Health Effects of Air Pollution: वायु प्रदूषण है स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक

वायु प्रदूषण आज कल के बढ़ते मशीनी उपयोग के कारण बहुत ही ज्यादा तेज़ी से बढ़ रहा। आज कल जिस देखे वो अपनी गाड़ी से ही ट्रेवल करना पसंद करता है और साथ ही कल कारखानों के स्मोक की समस्या और बाकि कसर नए नए उत्पादों को बनाने वाली मशीनो ने पूरी कर दी है इस प्रदूषण की समस्या को बढाने में।

वायु प्रदूषण के बढ़ने से बॉडी पर कई प्रकार के नुकसानदायक प्रभाव पड़ते है। इन प्रभावों से बचने के लिए कोशिश करे ज्यादातर प्रकृति के साथ रहने की। बढ़ते वायु प्रदूषण के साथ शरीर में हड्डियों के टूटने की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।

वायु प्रदूषण बॉडी में खनिजों की मात्रा को कम कर देता है जिससे की हड्डियाँ कमजोर हो जाती है टूटने लग जाती है। द लैनसेट प्लैनेटरी हेल्थ मैग्जीन के अध्ययन में यह साबित हुआ है की हॉस्पिटल के ज्यादातर लोग जिन्हे हड्डियाँ टूटने की शिकायत थी वो एयर पॉल्यूशन से काफी ज्यादा प्रभावित हुए थे।

आज के इस लेख में आप पढेंगे की यह एयर पॉल्यूशन की समस्या आपके शरीर के लिए किस तरह से खतरनाक साबित हो सकता है और आपको कितने सारे नुकसान पहुंचा सकता है। इस लेख में पढ़े Health Effects of Air Pollution.

Health Effects of Air Pollution: जाने वायु प्रदूषण के शरीर पर क्या इफेक्ट्स पड़ सकते हैं

भारत में एयर पॉल्यूशन

  • भारत और चीन दोनों ही काफी लम्बे समय से स्मोक की समस्या से काफी ज्यादा जूझ रहे है।
  • भारत की कैपिटल दिल्ली में वायु प्रदुषण इतना ज्यादा बढ़ गया है की वो लोगो के लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
  • इसी के चलते कोलंबिया यूनिवर्सिटी से संबद्धित मेलमन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के अध्ययन के मुताबिक यह सामने आया है की Effects of Air Pollution के कारण हड्डियों की समस्या काफी लम्बे समय तक के लिए शरीर में बनी रहती है।
  • इसे अलावा भी कई दूसरी अलग अलग प्रकार की रिसर्च में यह बताया गया है की दक्षिण एशियाई देशों में ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या काफी गंभीर रूप से बढ़ती जा रही है।
  • इस बीमारी से ग्रसित लोगों सबसे ज्यादा संख्या भारत में पायी जाती है।

रिसर्च के अकॉर्डिंग एयर पॉल्यूशन

  • भारत में हर साल 1.5 करोड़ लोग एयर पॉल्यूशन की वजह से गंभीर समस्या से ग्रसित हो जाते है।
  • दुनियाभर में करीब 89 लाख फ्रैक्चर हर साल ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या के कारण होते हैं।
  • जिसके अनुसार यह अनुमान लगया गया है की हर 3 सेकंड में एक व्यक्ति फ्रैक्चर से पीड़ित होता है।
  • इसके अलावा 61% महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से होने वाले फ्रैक्चर से पीड़ित होती है।
  • जब की पुरुषों में 2050 हिप फ्रैक्चर की समस्या 310 फीसदी तक बढ़ने की आशंका सामने आई है।
  • साथ ही 2050 तक यह समस्या महिलाओं में 240 फीसदी तक बढ़ सकती है।
  • 50 साल की उम्र या उसके आसपास की उम्र की हर 3 महिला में से 1 महिला ऑस्टियोपोरोसिस फ्रैक्चर से पीड़ित होती है।
  • जब की पुरुषों में यह समस्या 5 में से एक 1 पुरुष के साथ होती है।
  • 30 से 70 फीसदी तक लोगो को वर्टेबरल फ्रैक्चर होता है और 15 से 20 फीसदी तक लोगो को नॉनवर्टेबरल फ्रैक्चर होने की आशंका रहती है।
  • इसके अलावा जिन लोगो को हिप्स फ्रैक्चर की समस्या है उनमे से 40% तक हीं इसे दवाओं के द्वारा ठीक कर पाते है।

भविष्य में एयर पॉल्यूशन की समस्या

  • Sources of Air Pollution की वजह से जिस तरह लोग हड्डियों की समस्या से पीड़ित हो रहे है।
  • अगर इस एयर पॉल्यूशन को यहीं नहीं रोका नहीं गया तो 6 करोड़ से ज्यादा मरीज 2025 तक इस समस्या से ग्रसित हो जाएंगे।
  • यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ सुरे की रिसर्च में यह साबित हुआ है की दक्षिण एशियाई देश ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से काफी ज्यादा प्रभावित है और साथ ही आगे चल के यह समस्या काफी गंभीर रूप भी ले सकती है।
  • इसी के साथ एक नई रिपोर्ट में यह साबित हुआ है की सिर्फ भारत में ही 1.5 करोड़ लोग एयर पॉल्यूशन से होने वाली बीमारी का शिकार है।
  • एक रिसर्च के मुताबिक 2025 तक देश में ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित मरीजो की संख्या 6 करोड़ होने की सम्भावना सामने आई है।
  • वायु प्रदूषण से होने वाली समस्या ऑस्टियोपोरोसिस का पता तब चलता है जब शरीर को इस बीमारी से काफी नुकसान पहुँच चुका होता है।
  • आज कल के बढ़ते वायु प्रदूषण की समस्या के कारण यह समस्या कम उम्र के लोगो में भी देखने को मिली है।
  • पहले यह माना जाता तक की एयर पॉल्यूशन से होने वाली यह समस्या सिर्फ बुजुर्गो को ही होती है लेकिन आज कल यह समस्या 30 वर्ष के युवाओं को भी काफी प्रभावित कर रही है।

एयर पॉल्यूशन से महिलाएं ज्यादा प्रभावित

  • भारत में काफी ज्यादा मात्रा में एयर पॉल्यूशन होता है जिस वजह से एयर पॉल्यूशन से होने वाली बीमारियाँ काफी तेज़ी से बढ़ रही है।
  • भारत में 50 की उम्र के बाद हर 3 में से एक महिला इस से होने वाली बीमारियों से ग्रसित है।
  • इंटरनेशनल ऑस्टियोपाेरोसिस फाउंडेशन के अनुसार 2050 ऑस्टियोपोरोसिस हिप फ्रैक्चर की संख्या में बढ़ोतरी होगी और साथ ही यह समस्या कई महिलाओं में भी देखने को मिलेगी।
  • इसके अलावा 50% तक ऑस्टियोपोरोसिस हिप फ्रैक्चर की समस्या एशिया के लोगो में ज्यादा पाई गयी है।
  • इसका सबसे बड़ा कारण यह माना जा रहा है की यहाँ के अधिकतर लोग गांव में रहते जहाँ इसकी सही समय पर जाँच नहीं हो पाती है।
  • महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ कर देती है जिस वजह से वे अपने खान पान पर ध्यान भी नहीं दे पाती है।
  • डब्लूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन) के मुताबिक है व्यक्ति को रोज़ाना कम से कम 1000 से 1300 एमजी तक कैल्शियम लेना चाहिए।
  • अभी एयर पॉल्यूशन से होने वाली बीमारी से 2.5 करोड़ लोग पीड़ित है। यह सिर्फ भारत का आंकड़ा है और इसमें अधिकतर महिलाएं है।
  • इसमें वो महिलाएं जो शहर में रहती है उन में विटामिन डी की कमी देखी गई है।
  • 20 करोड़ महिलाएं दुनिया भर में एयर पॉल्यूशन से होने वाली समस्या से पीड़ित है। साथ ही इसमें युवा महिलाएं भी शामिल है जिनकी उम्र कम है।

एयर पॉल्यूशन होने वाली समस्याएं

  • साँस संबंधित समस्याएं उत्पन्न होना।
  • कैंसर होने की संभावना हो सकती है। किसी किसी परिस्थिति में यह शरीर में कैंसर के सेल्स को बढ़ावा देता है।
  • फेफड़ों की बीमारी हो सकती है।
  • मस्तिष्क की समस्या भी उत्पन्न होने की संभावना रहती है यह दिमाग के कई टिश्यू को प्रभावित करता है।
  • इसी सब समस्या के साथ यह गुर्दो की समस्या उत्पन्न करता है।
  • ऑस्टियोपोरोसिस और ऑर्थराइिटस दोनों होने की संभवना को बढ़ावा देता है।

ऊपर दिए लेख में आज आप ने जाना की एयर पोलुशन से होने वाले समस्या की आज दुनियाभर में क्या स्थिति है और अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आगे क्या स्थिति बन सकती है। जैसे ही इन में से किसी भी बीमारी के लक्षण पाए जाए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए जिससे सही समय पर सही उपचार पा सके और बीमारियों के गंभीर होने के पहले इनका इलाज कर सके।