बहुत से लोग साइनोसाइटिस और उससे होने वाले दर्द से परेशान रहते हैं। अगर आप भी इस बिमारी से दुखी है, तो आपको सबसे पहले इसके बारे में और इसके कारणों के बारे में जानना चाहिए और फिर जल्द ही इसका उपचार करवाना चाहिए, ताकि यह बीमारी गम्भीर रूप न ले सके।
साइनस हमारे चेहरे की हड्डियों के पीछे खोखले या खाली स्थान होते हैं। आमतौर पर यह हवा से भरे होते हैं। सर्दी और एलर्जी की वजह से सिनुसेस तरल पदार्थ से भर जाते हैं और ब्लॉक हो जाते हैं। बेक्टेरिया, कवक और वायरस इस द्रव में विकसित होने लगते हैं और संक्रमण का कारण बन जाते हैं। प्रायः एक्यूट- साइनस 4 हफ्ते के अंदर अच्छे हो जाते हैं। देखा गया है कि एक्यूट-साइनोसाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को हरे या पीले रंग की नसल-मुक्ति होने लगती है, और वह नाक बंद होना, चेहरे में दर्द, नाक बहना, खासी, थकान, मुंह से दुर्गन्ध आना, उच्च रक्तचाप, दन्त दर्द आदि समस्याओं से परेशान रहता है।
वही क्रोनिक-साइनस को ठीक होने में 8 से 12 हफ्ते का समय लग जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति गाल में दर्द, सर दर्द, थकान, बंद नाक, नाक में कैविटी होना आदि से परेशान रहते हैं। साइनस की बीमारी से सभी आयु वर्ग के लोग प्रभावित हो सकते हैं। हर 10 लोगो में से 1 व्यक्ति साइनोसाइटिस की बीमारी से पीड़ित होता है। इसके घरेलू उपचार के लिए जानते हैं Home Remedies for Sinus in Hindi.
Home Remedies for Sinus in Hindi: साइनस का घरेलू उपचार
लहसुन
लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टेरियल गुण होते हैं, इसलिए लहसुन को अद्भुत और प्राकृतिक उपचार के लिए जाना जाता है, जो कि बहुत सी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए लाभकारी होता है। प्रत्येक दिन 3 से 4 लहसुन की लौंग को खाने से साइनस के संक्रमण से राहत मिलती है और यह साइनस के संक्रमण को बढ़ने से भी रोकता है।अजवाइन का तेल
साइनस की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए अजवाइन का तेल बहुत ही उपयोगी होता है। जाने इसे प्रयोग करने का तरीका:- अजवाइन के तेल की 8 से 10 बूंदे एक पानी से भरे कटोरे में मिलाये।
- इस मिश्रण को स्टोव में रख कर तब तक उबाले, जब तक कि भाप बन के ना उड़ने लगे।
- अब अपने सर को और उस कटोरे को एक तौलिए से ढक ले।
- अब कटोरे से आने वाली भाप को श्वास के साथ अंदर लेना शुरू करें।
- अब इस प्रक्रिया को 3 से 4 दिन तक रोजाना 15 मिनिट तक करें। इससे आपको तंग छाती और नाक में बलगम को राहत मिलेगी।
हर्बल चाय
साइनस की समस्या से राहत के लिए हर्बल चाय एक अच्छी Sinus Infection Remedies में से एक है। जाने इसे प्रयोग में लाने का तरीका:- एक कप पानी में सेज, पुदीना और सौंफ को मिलाये।
- अब इस मिश्रण को अच्छे से उबालें।
- मिश्रण को गाड़ा होने दे।
- अब अपनी नासिका-मार्ग को खाली करने के लिए इस मिश्रण या हर्बल चाय को दिन में 2 बार पीएं।
आप यह भी पढ़ सकते है:- जानिये सर्दी-जुकाम से राहत पाने के आसान घरेलू उपचार
तरल पदार्थ का सेवन अधिक करें
जितना हो सके उतना अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें, विशेषकर पानी अधिक मात्रा में पीएं| ऐसा करने से आप डिहाइड्रेशन से दूर रहेंगे और आपके नाक और गले में बलगम में राहत मिलेगी| अच्छे परिणाम के लिए आपको रोज़ाना कम से कम 7 गिलास पानी पीना चाहिए, जिससे आपका बलगम जल्द ही शिथिल होने लगेगा और फिर आपको साइनस नहीं होगा।अगर आपको गम्भीर साइनस के संक्रमण है तो आप सॉफ्ट-ड्रिंक्स से बिलकुल दूर रहें, क्योंकि इसके सेवन करने से आपका शरीर जल्दी और आसानी से दहयदरते हो जाएगा। सलाह दी जाती है - साइनस की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को पर्याप्त आराम करना चाहिए।
लाल मिर्च
लाल मिर्च को रोज़ाना अपने आहार में शामिल करें, क्योंकि इसका नियमित सेवन करने से काफी हद तक साइनस संक्रमण के लक्षण कम हो जाते हैं। लाल मिर्च में पाया जाने वाला कैप्साइसिन नाक को साफ़ रखता है और नाक में बलगम को विकसित होने से रोकता है।शराब से बचें
साइनस के संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति को बिल्कुल भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि इस दौरान शराब का सेवन किया जाता है, तो यह नाक की बलगम झिल्ली और साइनस मार्ग को सूजा देता है, इसलिए किसी भी तरह के पदार्थ जिसमे अल्कोहल होता है, उनसे दूर रहना ही बेहतर होता है।डाइटरी-टिप्स:
यह सुनिश्चित करें कि-- आप रोज़ाना सब्जी और ताज़े फलों का रस पीए।
- साइनस संक्रमण के दौरान कभी भी स्टार्च, तला हुआ और मीठा ना खाएं।
- अगर आपका मीठा खाने का मन हे तो, खाने में चीनी के बजाय शहद मिला कर खाएं।
- विटामिन-A से युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि- टमाटर, पत्तेदार सब्जियां, गाज़र, अंडे आदि को अधिक खाना शुरू करें, इसे आपको साइनस के संक्रमण से लड़ने में मदद मिलेगी।