Trans Fat in Hindi: स्लो पॉइज़न की तरह होता है ट्रांस फैट युक्त आहार
ट्रांस फ़ूड एक तरह का अनहैल्थी पदार्थ होता है जिसे ट्रांस फैटी एसिड भी कहते है। यह तेल में पाए जाने वाले हाइड्रोजनेशन की केमिकल प्रोसेस से बनता है। यह बॉडी को काफी ज्यादा नुक्सान पहुंचाता है।
यह ट्रांस फैट तब उत्पन्न होता है जब आयल का हाइड्रोजनेशन एक सॉलिड रूप ले लेता है। आहार का स्वाद लम्बे समय के लिए अच्छा रखने के लिए और आहार को लम्बे समय तक ख़राब होने से बचा ने के लिए।
यह सबसे ज्यादा फ्रेंच फ्राइज में पाया जाता है जिसे लोग काफी पसंद भी करते है। जब कभी भी किसी आयल में कुछ डीप फ्राई किया जाता है तो यह ट्रांस फैट उत्पन्न करता है।
इस लेख में आप जाने की ट्रांस फैट क्या होता है और इससे शरीर को किस तरह का नुकसान होता है। कौन-से आहार होते है जो ट्रांस फैट से युक्त होते है। इस लेख में पढ़े Trans Fat in Hindi.
Trans Fat in Hindi: FSSAI करने वाली है ट्रांस फैट की लिमिट कम
What is trans fat: क्या होता है ट्रांस फैट?
- ट्रांस फैट दो प्रकार के होते है।
- पहला नेचुरल ट्रांस फैट होता है, जो जानवरो और उनसे प्राप्त होने वाली खाने की चीजों में मौजूद होता है।
- दूसरा आर्टफिशल ट्रांस फैट होता है, जो इंडस्ट्री में प्रोसेस किये गए फूड्स और वेजिटेबल में पाया जाता है।
- यह कई प्रकार के तेलों में पाया जाता है।
ट्रांस फैट से बीमारियाँ
- ट्रांस फैट से युक्त आहार काफी ज्यादा स्वादिष्ठ होता है। लेकिन यह बॉडी के लिए उतना ही नुकसानदायक होता है।
- यह बॉडी के बुरे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है।
- ट्रांस फैट युक्त चीज़े अच्छी तरह से पच नहीं पाती है।
- साथ ही ट्रांस फैट से युक्त आहार शरीर के हर पार्ट में फैट जमा करते है।
- यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को प्रभावित करता है और साथ ही अन्य बीमारियों को इन्वाइट करता है।
- ट्रांस फैट युक्त चीज़ो के सेवन से मोटापा, किडनी और दिल की बीमारी ज्यादा होती है।
- ट्रांस फैट बॉडी को अंदर से कमजोर कर देता है।
भारत में ट्रांस फैट का सेवन
- भारत में कई ऐसी चीज़े है जिन्हें लोग शोक से खाना पसंद करते है, जिसमे ट्रांस फैट होता है।
- इसमें पराठा, आलू टिक्की, आलू पूड़ी, छोले भटुरे आदि शामिल है।
- इसके अलावा सभी बेकरी आइटम्स जैसे केक, कुकीज़, बिस्कुट, क्रीम कैंडीज, फ़ास्ट फ़ूड, डोनट्स आदि।
- खाने की ये सभी चीजो का नाम सुनकर मुँह में पानी आ जाता है।
- पहले 40 फीसदी ट्रांस फैट पाया जाता था। जिसे एक दो साल पहले कम करके 5 फीसदी कर दिया गया था।
- लेकिन डॉक्टर्स के अनुसार यह मात्रा भी बहुत ज्यादा है इसलिए एफएसएसआई ट्रांस फैट का मात्रा कम कर 2 फीसदी करने का सोच रही है।
- इसके लिए कंपनी को फ़ूड प्रोसेसिंग के वक्त आर्टिफिशल ट्रांस आयल का इस्तेमाल कम करना होगा।
- वैसे भी भारत में तेल और घी को लेकर अभी तक कोई रेगुलेशन नहीं बने है।
- विदेशो में तेल में ट्रांस फैट बेन है और चीज़ो में इसकी एक सीमित मात्रा तय की गयी है। उसी प्रकार भारत में भी इसकी अभी 2 फीसदी मात्रा तय करने पर विचार जारी है।
- ऐसे में कम्पनीज का कहना है कि वो ट्रांस फैट को कैसे कम कर सकते है उसके पास इसे कम करने के लिए कोई एडवांस तकनीक नहीं है।
2023 तक ट्रांस फैट फूड पर बेन लगेगा
- डब्लूएचओ काफी समय से यह जतन कर रहा है की दुनियाभर से ट्रांस फैट कम ख़त्म हो जाए और लोग स्वस्थ रहे।
- डब्लूएचओ की रिपोर्ट्स के हिसाब से दुनिया में 5 लाख लोगो की मौत दिल की समस्या की वजह से होती जो शरीर में ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ने से होती है।
- यह ट्रांस फैट प्रॉसेस्ड फ़ूड जैसे वेजिटेबल ऑयल, डेयरी प्रोडक्ट्स और फास्ट फूड में पाया जाता है।
- डब्लूएचओ ने ऐलान किया कि जिन फ़ूड प्रोडक्ट्स में ट्रांस फैट पाया जायेगा 2023 तक उन्हें बेन किया जाएगा।
- कुछ देशो में हाइड्रोजनेटेड आयल को बेन कर दिया है। यह इंडस्ट्री में बनने वाले ट्रांस फैट युक्त फ़ूड का अहम सोर्स है।
Trans Fat Foods: जानिए कौन-से आहार है ट्रांस फैट से युक्त
पॉपकॉर्न
- पॉपकॉर्न एक ऐसी चीज़ है जो लोग स्नैक्स के तौर पर खाना बहुत पसंद करते है।
- बटर से कोटेड खुशबूदार पॉपकॉर्न ट्रांस फैट से युक्त होते है।
- जब भी कभी इसका सेवन करे एक सीमित मात्रा में करें और कभी कभी ही करें।
चिप्स
- चिप्स डीप फ्राई कर के बनाई जाती है।
- बच्चें हो या बड़े सभी चिप्स का सेवन बहुत चाव से करते है।
- चिप्स किसी भी चीज़ की बनी हो वह डीप फ्राई होने के बाद ट्रांस फैट से युक्त हो ही जाती है और उसकी पौष्टिकता कम हो जाती है।
कूकीज और बिस्कुट
- बिस्कुट और कूकीज को लम्बे समय तक ताज़ा रखना होता है।
- इस वजह से इसमें इस्तेमाल होने वाला बटर और आयल ट्रांस फैट से युक्त होता है।
- बिस्कुट और कूकीज को हर कोई खाता है, इसलिए इसका भी सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए।
सभी फ्रोजेन फ़ूड
- मार्किट में आज कल काफी प्रकार के फ्रोजेन फ़ूड मिलने लग गए है।
- उन फ़ूड को लम्बे समय के लिए ताज़ा और स्वादिष्ट रखने के लिए ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है।
- इसके इस्तेमाल से वो आहार काफी लम्बे समय तक के लिए ताज़ा रहते है।
आइसक्रीम
- आइसक्रीम एक ऐसा पदार्थ है जिसका सेवन सभी को अच्छा लगता है।
- लेकिन शायद ही आपको पता हो कि आइसक्रीम में भी ट्रांस फैट होता है।
- आजकल मार्किट में जो रेडीमेड आइसक्रीम मिक्स मिलती है इसे दूसरे अलग अलग प्रकार के मिक्सेस सभी ट्रांस फैट से युक्त होते है।
- इसके अलावा यह डेरी प्रोडक्ट से बनता है जिसमे नेचुरल रूप से ट्रांस फैट पाया जाता है।
यहाँ आपने Trans Fat Definition के साथ साथ जाना कि यह अंदर ही अंदर शरीर में कई प्रकार की बीमारियों को उत्पन्न करता है इसलिए जितना हो सके उतनी कम मात्रा में ट्रांस फैट का सेवन करना चाहिए। ट्रांस फैट बॉडी में स्लो पॉइज़न की तरह काम करता है।