Benefits of Mulethi in Hindi: मुलेठी है फायदेमंद, दिलाये रोगों से छुटकारा

मुलेठी जिसे लीकोरिस भी कहा जाता है एक बहुत की गुणकारी खाद्यपदार्थ है जिसे खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे ज्यादातर टूथपेस्ट, मिठाई और पेय पदार्थो में इस्तेमाल किया जाता है।

इसे आप एक तरह की जड़ी बूटी भी बोल सकते है क्योंकि यह कई प्रकार की बीमारियों से छुटकारा दिलाने में सक्षम है। स्वाद में मुलेठी चीनी से भी ज्यादा मीठी होती है। मुलेठी काफी पौष्टिक तत्वों से भरपूर है और साथ इसमें फ्लवोनोइड्स भी शामिल होते है।

मुलेठी को विटामिन इ और विटामिन सी का काफी अच्छा स्रोत माना जाता है। मुलेठी में फॉस्फोरस, सिलिकॉन, ज़िंक, कैल्शियम, कोलन, आयरन, मैग्नेशियम, पोटैशियम, और सेलेनियम जैसे तत्व होते है। इस के अलावा इसमें फाइटोनुट्रिएंट्स (phytonutrients) भी मौजूद होते है।

अगर आप भी जानना चाहते है की मुलेठी हमे किस प्रकार से और कौन-कौन सी बीमारियों से राहत दिलाती है तो इस लेख में पढ़ें Benefits of Mulethi in Hindi के बारे में विस्तार से सभी जानकारियाँ।

Benefits of Mulethi in Hindi: जाने मुलेठी के फायदे

लिवर में फ़ायदेमंद

  • मुलेठी का सेवन करने से आपको पीलिया तथा हैपेटाइटिस जैसी बीमारियों में लाभ मिलता है।
  • गैर शराबी (नॉन अल्कोहलिक) फैटी एसिड लिवर से जुड़ी सभी प्रकार की बीमारियों के इलाज में हमारी मदद करता है।
  • मुलेठी में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व भी पाए जाते है जिससे की यह विषाक्त पदार्थों से होने वाले नुक्सान से बचाता है।
  • इसी के साथ मुलेठी लिवर में हो रही जलन से भी राहत दिलाता है और साथ ही हैपेटाइटिस में काफी मददगार होता है।
  • 2012 में किया गया एक अध्ययन जो फायटोथैरेपी रिसर्च जर्नल में पब्लिश किया गया था के मुताबिक मुलेठी की जड़ एक्सट्रेक्ट गैर शराबी फैटी लिवर की समस्या में मदद करता है।
  • लिवर को स्वस्थ रखने के लिए रोज़ाना मुलेठी की जड़ मिश्रित चाय का सेवन करना चाहिए।
  • चाय बनाने के लिए आपको एक कप पानी में आधा चम्मच मुलेठी की जड़ का पाउडर डालना चाहिए।
  • इसके बाद इसे 5 से 10 मिनट तक ढक कर रख दे और उसे उबलने दें।
  • इसके बाद इसे छान ले और रोज़ाना दिन में एक बार यह चाय पिए।

रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन में लाभकारी

  • मुलेठी सर्दी, खांसी और खराश से भी राहत दिलाने में काफी हद तक सक्षम है।
  • मुलेठी रेस्पिरेटरी नर्व में सूजन को कम करता है और साथ ही उसके एंटी ऑक्सीडेंट तत्व ब्रोन्कियल की पाइप में आई सूजन को भी कम करता है।
  • यह बॉडी के वायुमार्ग को भी शांत करता है और बॉडी में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुँचाता है।
  • मुलेठी का सेवन करने से आपको बलगम की खांसी में राहत मिलती है।
  • मुलेठी एंटी माइक्रो बैक्टीरियल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल गुण होते है जो सांसो से रिलेटेड बीमारियों से लड़ते है।
  • इस समस्या से राहत के लिए आपको मुलेठी की जड़ की चाय का सेवन करना चाहिए।
  • अगर आप चाय नहीं पीना चाहते तो आप चाय की जगह पर आधा चम्मच मुलेठी के पाउडर में शहद मिला कर भी खा सकते है।
  • इसे कम से कम दिन में दो बार ज़रूर खाए आपको खांसी में फायदा होगा।
  • जलन से राहत पाने के लिए आप मुलेठी कैंडीज भी खा सकते है।

इम्युनिटी बढ़ाता है

  • मुलेठी बॉडी में वायरस, बैक्टीरिया और बुरे संक्रमणों से रक्षा करने में काफी हद तक मददगार होती है।
  • क्योंकि यह बॉडी में इम्युनिटी को बढ़ाता है जो इन सभी से बॉडी को दूर रखती है और उसकी रक्षा करती है।
  • मुलेठी का सेवन बॉडी में लिम्फोसाइटों और मैक्रोफेज केमिकल को बढ़ावा देता है जिससे की इम्युनिटी बढ़ती है।
  • मुलेठी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाते है।
  • इसके लिए भी आप मुलेठी की चाय बना कर पी सकते है और अगर आप मुलेठी के सप्लीमेंट्स लेना चाहते है तो उसके लिए आपको डॉक्टर्स की सलाह लेनी चाहिए।

पाचन में मददगार

  • मुलेठी की जड़ बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद होती है खासकर के यह कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में फ़ायदेमंद होती है।
  • मुलेठी की जड़ को आप अम्लता, सीने की जलन, पेट के अल्सर, पेट की सूजन में राहत पाने के लिए इस्तेमाल कर सकते है।
  • मुलेठी में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण पेट की सूजन को कम करता है और साथ ही पेट के संक्रमणों को भी दूर करता है। जो आपकी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखते है।
  • 2013 के एक अध्ययन में यह बताया गया है की हेलिकोबेक्टर के पेप्टिक अल्सर पर मुलेठी का इलाज करना काफी ज्यादा फ़ायदेमंद होता है।
  • पाचन क्रिया को ठीक रखने के लिए एक कप पानी में आप 1 चम्मच मुलेठी पाउडर डाले फिर 10 मिनट के लिए ढक दे और फिर इसे छान ले।
  • ऐसा हफ्ते में 2 से 3 बार करे इससे आपकी पाचन क्रिया मजबूत होगी।

वजन घटाने में फ़ायदेमंद

  • वजन बढ़ना अपने आप में एक गंभीर समस्या है क्योंकि जैसे ही वजन बढ़ता है बॉडी कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हो जाती है।
  • 2009 में मोटापा अनुसंधान और नैदानिक अभ्यास जर्नल में पब्लिश एक अध्ययन में यह साबित हुआ है की मुलेठी के तेल का सेवन करने से बॉडी में फैट कम हो जाता है।
  • मुलेठी का तेल वजन कम करने में काफी ज्यादा फ़ायदेमंद है
  • इस बात का ध्यान रखे की आपको मुलेठी कैंडी नहीं खानी है क्योंकि उसमे शुगर भी मिली होती है।

गठिया की बीमारी में भी फ़ायदेमंद

  • मुलेठी सूजन की समस्या वाले रोगों में आपकी मदद करती है जैसे रुमेटाइड अर्थराइटिस।
  • गठिया से ग्रस्त मरीजों को दर्द और सूजन तो रहती ही है इससे भी मुलेठी राहत दिलाती है।
  • 2010 में बायोमेडिसिन और जैव परोघोगिकी के जर्नल में पब्लिश एक अध्ययन में यह बताया गया की कच्ची मुलेठी और भुनी हुई मुलेठी गठिया के इलाज मददगार है।
  • आप गठिया के दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए मुलेठी की चाय पी सकते है।

ऊपर दिए इस लेख में हमने आपको बताया मुलेठी के फ़ायदों के बारे और साथ ही यह आपको किस किस बीमारियों से राहत दिला सकती है। मुलेठी की चाय का आप भी सेवन करे और हमेशा के लिए स्वस्थ रहे।