Chlamydia in Hindi: सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन क्लैमाइडिया होने के कारण, लक्षण और बचाव

Chlamydia in Hindi: सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन क्लैमाइडिया होने के कारण, लक्षण और बचाव

क्लैमाइडिया (Chlamydia) एक आम सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन होता है। यह इंफेक्शन मुख्य रूप से सेक्स सम्बन्ध बनाते समय बरती जाने वाली असुरक्षा के कारण फैलता है। क्लैमाइडिया का इलाज संभव है पर इसका इलाज अगर समय रहते नहीं कराया जाता है तो यह बांझपन आदि गंभीर स्वास्थ्य सम्बन्धी बीमारियों का जनक बन कर उभर जाता है।

क्लैमाइडिया की इंफेक्शन की प्रमुख वजह क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस वैक्टीरिया होती है। इसकी वजह से हीं यह इंफेक्शन फैलने लगता है। यह मुख्यतः महिलाओं में होने वाले प्रजनन इंद्रियों को नुकसान पहुँचाता है। इसका समस्या का संचार योनिक, मुख मैथुन या फिर गुदा मैथुन करने के दौरान संचारित होता है।

क्लैमाइडिया से इन्फेक्टेड मां से इसका इंफेक्शन उसके होने वाले बच्चे के जन्म के समय योनि मार्ग से निकलते समय हो सकता है। यौनिक तौर पर ज्यादा सक्रिय व्यक्ति में यह संक्रमण देखने को मिल सकता है।

क्लैमाइडिया से इन्फेक्टेड हो जाने वाले ज्यादातर लोगों वो महिलाएं हों या पुरुष में इसके कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। इन्फेक्टेड लोगों को अपने इंफेक्शन के बारे में कोई भी जानकारी नहीं होती है। आज के इस लेख में हम क्लैमाइडिया के लक्षणों को जानेंगे साथ हीं इसके कारण और इसके बचाव के बारें में भी पढ़ेंगे। पढ़ें Chlamydia in Hindi.

Chlamydia in Hindi: जाने क्लैमाइडिया कैसे होता है और क्या है इसके लक्षण

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क्या है क्लैमाइडिया?

  • क्लैमाइडिया एक सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन है जो ट्रैकोमैटिस नाम के एक जीवाणु की वजह से फैलता है।
  • यह बीमारी पुरुषों तथा महिलाओं दोनों में को हो सकता है।
  • इसके कारण महिलाओं के गर्भाशय ग्रीवा में इंफेक्शन हो जाता है।
  • वहीं इसके कारण पुरुषों के मूत्रमार्ग, गुदा तथा गले में भी इंफेक्शन हो सकता है।
  • इसका इंफेक्शन पुरुषों तथा महिलाओं दोनों को हीं आंखों में भी देखने को मिल सकता है।

क्या हैं इसके होने के लक्षण (Chlamydia Symptoms)

क्लैमाइडिया के लक्षणों की पहचान बहुत मुश्किल है। इसके लक्षण ज्यादातर लोगों के ऊपर नहीं दिखते हैं। संक्रमण के तीन हफ्तों के बाद हीं इसके थोड़े बहुत लक्षण दिखने शुरू होते हैं। जानते हैं इनके लक्षण।

  • अंडकोष में पेन महसूस होना। अगर बात Chlamydia Symptoms In Men की करें तो ये लक्षण एक मुख्य लक्षण माना जाएगा।
  • इसके दूसरे लक्षणों में से एक पेट के नीचे दर्द होना भी माना जाता है।
  • इस समस्या में पेशाब करते समय जलन का अनुभव होना भी एक लक्षण माना जाता है।
  • इस दौरान सेक्स सम्बन्ध बनाते समय असहनीय दर्द भी होता है।

क्लैमाइडिया के समस्या के कारण महिलाओं के फैलोपियन ट्यूब में भी संक्रमण हो जाता है और इसके कारण महिलाओं को पेल्विक इंफ्लेमेटरी बीमारियाँ हो सकती हैं। इन बीमारियों में इमरजेंसी मेडिकल केयर की जरूरत पड़ जाती है। जानते हैं Chlamydia Symptoms In Women.

  • पेल्विक में असहनीय दर्द होना।
  • माहवारी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव हो जाना।
  • जी का मिचलाना
  • बुखार आना

कुछ और भी लक्षण होते हैं इसके जैसे अगर क्लैमाइडिया का संक्रमण गुदे के माद्यम से हुआ हो तो गुदे में दर्द और हमेशा रक्तस्राव बहने जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
यदि इस बीमारी का संक्रमण आपमें ओरल सेक्स करने की वजह से हुआ यही तो आपके गले में इसके लक्षण देखने को मिलेंगे। इसके कारण खांसी, बुखार और गले में खराश देखने को मिल सकता है।

कैसे बचें क्लैमाइडिया के इंफेक्शन से ?

क्लैमाइडिया की समस्या के इंफेक्शन से उत्पन्न होने वाले खतरों के निदान के लिए हमें कुछ बातों पर ध्यान रखना चाहिए। जानते हैं इन्हीं बातों से जुड़ी कुछ उपयोगी जानकारी

  • क्लैमाइडिया के संक्रमण से बचने के लिए सबसे सुरक्षित तो यह होता है की आप जब भी सेक्स सम्बन्ध किसी के साथ बनायें तो आप उस दौरान कंडोम का इस्तेमाल ज़रूर करें। ऐसा करने से आपके पार्टनर से किसी भी तरह का संक्रमण आपके शरीर में नहीं आ पायेगा। निरोध अर्थात कंडोम पहन कर सम्बन्ध बनाने से सेक्स में किसी प्रकार की कमी नहीं आती है इसलिए इसका इस्तेमाल करने में कभी भी संकोच नहीं करें।
  • इसके संक्रमण से बचने के लिए आप इस बात का ध्यान रखें की आप ज्यादा लोगों के साथ सेक्स सम्बन्ध ना बनाएं। आमतौर पर सेक्स सम्बन्ध लोग अपनी पत्नी के साथ हीं बनाते हैं पर आजकल के जमाने में लोग बहुत सारे पार्टनर्स सम्बन्ध बनाने लगे हैं। ये एक प्रमुख कारण होता है सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज को बढ़ाने के लिए। इसलिए कोशिश करें की आप अपने पार्टनर के साथ ईमानदार रहें और ज्यादा लोगों के साथ ये सम्बन्ध ना बनायें।
  • अगर आपके शरीर में क्लैमाइडिया के संक्रमण के लक्षण देखने को मिल रहे हैं तो भूल कर भी किसी के साथ सेक्स सम्बन्ध ना बनायें। ऐसे समय पर आप अपने डॉक्टर के पास जा कर इसका निरिक्षण करवाएं और जब तक डॉक्टर आपको संक्रमण मुक्त ना बता दे तब तक सम्बन्ध ना बनाएं।

क्लैमाइडिया का उपचार

  • एंटीबायोटिक थेरेपी का इस्तेमाल करके क्लैमाइडिया के इंफेक्शन को आराम से खत्म किया जा सकता है। इसके लिए रोगी को एंटीबायोटिक की पूरी खुराक हफ्ते भर तक लेनी पड़ती है।
  • इस दौरान सेक्स सम्बन्ध ना बनायें ताकि आपके पार्टनर को ये संक्रमण ना हो पाए।

क्लैमाइडिया संक्रमण के दौरान रखे ये परहेज

  • क्लैमाइडिया संक्रमण के इलाज के दौरान जब आप दवाओं का सेवन कर रहे हो तब कुछ परहेज रखना फायदेमंद होता है।
  • इस दौरान शराब बिलकुल ना पियें साथ हीं कोशिश करें की दूध दही भी कुछ दिनों के लिए ना लें।
  • इलाज के दौरान शराब के अलावा रेड मीट, मक्खन, डब्बाबंद भोजन, जनक फ़ूड, और कैफीन से परहेज रखें।

इस लेख में आपने जाना क्लैमाइडिया के संक्रमण के लक्षण कारण और इससे बचाव के लिए इस्तेमाल की जाने वाली युक्तियाँ। अगर आप में भी क्लैमाइडिया के लक्षण देखने को मिलते हैं तो आप इस लेख में बताये गए बातों का ध्यान रखें और अपना इलाज करवाएं।

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