट- एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीईपी), पूर्व-एक्सपोज़र प्रॉफीलैक्सिस आदि का लाभ ले सकते है।
HIV Test Kab Karna Chahiye?
- जब आप असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाते है या फिर एक से ज्यादा लोगो के साथ संबंध बनाते है तो आपको इसकी जाँच करवानी चाहिए।
- यदि आपने नशे के लिए किसी दूसरे व्यक्ति की इस्तेमाल की गयी सुई का उपयोग किया है तो भी आपको इसका टेस्ट करवाना चाहिए।
एड्स के बारे में उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखे और सावधानी बरते, साथ ही इस लेक में बताई गई जानकारी अपने शुभचिंतको को भी दे ताकि वह भी इससे सुरक्षित रह सके।