Dust Allergy Ka Ilaj: जानें धूल से होने वाली एलर्जी की समस्या से बचाव के उपचार
हमारा शरीर कई बार कुछ चीजों से अत्यधिक प्रतिक्रिया कर लेता है, इसी अवस्था को एलर्जी के नाम से जाना जाता है। एलर्जी की वजह से अक्सर Dust Allergy Symptoms जैसे इचिंग की समस्या और शरीर के अलग अलग हिस्से में लाल रंग के चकत्ते जैसे हो जाते हैं। इसके अलावा कभी कभी उल्टियों की समस्या होना भी इसमें सामान्य बात होती है।
अगर आपको सांस लेते समय समस्या आये, बैठे रहने पर आराम महसूस हो पर लेटने में परेशानी हो, हर समय सर्दी जुकाम की स्थिति बने रहना, खुजली हो, आंखों से पानी आये और आँखें लाल हो जाए तो ये सब स्थितियाँ धूल से होने वाली एलर्जी की तरफ इशारा करती हैं। धूल की वजह से होने वाली एलर्जी सबसे अधिक दर्द देने वाली एलर्जी होती है। इसके लक्षण दिखने पर आप अपने डॉक्टर से जल्द चेकअप करवाएं क्योंकि देर करने पर हो सकता है की इसका संक्रमण फेफड़ों तक पहुँच जाए और समस्या गंभीर हो जाये।
जिन व्यक्तियों को धूल की वजह से एलर्जी हो जाती है उन्हें घर में साफ-सफाई करने के दौरान बहुत ज्यादा समस्याएं आती हैं। साफ़ सफाई के दौरान जब नाक में धूल जाती है, तो सांसे तीव्रता से चलने लग जाती हैं और नाक तथा आंखों से पानी निकलने लगता है। इस तरह की समस्या होने पर इसका उपचार करवाना जरूरी हो जाता है।
हम चाहे तो Dust Allergy Treatment at Home भी आराम से कर सकते हैं। आज के लेख में हम जानेंगे इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें जिससे आप इस प्रकार की एलर्जी की समस्या से राहत प्राप्त कर सकते हैं। पढ़े Dust Allergy Ka Ilaj.
Dust Allergy Ka Ilaj: धूल के एलर्जी से हैं परेशान तो अपनाएँ ये उपचार विधि
Dust Allergy Remedies: कैसे करें एलर्जी से बचाव
- सबसे पहले अगर बात करें एलर्जी की तो यह बच्चों में ज्यादा होता है क्योंकि वे ज्यादा सेंसेटिव होते हैं। इसलिए बच्चों को एलर्जी से बचाने के लिए उनके इम्यून सिस्टम को अधिक मजबूत बनाने की जरुरत होती है।
- इसे मजबूत बनाने के लिए उन्हें आवश्यक चीजें देते रहनी चाहिए। इसके साथ साथ बच्चों को कभी भी घर के अंदर बंद करके नहीं रखना चाहिए।
- अपने बच्चों को धूल-मिट्टी तथा धूप आदि में कुछ देर के लिए रोज़ाना खेलने दें, इससे बच्चों को इन सबके कारण होने वाले रोगों से लड़ने में सहायता मिलेगी। बच्चों को बरसात या दूसरे पानी से भी खेलने दें।
- हां इस बात का हमेशा ध्यान रखें की धूल और मिट्टी आदि में खेलने के बाद बच्चों की साफ़ सफाई अच्छे से करें। उनके हाथ और पैर अच्छे से धुलवाएं।
- बच्चों के अलावा किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति को धूल या फिर धुएं आदि से एलर्जी हो तो उन्हें घर से बाहर जाने से पहले अपने नाक पर रुमाल जरूर रखना चाहिए। बचाव से हीं आप एलर्जी का उपचार कर सकते हैं।
- धुल आदि की गंदगी से एलर्जी हो जाने वाले लोगों को अपनी House Dust की सफाई का ख्याल रखना चाहिए और अपने चादर, तकिए के कवर तथा खिड़की दरबाजे के पर्दे भी चेंज करते रहने चाहिए।
- इसके अलावा अगर आपके घर में कारपेट इस्तेमाल होता है तो इसे इस्तेमाल ना करें या फिर करें भी तो कम-से-कम 6-6 माह पर इसका ड्राइक्लीन करवाते रहें।
- अपने घर को ज्यादा देर तक बंद नहीं रखें। कोशिश करें की आपका घर ज्यादातर खुला और हवादार बना रहे जिससे घर में साफ स्वच्छ हवा आती जाती रहे।
- अपने घर के खिड़कियों में बारीक छेद वाली जाली लगाएं और जाली वाली इन खिड़कियों को ज्यादातर बंद कर के रखें क्योंकि खुली हुई खिड़कियों से कीड़े तथा मच्छर आपके घर में प्रवेश कर सकते हैं।
- अगर आपके घर की दीवारों पर सीलन की वजह से फफूंद या फिर जाले हो गए हों, तो उन्हें वक़्त वक़्त पर साफ करते रहें। फफूंद और जालों की वजह से भी एलर्जी हो सकती है।
Dust Allergy का उपचार
- ज्यादातर एलर्जी की समस्या का इलाज इम्यूनो थेरपी या फिर एलर्जी शॉट्स से किया जाता है।
- कभी अभी रोगी की हालत बहुत अधिक बिगड़ जाती है, ऐसी स्थिति में इस इम्यूनो थेरेपी की मदद ली जाती है।
- यह एक सुरक्षित तरीका है इसे इलाज का परन्तु यह तभी बेहद कारगर माना जाता है, जब किसी ऐसी वस्तु से ही एलर्जी हुआ हो, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाए।
- इस थेरपी को करवाने के बाद इसका प्रभाव एक लंबे वक़्त तक बना रहता है। कई बार ऐसा देखा जाता है की इसका प्रभाव 3 से 4 वर्ष तक बना रहता है।
- हर रोगी पर इसका प्रभाव अलग-अलग तरह का हो सकता है। यह उपचार थोड़ा महंगा हो जाता है। आप अगर घरेलु तरीके से इस एलर्जी की समस्या का आसान और सस्ता उपचार चाहते हैं तो आप आयुर्वेद की मदद ले सकते हैं।
एलर्जी का आयुर्वेद उपचार
- एलर्जी से बचने के लिए आयुर्वेद के मुताबिक़ हर रोज सुबह सुबह नीबू पानी पीने को कहा जाता है।
- अगर आपकी त्वचा में एलर्जी हो रही है तो आप इसे फिटकरी के पानी से धोएं। इसमें आप नारियल तेल में कपूर या फिर जैतून का तेल मिक्स कर के भी लगा सकते हैं।
- स्किन एलर्जी में चंदन का लेप लगाने से भी राहत मिलती हैं, इससे खुजली की समस्या भी कम हो जाती है साथ हीं लाल चकत्ते भी कम हो जाते हैं।
- पंचकर्म उपचार का एक अंग नास्य शिरोधारा की मदद से भी एलर्जी में बहुत राहत मिलती है। इसके अंतर्गत एक विशेष तरीके से तेल को नाक में प्रवेश कराया जाता है। पर इस प्रक्रिया को कभी घर में न करें बल्कि किसी एक्सपर्ट की देखरेख में हीं इसे करें।
नेचुरोपैथी तथा योग से उपचार
- योग तथा नेचुरोपैथी की मदद से एलर्जी की समस्या का निदान आसानी से किया जा सकता है।
- इस प्रक्रिया के विशेषग्य इस पर विचार रखते हुए कहते हैं की एलर्जी की समस्या से बचने के लिए विशेष कर आपने खान-पान पर अच्छे से ध्यान देना चाहिए।
- इसके साथ साथ इससे बचाव के लिए साफ़ सफाई एवं स्वच्छता का भी ख्याल रखने की जरुरत होती है।
- एलर्जी से बचाव के लिए आपको रोज़ाना नियमित तौर पर कम से कम 15 मिनट तल अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्त्रिका आदि प्राणायाम करना चाहिए।
- इन प्राणायामों के अभ्यास से इम्यून सिस्टम को मज़बूती मिलती है साथ हीं प्रदूषण की वजह से होने वाली एलर्जी की समस्या से बचने के लिए आप गुनगुने पानी में तुलसी, नीबू, काली मिर्च तथा शहद आदि डालकर इसका सेवन करें यह भी आपको राहत देगा।
आज के लेख में आपने Dust Mite Allergy से होने वाली परेशानियों इससे बचाव और इसके उपचार विधियों के बारे में जाना। अगर आपको भी इस प्रकार की समस्या हो जाती है तो इससे बचने में यह लेख आपकी मदद करेगा।