गर्भपात करवाना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे बहुत ही सोच समझ कर ही किया जाना चाहिए। गर्भपात में अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाया जाता है। गर्भपात एबॉर्शन पिल्स या फिर ऑपरेशन के जरिये करवाया जाता है।
अधिकतर दंपति या प्रेमी जोड़े बिना सोचे समझे एबॉर्शन करवा लेते है। बार बार एबॉर्शन करवाना महिला के लिए खतरनाक हो सकता है। बार बार एबॉर्शन करवाने से महिला को भविष्य में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
बार-बार गर्भपात होने से महिला पर मानसिक और शारीरिक रूप से असर पड़ता है। साथ ही भविष्य में होने वाले बच्चे विकलांग पैदा होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
गर्भपात से कैंसर जैसी बीमारियाँ भी महिला को ग्रसित कर सकती है। इसलिए आप जब भी गर्भपात के लिए सोचे तो थोड़ा विचार ज़रुर करे। गर्भपात करवाने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रुर परामर्श ले। जानते है Abortion Side Effects, अर्थात बार बार गर्भपात से महिला को क्या क्या नुकसान हो सकते है।
Abortion Side Effect: जानिए गर्भपात कराने से उत्पन्न होने वाली समस्याएं
मिसकैरेज होने का खतरा
- एक बार अबोर्शन करवाने के पश्चात् महिला में मिसकैरेज होने कि अधिक सम्भावनाये बढ़ जाती हैं क्योंकि ऐसा करने से गर्भाशय बहुत कमज़ोर हो जाता है।
केंसर का खतरा
- एक बार गर्भपात करवाने से सर्वाइकल कैंसर का रिस्क ढाई गुना तक बढ़ जाता है।
- दो या उससे अधिक गर्भपात कराने पर इस प्रकार का खतरा चार गुना तक बढ़ जाता है।
अनसेफ गर्भपात
- अनसेफ गर्भपात महिला के स्वास्थ्य को नुकसान पंहुचा सकता है।
- ऑपरेशन हेतु असुरक्षित उपकरणों का प्रयोग, गंदी सुविधाऐं होना और कम अनुभवी लोग से ऑपरेशन करवाना यह सब स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
- यदि एबॉर्शन को सही से ढंग से नहीं किया गया तो महिला की मौत तक हो सकती है।
हार्ट या मधुमेह की समस्या
- यदि महिला को हार्ट या मधुमेह जैसी कोई बीमारी है तो गर्भपात से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- गर्भपात के समय में उपयोग होने वाली एनेस्थीसिया या सर्जरी से कई तरह के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
बाँझपन का शिकार
- बार-बार गर्भपात होने से महिला के बाँझ होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है ।
- बार-बार गर्भपात होने के कारण गर्भ ठहरने में परेशानी होती है और फिर महिला बच्चे को जन्म भी नही दे पाती।
इसके अतिरिक्त अन्य नुक्सान
- यदि आप एबॉर्शन पिल्स लेंगी तो भी आपको अधिक मात्रा में चक्कर आना, ब्लीडिंग, सिरदर्द, मासिक दर्द , ऐठन, संक्रमण और गर्भाशय में सूजन जैसी समस्या हो सकती है ।
- मेडिकल एबॉर्शन करवाने से पेल्विक संक्रमण,योनि संक्रमण तथा निशान या पूरे शरीर पर इंफेक्शन भी हो सकता है।
- जो महिलाएं पहले बच्चे का गर्भपात कराती हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा 50 फीसदी तक बढ़ सकता है ।
- इसके कारण गर्भाशय में छेद होने की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
- ज्यादा बार गर्भपात कराने के कारण समय पूर्व प्रसव की सम्भावनाये अधिक बढ़ जाती हैं और इससे गर्भनाल गलत रूप से बढ़ जाती है।