Benefits of Walking During Pregnancy: गर्भावस्था में पैदल चलना होता है फायदेमंद
माँ बनना दुनिया की हर औरत का एक सबसे सुन्दर और बहुमूल्य सपना होता है। कभी न कभी हर महिला इस पल का अनुभव करती है। ज्यादातर महिलाएं प्रेगनेंसी के समय अपने परिवार यानि घर के बड़े बुजुर्गो के साथ ही रहती है पर कुछ महिलाएं ऐसी भी होती है जो अपने परिवार से दूर रहती है तो ऐसे में उन महिलाओ के लिए प्रेगनेंसी का समय सबसे मुश्किल भरा होता है क्योंकि उन्हें ये बताने वाला कोई नही होता की उन्हें प्रेगनेंसी के समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
वैसे डॉक्टर्स तो परामर्श देते ही है पर फिर भी बुजुर्गो का तर्जुबा अलग ही रहता है। आज का हमारा ये आर्टिकल उन महिलाओ के लिए बहुत कारगर साबित होगा क्योंकि आज हम आपको बतायेंगे की महिलाओ को प्रेगनेंसी के समय क्या क्या करना सही होता है।
पहली बार माँ बनने का एक अलग ही एहसास होता है। बहुत सी महिलाओं के मन में ये प्रश्न चलता रहता है की प्रेगनेंसी में व्यायाम करना सही होता है या नही, ज्यादा घूमना या टहलना अच्छा होता है या नही इसके अलावा प्रेगनेंसी में कौन कौन से वर्कआउट करना माँ और शिशु के लिए अच्छा होता है आदि। इन सभी प्रश्नों के जवाब आज हम आपको हमारे इस आर्टिकल के जरिये बताने वाले है।
प्रेगनेंसी के दौरान सतर्कता बरतने वाली बातें जैसे तेज़ गति से चलना या तेज़ गति से सीढ़ियों पर उतरना सही नही होता है। जितना हो सके धीरे धीरे चलिए। प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को भारी वजन बिलकुल नही उठाना चाहिए। प्रेगनेंसी में आराम करन भी आवश्यक होता है साथ ही थोड़ा बहुत काम करना भी जरूरी होता है, इससे नार्मल डिलीवरी होने के चांसेस बढ़ जाते है। प्रेगनेंसी के समय कैल्शियम और आर्यन से भरपूर भोजन लेना चाहिए ये माँ और शिशु दोनों के लिए आवश्यक होता है। जानते है Benefits of Walking During Pregnancy के बारे में विस्तार से।
Benefits of Walking During Pregnancy: जाने प्रेग्नेंसी में पैदल चलने के अद्भुत फायदे
प्रेगनेंसी के दौरान चलना: Walking During Pregnancy
ज्यादातर महिलाओ के दिमाग में ये भ्रम होता है की प्रेगनेंसी के समय चलना-फिरना अच्छा नही होता है। जबकि ये बिलकुल गलत है, प्रेगनेंसी के समय महिला जितना टहलती या चलती है उतना ज्यादा अच्छा होता है। खाना खाकर के टहलना और भी फ़ायदेमंद होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान चलने के फायदे: Benefits of Walking During Pregnancy
- प्रेगनेंसी के समय एसिडिटी बहुत ज्यादा होती है ऐसे में महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान जितना ज्यादा पैदल चलती है उतना उन्हें एसिडिटी की समस्या में राहत मिलती है। साथ ही खाना भी बहुत अच्छे से पच जाता है।
- पैदल चलने से कब्ज को भी दूर किया जा सकता है। गर्भावस्था में कब्ज की समस्या हो जाना सामान्य बात है। हर रोज कुछ देर टहलने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
- पैदल चलने से रक्त संचार सही गति से चलता है जिससे प्रेगनेंसी में होने वाली सुजन से भी निजात मिलती है।
- अगर सुबह की फ्रेश एयर में कुछ देर पैदल घुमा जाये तो इससे तनाव भी कम होता है और शरीर में स्फूर्ति और ताजगी भी बनी हुई रहती है।
- गर्भावस्था में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव आते है साथ ही ब्लड प्रेशर भी काफी बढ़ जाता है। हर रोज टहलने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इससे ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है। साथ ही नींद भी अच्छी आती है।
- गर्भावस्था में टहलने से मांसपेशियों में तनाव नहीं आता है और वे लचीली बनी रहती है। मांसपेशियों के ललीचेपन के चलते नॉर्मल डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है।
- पैदल चलने से मधुमेह का खतरा कम हो जाता है साथ ही स्वस्थ्य शिशु के लिए प्रेगनेंसी के समय चलना बहुत आवश्यक रहता है।
प्रेगनेंसी के दौरान कितना चले?
गर्भ धारण करने के शुरुआत के तीन महीनों में विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है इसलिए शुरूआती तीन महीनों में रेस्ट ज्यादा करे और उसके बाद से छ: महीनों में टहलना बहुत अच्छा होता है। प्रेगनेंसी में प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा सुबह और शाम ज़रुर टहले। अगर आपको जल्दी थकान का अनुभव होता हो तो 5-5 मिनट टहलने के बाद कुछ देर बैठ जाये उसके बाद टहलने लगे इससे थकान कम होगी।
प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम: Exercise During Pregnancy
- ज़मीन अथवा चटाई पर पीठ के सहारे लेटें, जिसमें आपकी बाँहें बगल में, दोनों कूल्हे तथा घुटने मुड़े हुए तथा पैर ज़मीन पर होने चाहिये।
- चटाई पर पीठ के सहारे लेटे और अपने पैर एक साथ रखे, घुटने मुड़े हुए हों तथा पैर ज़मीन पर स्पर्श कर रहे हों। अब पैरों को दाहिनी ओर नीचे करें जिससे वे ज़मीन को स्पर्श करे तथा उसी समय अपने सिर को बायें तरफ़ मोड़े। इस स्थिति में 05 तक गिनती करें तथा रीढ़ में खिंचाव महसूस करें। इसे दूसरी तरफ़ दोहरायें।
- ज़मीन अथवा चटाई पर चित स्थिति में लेटें बाद में पेडू सतह को संकुचित करने का प्रयास करें जैसे कि आप पेशाब के बहाव को 4 सेकेण्ड तक रोक रहे हों, इसके बाद 3 सेकण्ड के लिये माँसपेशियों को शिथिल करें। यह व्यायाम कई दैनिक गतिविधियों के दौरान तथा किसी भी स्थिति में किया जा सकता है जैसे लेट कर, बैठ कर अथवा खड़े होकर।
- प्रेगनेंसी के समय महिलाएं अगर व्यायाम करती रहेंगी तो डिलीवरी नार्मल होने की सम्भावना बढ़ जाती है साथ ही महिलाएं अपने आप को डिलीवरी के बाद भी फिट रख सकती है। योगा से वजन को नियंत्रित भी आसानी से किया जा सकता है।
- प्रेगनेंसी के समय सुबह की ताज़ी हवा में जमीन पर चटाई बिछाकर और उस पर बैठकर ध्यान लगाना बहुत अच्छा होता है। इससे गर्भ में पल रहे शिशु का मानसिक विकास भी अच्छा होता है।
अब तो आप समझ ही गयी होंगी की पैदल चलना आप और आपके शिशु के लिए कितना फ़ायदेमंद है। इसलिए थोड़ा समय निकाल कर चलना शुरू करे। शुरुआत में थोड़ा थोड़ा करके चले फिर अपने चलने का समय बढ़ा सकते है। साथ ही यदि आपको कोई समस्या आती है तो आप अपने डॉक्टर से भी परामर्श ले सकते है। खुद भी स्वस्थ्य रहे और एक स्वस्थ्य शिशु को भी जन्म दे। इससे आपको और आपके परिवार वालो को ख़ुशी मिलेगी। साथ ही बच्चे को भी एक स्वस्थ्य जीवन मिलेगा।