Mouth Ulcer Causes: इन कारणों से होते है मुंह में छाले

कई लोगों के मुंह में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो जाती है जिस कारण वह खाने पीने में असमर्थ हो जाते है। साथ ही उन्हें बोलने में भी तकलीफ़ होने लगती है और खाने को निगलने में भी कठिनाई आती है।

इसी समस्या माउथ अल्सर कहा जाता है, माउथ अल्सर को सामान्य भाषा में मुंह के छाले भी कहते हैं। इसे म्यूकस मेंब्रेन के नाम से भी जाना जाता है।

इस प्रकार की समस्या तभी उत्पन्न होती है जब शरीर में गर्मी बढ़ जाती है या भी मुँह की चमड़ी किसी कारण-वश कट जाती है।

मुंह में छाले होने के कारण मुंह में दर्द और जलन होने लगती है। यह एक सामान्य बीमारी होती है, जो की कुछ दिनों पश्चात् ठीक हो जाती है या फिर इसके गंभीर रूप ले लेने पर भी इसे ठीक किया जा सकता है। जानते है Mouth Ulcer Causes के बारे में विस्तार से।

Mouth Ulcer Causes : जानिए क्यों होते है यह छाले और इसके उपचार

मुंह में छाले होने का कारण

मुंह में छाले होने के कई कारण हो सकते है, जैसे की-

  • संतुलित भोजन न करने से कब्ज की समस्या का उत्पन्न होना भी इसका कारण होता है।
  • गुटखे और पान मसाले का सेवन करने से भी मुंह में छाले की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • यदि लगातार मुँह में गन्दगी रहती है तो भी मुंह में छाले हो जाते हैं।
  • यदि कोई व्यक्ति ज्यादा मिर्च- मसाले या तला गला खा लेता है तो भी इस समस्या से ग्रसित हो सकता है, क्योंकि उसका पेट सही रूप से क्रिया करने से असमर्थ हो जाता है।

जानते है इनके अन्य कारणों को विस्तार से

आघात होने पर

  • मुंह के छालों का आम कारण होती है मुंह में लगने वाली चोट।
  • कई बार ऐसा होता है की खाना खाते वक्त दांतों के मध्य गाल का हिस्सा या फिर जीभ आ जाती है, जिसके कारण छाले उत्पन्न हो जाते है। इस प्राकर के जो छाले होते है वह अपने आप मुंह की लार से ही ठीक भी हो जाते हैं।

रासायनिक घाव के कारण

  • अल्कोहल या ऐस्पिरिन जैसे रसायन मुंह के श्लेषक के संपर्क में आते है तो यह ऊतकों को परिगलित कर देते है जिसके कारण एक छाले-युक्त सतह उत्पन्न हो जाती है।
  • इसके अतिरिक्त अधिकांश टूथपेस्टों में सोडियम लॉरिल सल्फेट पाया जाता है जो की मुंह के छालों को उत्पन्न करता है।

दवाओं से

  • कई बार दवाओं के सेवन से साइड इफेक्ट हो जाते है जिसके कारण भी मुंह में छाले पैदा हो जाते हैं।
  • यदि बहुत लम्बे समय तक एंटीबॉयोटिक दवाओं का सेवन किया जाए तो उससे भी मुंह में छाले होने का खतरा रहता है। क्योंकि अधिक एंटीबॉयोटिक का सेवन करने से आंतों में रहने वाले लाभकारी कीटाणुओं की संख्या में कमी आ जाती है। जिसके परिणाम स्वरूप मुंह में छाले होते हैं।

संक्रमण होने से

  • संक्रमण होने से भी मुँह में छाले हो जाते है
  • कवकीय, विषाणुजनित और जीवाण्विक प्रक्रियाओं की वजह से भी मुँह में छाले होते हैं।
  • यदि गंदे हांथो से फटे होंठों को छूते है तो उससे भी मुँह में छाले हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हाथों के सहारे जीवाणु फटे होठों से पैदा हुई छोटी, खुली दरारों से अंदर चले जाते है।

दांतों की संरचना गलत होने से

  • यदि दांतों की संरचना गलत तरीके से होती है तो वह भी मुंह में छाले होने का कारण बनती है।
  • अगर दांत नुकीले, आड़े-तिरछे या फिर आधे टूटे हुए होते है तो उसके कारण से वह जीभ और मुंह में चुभने लगते है जिसके लगातार घर्षण से भी उस स्थान पर छाले पड़ जाते हैं।

कब्ज के कारण

  • यदि किसी को लम्बे समय तक कब्ज की समस्या रहती है तो उसे भी मुँह के छाले हो जाते हैं।
  • ऐसा माना जाता है की पेट के ख़राब रहने से भी मुँह में छाले हो जाते हैं।

इसके अतिरिक्त

  • मुंह के कैंसर की वजह से भी छाले हो सकते हैं।
  • विटामिन C की कमी की वजह से स्कर्वी नामक रोग होता है यह घावों को भरने की प्रक्रिया पर असर करता है। जिसके कारण भी छाले होते हैं।
  • विटामिन B12, ज़िंक की कमी के कारण भी मुँह में छाले होते हैं।

मुंह के छाले के लक्षण

मुंह के छाले के लक्षणों को पहचानना आसान होता है.. जैसे -

  • भूख में कमी
  • खट्टा, नमकीन और मसालेदार चीजों को खाने पर तेज जलन और दर्द होना
  • ब्रश करने में परेशानी
  • भोजन को चबाने और निगलने में कठिनाई
  • मुंह के भीतर सफेद और लाल गोल-गोल छाले
  • बोलने में समस्या उत्पन्न होना

उपचार

कुछ मुँह के छाले अपने आप ही कुछ दिनों के भीतर ख़त्म हो जाते हैं। परन्तु कुछ मुँह के छाले ऐसे होते है जो की जल्दी नहीं जाते है और वह काफी तकलीफ देह होते हैं। जिनका उपचार करना ज़रुरी होता है, साथ ही कुछ परहेज करने से भी वह ठीक हो जाते है जैसे की-

  • छालों के समय ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना
  • हल्का गरम नमक के पानी से कुल्ला करने से भी यह ठीक हो जाते हैं।
  • मसालेदार और खट्टा खाने से कुछ समय के लिए परहेज करें।
  • अपने मुँह को सदैव साफ सुथरा रखें।
  • छाले वाले स्थान पर एंटी-सेप्टिक जेल का उपयोग करें।
  • छाले पर कम मात्रा में सिरका लगाने से भी वह ठीक हो जाते हैं।

इसके अतिरिक्त कुछ घरेलू उपायों की मदद से भी मुँह के छाले को ठीक किया जाता है जैसे-

  • बर्फ का इस्तेमाल
  • शहद का उपयोग
  • नारियल का दूध
  • बेकिंग सोडा
  • हल्दी का उपयोग
  • तुलसी की पत्तियों के सेवन से
  • चमेली की पत्तियों के सेवन से
  • धनिया पत्ती को कच्चा चबाने से
  • पान के कत्थे का सेवन करने से
  • एलोवेरा का रस प्रभावित स्थान पर लगाने पर

उपरोक्त में से किसी एक का नियमित इस्तेमाल करने से भी मुँह के छाले की समस्या दूर हो जाती है। इन उपायों का उपयोग तब तक करे जब तक छाले ठीक नहीं हो जाते हैं।
यदि इन उपायों से भी छाले ठीक नहीं होते हैं और वह तीन वीक से ज्यादा समय तक रहते है तो अपने चिकित्सक को दिखना अच्छा होगा। ताकि वह समय पर मुँह के छाले के सही कारणों को पहचान कर आपको उपयुक्त दवा दे सके।