Ear Problems Illusion: कान की समस्याओं से जुड़ी भ्रांतियां
कान हमारे शरीर का एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण अंग है। इसका जुड़ाव आँख, नाक, मुँह, मस्तिष्क और गले से सीधे सीधे होता है। अगर उपर्युक्त सारे अंग में कुछ समस्या होती है तो उससे आपके कान में भी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
अतः अब आप समझ सकते हैं की कान कितना अहम् अंग होता है। इससे जुड़े समस्याओं को कभी भी हलके में नहीं लेना चाहिए और समस्या के ज्यादा बढ़ने से पहले डॉक्टरों से राय लेनी चाहिए।
कान की समस्याओं से जुड़ी कई भ्रांतियां हैं। किसी की भी सुनी सुनाई बातों पर भरोसा कर के हम अपनी छोटी सी समस्या को जटिल बना देते हैं। हमें इन भ्रांतियों का ध्यान रख के अपनी समस्याओं का निदान ढूँढना चाहिए। आइये जानते हैं जाने क्या क्या है Ear Problems Illusion.
Ear Problems Illusion: कान दर्द से जुड़ी भ्रांतियां
भ्रान्ति : कपूर युक्त तेल से कान दर्द में लाभ मिलता है
- कान बहुत संवेदनशील होता है, इसमें कोई भी बाहरी पदार्थ डालते समय ध्यान देना चाहिए।
- कपूर या इसके अलावा कोई भी पदार्थ तेल में मिक्स कर के कान में डालने से वो कान में जम जाता है।
- इसके कारण कानों में फंगल इंफेक्शन भी हो सकता है।
- कानों में सिर्फ तेल डाला जा सकता है, पर वो भी कम मात्रा में।
भ्रान्ति : हाइड्रोजन पैराऑक्साइड डाल कर कान का मैल निकलना
- कुछ लोग अपने कान को सफ़ेद झाग वाले हाइड्रोजन अर्थात हाइड्रोजन पैरॉक्साइड डाल कर साफ़ करते हैं।
- पर ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए।
- किसी तरह के ईयरबड से कान के मेल को साफ़ नहीं किया जा सकता।
- बल्कि ऐसा करने से कान का मेल और ज्यादा गहराई में चला जाता है।
- इंसानी कान की ऐसी संरचना होती है की उसका मैल खुद हीं साफ़ होता रहता है।
भ्रान्ति : कान में वेक्स या मैल नहीं होना चाहिए
- इंसानी कान में ईयरवैक्स अर्थात मैल खुद हीं प्राकृतिक तरीके से बनता है।
- प्राकृतिक तरीके से बने इस ईयरवैक्स के अपने फायदे होते हैं।
- यह बाहरी धुल, गंदगी आदि को अपने में समायोजित कर लेता है।
- इस तरह से ईयरवैक्स कुछ भी बाहरी गंदगी को कान के अंदर नहीं पहुंचने देता है, और संक्रमण से बचाता है।
भ्रान्ति : कान की सफाई रोजाना जरुरी है
- कान का ईयरवैक्स अपने आप बाहर आता है, इसलिए इसे निकलने की कोशिश जरुरी नहीं है।
- कभी कभी ईयरवैक्स कान की गुहा के पतले और टेढ़े मेढ़े होने के कारण अंदर हीं जमा हो जाता है।
- कभी कभी कान में पानी जाने से ईयरवैक्स फूल जाता है और आपको असहजता महसूस होती है।
- ऐसे में आपको किसी विशेषज्ञ से मदद ले लेना चाहिए।
भ्रान्ति : गरम तेल कान दर्द में फायदेमंद है
- कान में दर्द होने या इसके सुन्न हो जाने आदि पर कान में गरम तेल दाना आपको नुकसान पंहुचा सकता है।
- गरम तेल कान के अंदर फंगल संक्रमण की समस्या उत्पन्न कर सकती है।
इन बातों का रखें ध्यान..
- सर्दी जुकाम की कभी भी अनदेखी ना करें।
- ये देखा गया है की कान के परदे और हड्डी से जुड़ी बीमारियां अधिक वक़्त तक जुकाम के रहने से होता है।
- जुकाम के दौरान जब आपकी नाक बंद रहती है तब नाक और कान के बीच विद्यमान यूस्टेकियन ट्यूब सही से काम नहीं कर पाती है। जिसका आपके कान पे भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
- जब आप कान बहने की समस्या या किसी अन्य तकलीफ से परेशान रहें तब कोशिश करें की आपका कान ज्यादातर सूखा रहे।
- कान में पानी ना जाए इसके लिए नहाते वक़्त अपने कान में तेल डालें या फिर वेसलीन लगी हुई रुई कानों में डाल लें।