Measles Cure: खसरा रोग होने पर क्या करे, क्या ना करे
खसरा, (Measles) मीसल्स वायरस की वजह से होता है। यह रोग ख़ासी और छींक के माध्यम से बहुत तेजी से एक व्यक्ति से दुसरे में फैलता है।
खसरा रोग होने के बाद रोगी को तेज बुखार आता है, आँखों में सूजन आती है साथ ही रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
यह रोग बच्चों में होता है, इसे छूत का रोग का भी कहा जाता है। इसलिए यदि किसी बच्चे को यदि खसरा रोग हो जाये तो दूसरे बच्चे को इससे दूर रखना चाहिए।
इस बीमारी के होने के बाद 3 से 5 दिन बाद इसका प्रभाव शरीर पर दिखाई देने लगता है। इसमें पूरे शरीर पर धीरे धीरे लाल रैश फैलने लगते है। तो चलिए आज के लेख में जानते है Measles Cure in Hindi.
Measles Cure in Hindi: खसरा रोग से जुड़ी सामान्य जानकारी
एक रिपोर्ट अनुसार भारत में हर वर्ष खसरे के कारण होने वाली मृत्यु एक लाख है। अर्थात हम विश्व में खसरे से होने वाली मृत्यु के बारे में बात करे तो इसका 67% भाग भारत में है।
इस भयावह बीमारी से भारत को बचाने और मृत्यु दर को समाप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा समय समय पर अभियान चलाकर बच्चों को खसरे का टीका लगाया जाता है।
खसरा रोग होने पर क्या करे?
- यदि आपको अपने बच्चों के अंदर खसरे के लक्षण दिखाई देते है तो इस बीमारी से बचाव के लिए तुरंत चिकित्सक को दिखाए और डॉक्टर के परामर्श से 72 घंटों के अंदर खसरे का टिका लगवाएं।
- इसके अलावा खसरा होने पर 6 दिन के भीतर एंटीबॉडीज का इंजेक्शन लगवाए। बुखार को कम करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स को इस्तेमाल के लिए देते है।
- इस दौरान अपने भोजन में बिना मिर्च मसाले वाला सामान ले, हरी सब्ज़ियाँ और सूप को शामिल करे।
- एकदम गरम व एकदम ठंडे तापमान वाले कमरे में रहने से बचे, आरामदायक तापमान वाले कमरे का ही चुनाव करे।
- नियमित रूप से सभी ज़रूरी दवाएँ लें, दवाओं का गैप करने से बचे।
- अपनी इस्तेमाल की गयी कोई भी वस्तु को दुसरो को देने से बचे। इस तरह आप रोग को और फैलने से बचा सकते है।
खसरे से पीड़ित होने पर क्या ना करे?
- यदि आपका बच्चा खसरे से पीड़ित हैं तो बिना देरी किये डॉक्टर से मिलें। क्योंकि यदि यह रोग गंभीर हो जाता है तो बहरापन, अंधापन और शारीरिक विकास में देरी जैसी समस्याएँ देखने को मिलती है।
- यदि मरीज़ को गले में खराश महसूस होये, नाक बहे और गले में खराश महसूस होये, साथ ही उसे सफेद बिंदु दिखाई दे तो इसे सामान्य मानकर अवॉयड ना करे।
- इस दौरान सार्वजनिक जगहों पर ना जाये, घर पर आराम करे, और रोगी द्वारा इस्तेमाल की गयी चीज़ो को दुसरो को देने से बचे।
- यदि आप गर्भवती हैं और आपको उपरोक्त लक्षण के साथ रैश दिख रहे है तो इसे सामान्य समझने की गलती ना करे। बेहतर होगा यदि आप जल्द से जल्द रक्त की जाँच करवा ले।