Negative Effects of Teenage Dating: किशोरावस्था में डेटिंग के दुष्प्रभाव
आजकल किशोरों में भी डेटिंग का चलन काफ़ी बढ़ गया है। यह एक ऐसी स्टेज होती है जहाँ पर किशोरों के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक क्षमता का विकास होता है।
12 से 18 साल के बीच की उम्र किशोरावस्था होती है। आज की इस तेजी से बदलती हुयी लाइफ स्टाइल में किशोर आपको कई स्थानों पर डेटिंग करते हुए नजर आ ही जायेंगे।
यह एज ऐसी होती है की कॉलेज या स्कूल में पढ़ने वाले लड़के- लड़किया एक दूसरे के प्रति शीघ्र ही आकर्षित हो जाते है| कई किशोर तो दोस्तों के प्रभाव में आकर भी डेटिंग करने लगते हैं। और ऐसे में कुछ गलत कदम भी उठा लेते है। उन्हें इस दौरान सही गलत का अंदाजा ही नहीं होता है।
इस उम्र के लोग डेटिंग को रोमांस या सेक्स समझते हैं पर डेटिंग की वास्तविकता तो कुछ और ही होती है। किशोरावस्था में पूरी तरह से मानसिक और शारीरिक विकास नहीं होता है। जिस वजह से उनपर डेटिंग का बुरा प्रभाव पड़ता है। जानते है Negative Effects of Teenage Dating क्या हो सकते है?
Negative Effects of Teenage Dating: टीनेज में डेटिंग के है कई नुकसान
इंटरनेट चैटिंग
- इंटरनेट पर किशोरों का चैट करना आजकल क्रेज बन गया है।
- वास्तविक जीवन में साथी ना मिलने पर वे ऑनलाइन भी डेट के लिए पार्टनर तलाशने लगते है|
- पर सामने वाला व्यक्ति सही हे या नहीं इस कच्ची उम्र मे समझना मुश्किल है| और यह बात उनके लिए खतरा खड़ा कर सकती है|
दोस्तों के कारण गलत प्रभाव
- अपने दोस्तों की बातो का किशोरो में बहुत प्रभाव पड़ता है।
- कुछ किशोर तो अपनी डेट की प्लानिंग भी दोस्तों की सलाह के मुताबिक करते हैं।
- वे जोश के साथ डेटिंग तो शुरू कर देते है, लेकिन जल्दी बाजी में लिया गया डिसिजन पछतावे का कारण बन सकता है|
इमोशनल प्रॉब्लम्स
- डेटिंग में जब किशोर एक-दूसरे के प्यार में होते है तो ये प्यार नहीं विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण होता है।
- इस दौरान जब संबंधों में कड़वाहट होती है तो दोनों ही और से इमोशनल प्रॉब्लम्स हो जाती है।
- कई बार देखा गया है की किशोर डिप्रेशन या मानसिक बीमारी का भी शिकार हो जाते हैं।
मानसिक और शारीरिक विकास में कमी
- किशोर अवस्था में मानसिक और शारीरिक विकास अच्छे से नहीं हो पाता है।
- उस समय लड़के और लड़कियां एक-दूसरे के लिए बहुत अधिक उत्साहित होते है और एक दूसरे से शारीरिक रूप से जुड़ने का प्रयास करते हैं।
- इस अवस्था में किसी को सेक्स सम्बंधित सभी बातो की पूर्ण जानकारी नहीं होती है|
- इस वजह से वे गलतिया कर देते है और उनके मन में कहीं न कहीं डर बना ही रहता है। और वे इसके बाद परेशान रहने लगते है|
डेटिंग का सही मतलब
- किशोरों को डेटिंग करने से पहले यह जानना चाहिए की डेटिंग का मतलब सही मायने में क्या होता है।
- किशोरावस्था में विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण होना एक आम बात होती है परन्तु डेटिंग के नाम पर अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ सही नहीं है|
- गलत डेटिंग का प्रभाव आपके करियर, मानसिक स्थिति, आपकी जिंदगी आदि पर पढ़ सकता है|