Causes of Thyroid: जानिए किन कारणों से होती है थायराइड की समस्या

थायराइड एक ऐसी समस्या होती है जो लोगो में ज्यादा देखने को मिलती है। यह समस्या किसी को भी हो सकती है, आयोडीन की कमी का होना इसका मुख्य कारण होता है।

भारत सरकार आयोडीन की पूर्ति करने के लिए कई विज्ञापन भी करवाती है, ताकि थायराइड बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़े और थायराइड के रोगियों की संख्या में कमी आ सके।

थायराइड गले में एक प्रकार की ग्रंथि होती है जो की आपके मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने का कार्य करती है। थायराइड की समस्या तब उत्पन्न होती है जब थायरायड ग्रंथि में थायराइड हार्मोन का बनना कम हो जाता है।

आपको बता दे की थायराइड के शुरूआती लक्षणों को पहचानना कठिन होता है। क्योंकि शुरू में इसके कोई भी संकेत नहीं मिलते है, धीरे धीरे ही इसके लक्षणों का पता चलता है। जानते है Causes of Thyroid के बारे में विस्तार से।

Causes of Thyroid in Hindi: थायराइड रोग होने के निम्न कारण

आयोडीन का कम मात्रा में सेवन

  • आपको थायराइड हार्मोन नामक रासायनिक तत्व बनाने के लिए शरीर में एक निश्चित मात्रा में आयोडीन की ज़रूरत है।
  • आयोडीन की कमी के कारण थायराइड की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • इसलिए अपने भोजन में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन का सेवन करे।

तनाव और चिंता के कारण

  • तनाव और चिंता भी थायराइड रोग के लिए जिम्मेदार होती है।
  • तनाव और चिंता के बढ़ने से थायराइड ग्रंथि पर बुरा असर होता है।
  • लगातार चिंता करने से हार्मोन्स का स्त्राव अधिक होने लगता है।
  • जितना हो सके तनाव और चिंता से दूर रहे।

ग्रेव्स रोग के कारण

  • थायराइड की समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है।
  • थायराइड, ग्रेव्स रोग के कारण भी होता है जो की कम उम्र की महिलाओ को ग्रसित करता है।

आनुवंशिक विकार के कारण

  • यदि किसी भी परिवार के एक भी सदस्य को थायराइड की समस्या होती है तो अन्य सदस्यों को भी थायराइड की समस्या होने की आशंका रहती है।

पिट्युटरी ग्रंथि के कारण

  • पिट्युटरी ग्रंथि के कारण भी थायराइड ग्रंथि में समस्या पैदा हो जाती है।
  • क्योंकि थायराइड ग्रंथि के हार्मोन को उत्पादित करने का संकेत पिट्युटरी ग्रंथि नही दे पाती है।

थायराइड के अन्य कारण:-

  1. रेडिएशन थेरेपी भी थायराइड की समस्या को बढ़ाती है।
  2. दवाओं का अधिक सेवन करने से भी थायराइड की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  3. आवश्यकता से ज्यादा सोया उत्पादों का सेवन करने से भी थायराइड होने के सम्भावना बनी रहती है।
  4. गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई परिवर्तन होते है जिससे महिला में तनाव की स्थिति बनी रहती है। यह भी थायराइड की समस्या को बढ़ावा देते है।
  5. महिलाओं में रजोनिवृत्ति होने पर हार्मोनल चेंजेस होते है। जिसके वजह से महिला में थायराइड होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
  6. थायराइड ग्रंथि के बढे हुए आकार को थायरायडिस कहते है। जिसे ज्यादातर घेंघा के नाम से जाना जाता है। थायरायडिस होने के कारण थायराइड ग्रंथि, हार्मोन का उत्पादन सही तरीके से नहीं कर पाती है।