जानें सोने के सही तरीके और उनसे सेहत को मिलने वाले लाभ

जानें सोने के सही तरीके और उनसे सेहत को मिलने वाले लाभ

यह तो सभी जानते है कि पर्याप्त नींद लेना स्वस्थ शरीर के लिए कितना आवश्यक है, लेकिन आज की भागदौड़ वाली ज़िन्दगी में हमारे पास खुद के लिए भी समय नहीं है। आज लोगों की दिनचर्या काम से शुरू होती है और काम पर ही ख़त्म हो जाती है।

अगर पुरुषो की बात की जाये तो सुबह उठते ही वो घर के कुछ कार्यो में व्यस्त हो जाते है या रात को लेट सोने की वजह से सुबह देर से उठते है। इसके बाद जब उनकी नींद खुलती है तो उनके दिमाग में एक ही बात घूमती कि ऑफिस के लिए लेट न हो जाये और जल्दी-जल्दी तैयार होकर अपने काम पर निकल जाते है। इसके बाद दिनभर ऑफिस के काम में निकल जाता है। फिर घर आकर भी रात को देर तक काम करेंगे, टीवी देखेंगे या तो लैपटॉप चलाते रहेंगे और देर रात को सोने की कोशिश करेंगे।

वही महिलाओं की दिनचर्या भी कुछ इसी तरह की होती है अंतर केवल इतना है कि अगर वो हाउसवाइफ है तो उनके दिन बच्चो और घर के कामो में निकल जाता है। इस बिगड़ी हुई दिनचर्या के कारण हमारी नींद का बैलेंस भी गड़बड़ा जाता है जो हमारी सेहत, सफलता और विकास पर मानो रूकावट पैदा कर देता है।

ऐसे में अगर आप सोने के सही तरीकों को आजमाएंगे तो शायद आपकी अनिद्रा की समस्या का समाधान जरूर हो जायेगा और आप भरपूर नींद का आनंद ले पाएंगे। आज हम आपको बता रहे है Best Position to Sleep in Hindi.

 

Best Position to Sleep in Hindi: जानें सोने के तरीके और उनके लाभ

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नींद से जुड़ी आपकी गलत आदतें आपके स्वास्थ्य के लिए तो नुकसानदेह होती है ही साथ ही यह आपकी पर्सनालिटी और कार्यक्षेत्र में आपके परफॉरमेंस पर भी असर डालती है। इंग्लैंड के बॉडी लैंग्वेज विशेषज्ञ रॉबर्ट फिप्स और स्लीप असेस्मेंट एंड एडवाइजरी सर्विस के डायरेक्टर व शोधकर्ता क्रिस इड्जीकोवस्की के अनुसार सोने का तरीका व्यक्ति के स्वाभाव और व्यक्तित्व को भी दर्शाता है। उनके अनुसार हर व्यक्ति का अपना सोने का तरीका और पोजीशन होती है जिसमें वो खुद को कम्फ़र्टेबल महसूस करता है। आइये जाने Best Sleeping Position.

 

6 से 8 घंटे की नींद है जरूरी

सोने के सही तरीके साथ-साथ शरीर के लिए नींद की पर्याप्त मात्रा भी बहुत जरुरी है। हर व्यक्ति को सामान्य रूप से कम से कम 6 घंटे तथा अधिक से अधिक 8-9 घंटे की नींद नियमित पूरी करना चाहिए। अगर आप पर्याप्त नींद लेते है तो आपका दिन खुशनुमा गुजरता है और काम में भी मन लगता है। लेकिन अगर आप सामान्य से अधिक नींद लेते है तो सरदर्द, बॉडी पैन जैसी परेशानियां आपका मन काम में नहीं लगने देती है।

 

पीठ के बल सोना

अच्छी और सेहतमंद नींद के लिए पीठ के बल सोने का तरीका सबसे अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस अवस्था में आपका सर, हाथ-पैर और रीद की हड्डी अपनी प्राकृतिक स्थिति में रहते है। इसका एक फायदा यह भी है कि चहरे और स्किन पर होने वाली झुर्रियां भी नहीं होती है, क्योंकि हमारा फेस किसी भी तरह से दबता नहीं है।

लेकिन  इस पोजीशन में सोने के कुछ नुक्सान भी है जैसे ऐसे सोने से खर्राटे अधिक आते है और ऐसे में अगर साँस कुछ समय के लिए रुक जाती है तो मधुमेह, उच्च रक्तचाप और तनाव होने की सम्भावना बड़ जाती है।

 

सोने का स्टारफिश तरीका

सोने का स्टारफिश तरीका भी बहुत अच्छा है इस पोजीशन में आपको सोना तो पीठ के बल ही होता है लेकिन आपके हाथो और पैरों की पोजीशन बदल जाती है। सोने के इस तरीके में पीठ के बल लेटकर अपने दोनों पैरों को फैला लें और दोनों हाथो को कोहनियों से मोड़कर अपने सर के पास रखें।

 

करवट लेकर सोना

एक तरफ करवट लेकर सोना भी हमारे लिए फायदेमंद होता है खासकर उन् लोगों के लिए जिन्हें साँस लेने में तकलीफ होती है और नींद में खर्राटे की समस्या अधिक होती है। इस स्थिति में सोने से गर्दन और पीठ को भी आराम मिलता है।

लेकिन करवट लेकर सोने के भी दो तरीके होते है दायीं करवट से सोना और बायीं करवट से सोना। इन् दोनों स्थितियों में सोने से अलग-अलग फायदे मिलते है।

 

1. बांयी करवट सोने के फायदे

बायीं करवट लेकर सोने के कई आश्चर्यजनक फायदे है। जिन्हें जानकर आप भी इस पोजीशन में सोने की कोशिश करेंगे। एक शोध के अनुसार इस स्थिति में सोने से पेट फूलने की समस्या, दिल के रोग, पेट की खराबी, गैस, एसिडिटी और थकान जैसी समस्यओं से राहत मिलती है।

इसके अलावा शरीर में जमा होने वाले टॉक्सिन लसिका लैंटर द्वारा बाहर निकल जाते है। जब हम बायीं तरफ सोते है तो हमारे लीवर पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं पड़ता है। इसलिए यह टॉक्सिन से आसानी से बहार निकल जाते है।

 

2. दायीं करवट लेकर सोना

अगर आप दायीं करवट लेकर सोते है तो थोड़ा सावधान हो जाये, दरअसल इस अवस्था में सोने से शरीर में मौजूद टाक्सिन ठीक तरह से बाहर नहीं निकल पाते है। जिससे दिल पर ज्यादा जोर पड़ता है और कई बार हार्ट रेट भी बढ़ जाता है। साथ ही पेट के रोग भी लग जाते है।

शोधकर्ताओं के अनुसार इस अवस्था में सोने दिमाग में मौजूद गंदगी साफ़ होती है। साथ ही ब्लड प्रेशर और उच्च रक्तचाप की समस्या नहीं होती है।

 

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पेट के बल सोना नुकसानदेह

डॉक्टर्स के अनुसार पेट के बल सोना आपके शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस अवस्था में पेट, गर्दन, रीढ़ की हड्डी आदि को नुकसान पहुँच सकता है, क्योंकि ऐसे सोते समय हमारे शरीर के अंग अप्राकृतिक रूप से मुड़ते है और शरीर सुन्न भी रह जाता है। जो स्वास्थ के लिए ठीक नहीं है। आइये जाने पेट के बल सोने होने वाले अन्य नुकसानों के बारे में-

  • अगर मिर्गी का मरीज इस पोजीशन में सोता है तो उसकी आकस्मिक मौत भी हो सकती है।
  • एक शोध के अनुसार अगर कोई लड़की या महिला पेट के बल सोती है तो उनके स्तन काफी समय तक दबे रहते है। जिस कारण स्तनों के लिग्मेंट्स खिंच जाते है और स्तनों का शेप बिगड़ने लगता है।
  • पेट के बल सोने से चेहरे और शरीर पर झुर्रियां कम उम्र में दिखने लगती है।
 

भ्रूण की तरह सोना

इस अवस्था में सोने के कई फायदे और नुकसान भी है। अगर आप घुटनों को मोड़कर या छाती की तरफ लगाकर सोते है तो आप रात में कभी आसानी से करवट ले सकते है। ऐसे सोने से रीढ़ की हड्डी पर दवाब नहीं पड़ता है और सुबह उठकर आप तरोताजा भी महसूस करते है।

लेकिन इस अवस्था में पीठ और गर्दन का दर्द होता है और यह स्तनों पर भी बुरा असर डालता है।

 

आज आपने जाने Best Position to Sleep in Hindi. अपने सोने के तरीकों को बदल कर आप गहरी नींद और बेहतर स्वास्थ्य का आनंद ले सकते है। इसलिए अपने तरीकों को छोड़कर इन् पोसिशन्स को अपनाएं।

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