Lung Cancer Symptoms in Hindi: शुरूआती लक्षणों से पहचाने फेफड़े का कैंसर

हम जानते हैं की हमें जीने के लिए जिस चीज की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ती है और हम जिस चीज के बिना थोड़ी देर भी जीवित नहीं रह सकते हैं वो चीज है ऑक्सीजन। पर ऑक्सीजन भी तभी हमें जीवित रख सकती है जब हमारे शरीर का श्वसन तंत्र पूरी तरह से कार्य कर रहा हो।

अगर श्वसन तंत्र का कोई भी अंग ख़राब होता है तो हमारी जान पर बन आती है। इसी श्वसन तंत्र का एक मुख्य अंग है फेफड़ा। सांस के रूप में ऑक्सीजन लेने के लिए हमें फेफड़ों की आवश्यकता होती है। इसी वज़ह से फेफड़ों को श्वसन तंत्र का सबसे अहम् हिस्सा माना जाता है।

जब फेफड़े में मौजूद कोशिकाएं असामान्य अवस्था में पहुँच कर अनियंत्रित हो जाती हैं और फैलने लगती हैं तब यही अवस्था धीरे धीरे बढ़ते बढ़ते Lung Cancer की समस्या का रूप लेने लग जाती है। ऐसा अक्सर धूम्रपान आदि करने की वज़ह से हीं होता है।

फेफड़े का कैंसर एक बहुत हीं खतरनाक बीमारी है इसलिए कोशिश करनी चाहिए की इससे बच के रहा जाए और इसके होने के Signs of Lung Cancer को पहचान कर शुरूआती अवस्था में हीं इसका इलाज शुरू कर दिया जाए। ऐसा ना करने पर ये कैंसर बहुत ज्यादा खतरनाक रूप ले लेता है और इसकी वजह से पीड़ित की जान तक जा सकती है। आज के लेख में हम फेफड़ों के कैंसर के लक्षण बताने जा रहे हैं। पढ़े Lung Cancer Symptoms in Hindi.

Lung Cancer Symptoms in Hindi: इन लक्षणों से पहचाने फेफड़े का

कैंसर चाहे किसी भी प्रकार का हो वो खतरनाक और घातक हीं होता है। इसी लिए कोशिश करना चाहिए की इससे जितना हो सके बच कर रहें। कोशिश करें की फेफड़ों के कैंसर की मुख्य वज़ह धूम्रपान को छोड़ दें। वैसे धूम्रपान के अलावा भी यह कुछ कारणों से हो सकता है। आजकल हमारे आस पास प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है ऐसे में जो लोग धूम्रपान नहीं भी करते हैं उन्हें भी फेफड़े का कैंसर हो सकता है। यह बीमारी मुख्यतः 40 साल की आयु पार करने के बाद ज्यादा तेजी से फैलती है और शुरुआत में इसके लक्षण भी साफ़ साफ़ पतन नहीं लग पाते है और फिर जब तक इसके बारे में पता चलता है तब तक यह बहत ज्यादा हिस्से में फ़ैल चुकी होती है।

लम्बी खांसी

  • अगर किसी व्यक्ति को लम्बे समय तक खांसी की समस्या रहती है तो उसे फेफड़े के कैंसर के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
  • सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति को खांसी दो या तीन हफ्ते तक हो सकती है। परन्तु अगर किसी को इससे ज्यादा लंबे समय से खांसी हो रही हो और इसके साथ साथ सीने में दर्द रहता हो तो मामला गंभीर हो सकता है।
  • लंग कैंसर का स्टार अगर ज्यादा बढ़ गया हो तो इससे पीड़ित कुछ मरीजों को खांसी करने पर बलगम के साथ खून भी बाहर आ सकता है।

सीने में दर्द और घबराहट

  • सीने में दर्द बढ़ने की समस्या कई बार फेफड़ों के कैसर से पीड़ित व्यक्ति में कैंसर के लक्षणों को दर्शाता है।
  • सीने में होने वाला ये दर्द कई बार बहुत समय तक या फिर बहुत दिनों तक आपको भयंकर पीड़ा पहुंचाता है।
  • फेफड़ों के कैंसर के दौरान जब फेफड़ों में ट्यूमर फैलने लग जाते हैं तब पीड़ित व्यक्ति को सांस लेते समय भी समस्या होने लग जाती है और घुटन सी महसूस होने लगती है।
  • घुटन जैसा अनुभव होना फेफड़ों के कैंसर के होने का एक लक्षण हो सकता है।

गले का बैठ जाना और घरघराहट होना

  • फेफड़ों के कैसर के लक्षणों में गले में हमेशा खराश रहना, घरघराहट होना या गले का बैठ जाना आदि भी अहम् संकेत देते हैं।
  • हालाँकि ये लक्षण फेफड़ों में किसी दूसरे कारण से हो जाने वाले सूजन से भी हो सकता है और साथ हीं फेफड़ों के कैसर के कारण भी हो सकता है।
  • अगर किसी व्यक्ति को खांसी करते वक़्त खांसी के साथ खून निकलने की समस्या होती है उस व्यक्ति के लिए यह फ़िक्र की बात होनी चाहिए क्योंकि ऐसे मामले में फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

रिकरिंग इन्फेक्शन

  • फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को ब्रोंकाइटिस जैसे श्वसन तंत्र में संक्रमण की भी समस्या हो सकती है।
  • इसके अलावा ऐसे व्यक्ति को निमोनिया की समस्या होना भी सामान्य बात होती है।
  • अगर किसी व्यक्ति को बहुत लंबे समय से अस्थमा की परेशानी हो और उसे पीलिया, दौरे आना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हों तो ये भी Lung Cancer Symptoms हो सकते हैं।

शरीर में सूजन की समस्या

  • फेफड़ों के कैंसर होने के बाद इस बीमारी के लक्षणों में लिम्फ नोड्स में कैंसर के फैलने के कारण से गर्दन के कई हिस्से तथा कॉलर बोन के ऊपर तथा चेहरे पर गांठ जैसा कुछ हो जाती है।
  • ऐसे गाँठ हो जाना फेफड़ों के कैंसर का संकेत माने जा सकते हैं।

हड्डियों में दर्द होने की समस्या

  • फेफड़े के कैंसर के बढ़ जाने पर अक्सर पीड़ित व्यक्ति के जोड़ों, पीठ, कमर तथा शरीर के अन्य कई हिस्सों में पीड़ा हो जाना एक सामान्य बात हो सकती है।
  • ऐसी कई मामलों में पीड़ित व्यक्ति की हड्डियों में फ्रैक्चर तक भी देखने को मिल सकता है।

न्यूरोलॉजीकल लक्षण

  • कैंसर कोशिकाओं का फेफड़े के कैंसर से ग्रषित पीड़ित व्यक्ति के नर्वस सिस्टम की तरफ जाने से न्यूरोलॉजीकल फंक्शन में परिवर्तन भी आ सकता है।
  • इस परिवर्तन की वज़ह से सिरदर्द, चक्कर आना, दौरे आना तथा पैर व कंधे में अकड़न जैसा महसूस हो सकता है।

आज के इस लेख में हमने Early Signs of Lung Cancer के साथ साथ कैंसर के आखिरी स्टेज में आने वाले लक्षणों के बारे में भी जाना। इन जानकारियों से आप भविष्य में ऐसी परेशानी से अपना तथा अपने जान पहचान वालों का बचाव कर सकने में सक्षम हो गए हैं।