Sleeping Position During Pregnancy: गर्भावस्था में किस तरह से सोना है लाभकारी

गर्भावस्था के दौरान महिला को अपना और अपने बच्चे दोनों का विशेष ध्यान रखना होता है। महिला को खान पान से लेकर अपने चलने फिरने, कार्य करने आदि का भी ध्यान देना पड़ता है।

गर्भवती महिला को अपने सोने की स्थिति पर भी ध्यान देना आवश्यक होता है ताकि बच्चे को सुरक्षित रखा जा सके। इसके लिए भी डॉक्टर आपको सलाह देते है किस महीने में आपके कैसे सोना चाहिए।

गर्भवस्था के दौरान पहले कुछ महीने में नींद आती है परन्तु जैसे जैसे महीने गुजरते है नींद ना आने की समस्या होने लगती है। नींद नहीं होने से बेचैनी होती रहती है। सही तरीके से सोने पर महिला और बच्चा दोनों ही आसानी से सो सकते है।

गर्भवस्था के दौरान किस तरह से सोने से आपको लाभ मिलेगा इसकी जानकारी रखना भी ज़रुरी होता है। इसके लिए जानते है Sleeping Position During Pregnancy के बारे में।

Sleeping Position During Pregnancy: जानिए गर्भावस्था के दौरान सोने का सही और गलत तरीका

गर्भावस्था में सोने का सही तरीका

बायीं करवट सोना है लाभकारी

  • गर्भावस्था के दौरान करवट पर सोना फ़ायदेमंद होता है। इस दौरान महिला को बायीं करवट पर सोना चाहिए। इस करवट पर सोने से किडनी, यूट्रस और गर्भ में सही तरह से रक्त संचार अच्छे से हो पाता है।
  • साथ ही भोजन का पाचन भी आसानी से हो जाता है। ऐसे सोने से हाथों और पैरों में सूजन भी कम होती है।
  • गर्भावस्था के दौरान सोने के लिए यह सबसे अच्छी पोजीशन मानी जाती है।

तकिये का इस्तेमाल

  • गर्भावस्था में आप सोने को आरामदायक बनाने के लिए तकिये का उपयोग कर सकते है।
  • गर्भावस्था के अंतिम महीनो में शिशु के बढ़ने से सोने में असुविधा होने लगती है। इस असुविधा को कम करने के लिए तकिये का सहारा लिया जा सकता है।
  • इसके अतिरिक्त आप पीठ के पीछे तकिये को लगाकर इस तरह लेट सकती है की जिसके कारण आपके कमर पर भी वजन ना पड़े और आप बैठने से भी बच सकती है।
  • ध्यान रहे की आप जिस भी तकिये का उपयोग करे वह आरामदायक और सॉफ्ट होना चाहिए ताकि आपको उसमे कठिनाई न आ सके।

गर्भावस्था में किस तरह नहीं सोना चाहिए

पीठ के बल सोने से बचे

  • शुरू के कुछ महीनो में पीठ के बल सोना नुकसानदायक नहीं होता है । परन्तु जैसे जैसे गर्भ में शिशु का आकार बढ़ता है महिला को पीठ के बल सोने में असुविधा होने लगती है।
  • पीठ के बल सोने से महिला को भी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। क्योंकि इस प्रकार सोने से महिला और शिशु दोनों का भार पीठ पर होता है।
  • ऐसे सोने से अपच, साँस लेने में कठिनाई, रक्त परिसंचरण आदि समस्याएं आने लगती है।
  • ऐसे सोने से महिला और शिशु दोनों की तकलीफ़ बढ़ जाती है।
  • पीठ के बल सोने से महिला के शरीर में रक्त प्रवाह कम हो जाता है जिसके कारण शिशु को भी रक्त उचित मात्रा में मिलना बंद हो जाता है।
  • इसलिए गर्भावस्था के अंतिम कुछ महीनों में पीठ के बल सोना बंद कर देना चाहिए।

पेट के बल सोना

  • गर्भवस्था के समय पेट के बल कभी भी नहीं सोना चाहिए इससे बच्चे और महिला दोनों को समस्या हो सकती है।
  • गर्भवस्था के दौरान पेट में कई परिवर्तन होते है यदि आप पेट के बल सोती हैं तो यह परिवर्तन होने में कठिनाई होती है।

कमर के बल

  • गर्भवस्था के दौरान महिला को कमर के बल ज्यादा जोर देकर नहीं सोना चाहिए।
  • एक हलकी करवट लेना सही रहेगा और ऐसा करने से कोई परेशानी भी नहीं आएगी।

आवश्यक जानकारी

  • जैसा की ऊपर आपको बताया गया है की बायीं करवट में सोना लाभकारी होता है परन्तु पूरे समय एक ही करवट पर सोना महिला के लिए चुनौतीपूर्ण होता है इसलिए आप समय समय पर थोड़ी देर के लिए करवट को बदल सकती है।
  • लेकिन कोशिश करे की ज्यादा समय आप बायीं करवट पर ही सोये।
  • इस बात का भी ध्यान रखे की आप जब भी सोये करवट लेकर ही सोये।
  • गर्भावस्था के दौरान पहले तो आपको नींद अधिक आएगी लेकिन इसके अंतिम महीनो में नींद में कमी होती जाएगी इस लिए आप अभी से भी पर्याप्त नींद ले ले ताकि बाद में आपको नींद की परेशानी न हो और साथ ही इससे बच्चा भी स्वस्थ रहेगा।
  • गर्भवस्था के प्रारम्भ से ही बायीं करवट पर सोने का प्रयास करे ऐसा करने से आपको कुछ महीनों में बायीं करवट पर सोने की आदत हो जाएगी और जिन महीनों में आपको बायीं करवट पर सोने की ज्यादा आवश्यकता होती तो उस समय आपको कठिनाई कम आएगी।

नींद के लिए कुछ ज़रुरी टिप्स

  • गर्भवती महिला को दिन के समय ज्यादा नींद नहीं लेनी चाहिए ऐसा करने से रात के समय नींद न आने की समस्या हो सकती है।
  • यदि आप रात के समय नींद में पीठ के बल सोती हुयी मिले तो भी इसमें चिंता नहीं करनी चाहिए। कभी कभी ऐसा हो सकता है । जब भी आपकी नींद खुले और आपको लगे की आप पीठ के बल सो रही है तो अपनी अवस्था को तुरंत चेंज कर ले।
  • यदि आपको रात के सोते समय ज्यादा गरमी लगती है जिसके कारण आपको बेचैनी लगती है तो आप सोने से पहले स्नान कर के सो सकती है ऐसा करने से आपको नींद अच्छी आएगी।
  • सोते समय इस बात का भी ख्याल रखे की आपके कपड़े आरामदायक होने चाहिए ताकि आपको सोने में परेशानी न हो। खासकर कॉटन के कपड़ो का ही उपयोग करे।
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिए यह आपके और आपके शिशु दोनों के लिए फ़ायदेमंद होगा। पानी नहीं पीने से शरीर में निर्जलीकरण की समस्या हो सकती है।
  • इस बात का भी ध्यान रखे की आप दिन भर तरल पदार्थो का सेवन करे परन्तु रात के सोने से कुछ घंटो पहले इसका सेवन करना बंद कर दे। नहीं तो आपको सोने के दौरान बार बार वाशरूम जाना पड़ सकता है।

उपरोक्त जानकारी के साथ साथ संतुलित आहार पर भी विशेष ध्यान दे। यह भी नींद को पूरा करने में मदद करते है और साथ ही महिला और बच्चे दोनों के विकास के लिए आवश्यक होते है।