हियाटल हर्निया रोग से निपटने के लिए जाने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां

हियाटल हर्निया रोग से निपटने के लिए जाने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां

हमारा शरीर रोगों का घर होता है यह तो सभी मानते है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह कोई नहीं जान और समझ सकता है कि कब हम किस बीमारी में लिप्त हो जाएं। वैसे तो हर रोग का कोई न कोई कारण जरूर होता है, लेकिन हमे उनकी जानकारी नहीं होती है तथा रोग अगर ऊपरी हो अर्थात हमे दिखाई दे सके तो हम समय रहते उसका उपचार शुरू कर सकते है। परंतु जब रोग हमारे शरीर के अंदरूनी हिस्से में हो तो उसके बड़ा रूप लेने से पहले जानना मुश्किल हो जाता है।

आज हम आपको ऐसे ही बीमारी के बारे में जानकारी देने वाले है जिसे आमतौर पर हर्निया के नाम से जाना जाता है। ज्यादातर लोगों को ऐसा लगता है कि उतकों में आवश्यकता से अधिक वसा जमा हो जाने की वजह से ये रोग होता है लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है।

यह बीमारी मांसपेशियों में कमजोरी आने के कारण होती है। स्पेसलिस्ट डॉक्टरों का कहना है कि इस रोगों के लक्षण को समझाना बहुत मुश्किल होता हैं, क्योंकि अन्य बीमारियों की तरह इसके कोई सामान्य लक्षण नहीं होते है। जिनसे इस रोग की जानकारी हमें मिल सके। आज हम आपको इसके एक प्रकार के बारे में बताने जा रहे है तो आइये जानते है Hiatal Hernia in Hindi.

 

Hiatal Hernia in Hindi: जाने इसके कारण, लक्षण और सावधानियां

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आज हम आपको हियाटल हर्निया रोग के बारे में बता रहे है। जब व्यक्ति कुछ खाता हैं तो ये सीधा हमारे पेट में जाता हैं। जैसा की आप सभी को पता होगा कि हमारा पेट डायाफ्राम के अंदर होता हैं, और पेट के अंदर भोजन को पचाने के लिए एसिड का निर्माण होता हैं। जिससे हमारा भोजन आसानी से पच जाता हैं। आपको बता दें कि पेट के ऊपर की तरफ एक वाल्व लगा रहता हैं, जो सिर्फ तभी खुलता हैं जब हम भोजन करते हैं, या कुछ खाते हैं। यह रोग शरीर में बनने वाले एसिड को पेट में ही रोक देता हैं। जिस कारण यह धीरे-धीरे बड़ा रूप ले लेता है। यह बीमारी 50 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों में होने की सम्भावना अधिक रहती हैं।

 

Hiatal Hernia Causes: जाने इसके कारण

  • अधिक मोटापे की वजह से पेट की चर्बी आंतों से बाहर की ओर लटकने लगती है। जो इस रोग को जन्म दे सकती है।
  • अधिक खांसी या छीकने की वजह से या साँस की बीमारी होने की वजह से पेट पर अधिक दबाव पड़ता है।
  • बहुत ज़्यादा और लगातार उल्टी होने से भी ये हो सकता है।
  • भारी सामान उठाने या अधिक झुकने की वजह से हर्निया की समस्या जन्म ले सकती है।
  • अत्यधिक धूम्रपान भी इसका एक कारन हो सकता है, क्योंकि ऐसा करने से शरीर में धुंआ इक्कट्ठा हो जाता है जो उस स्थान को गर्मी प्रदान करता है जिससे पेट की पेट की दिवार कमजोर हो जाती है।
  • अगर आपके पेट की आंते कमजोर हो जाती है तो यह धीरे-धीरे पेट की दिवार को भी कमजोर बना सकती है। जिस कारन आप हर्निया का शिकार बन सकते है।
  • ये गर्भवती स्त्रियो को डिलीवरी के समय अधिक ज़ोर लगाने के कारण भी हो सकता हैं।
  • मूत्र मार्ग में किसी तरह की समस्या होने पर भी यह एक प्रकार के हर्निया को जन्म दे सकता है।
  • अगर आपको पेट में किसी तरह की चोट लगी हो और वह की धमिनियो का मुह खुल गया हो ऐसी स्थिति में भी हर्निया हो सकता है।
  • कभी-कभी यह जन्मजात समस्या बनकर भी सामने आती है।
 

Symptoms of Hiatal Hernia: जाने इसके लक्षण

  • यह मुख्यतः पेट से जुड़ा रोग है इसलिए अगर आपको नाभि के आसपास किसी तरह का दर्द होता हो तो यह हर्निया हो सकता है।
  • आंतो के बाहर आने की वजह से पेट के किसी हिस्से में उभर नजर आता है।
  • हर्निया को जानने का एक ओर लक्षण है अत्यधिक छींक का आना।
  • पेशाब करते समय किसी तरह की समस्या होना।
  • पेट में किसी तरह का भारीपन लगना या उलटी अधिक होना।
 

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Hiatal Hernia Treatment: जाने सरल घरेलु उपचार

  • रोगी को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए और पानी को घूँट घूँट कर पीना चाहिए।
  • इस बीमारी से जूझ रहे लोगो का वजन काफी बढ़ा जाता हैं, तो इस स्थिति में सबसे पहले रोगी अपना वजन कम या नियंत्रित करने की कोशिस करें।
  • रोगी को यह बात ध्यान में रखना चाहिए की खाना खाने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए, खाना खाने के बाद थोड़ी वाकिंग ज़रूर करना चाहिए।
  • इसके अलावा 1 चम्मच सेब का सिरका भोजन के एक घंटे के बाद एक गिलास पानी में डाल कर धीरे धीरे घूँट-घूँट कर के पीने से भी आराम मिलता है।
  • रोगी तीनों टाइम आधा-आधा चम्मच कच्चा जीरा चबा-चबा कर खाए और ऊपर से हल्का गर्म पानी पी ले।
  • रोगी को सुबह सुबह खाली पेट एलो वेरा जूस का सेवन करना चाहिए। इसके लिए एक गिलास पानी में कम से कम 30 मिली एलो वेरा डालिये और इसको घूँट घूँट कर पी लीजिये।
  • रोजाना शाम के समय 2 केले जरूर खाए।
  • रोगी को रोजाना रात को एक चम्मच मेथी दाना एक गिलास पानी में भिगो कर रख दीजिये और सुबह मेथी दाना चबा चबा कर खा लीजिये और इस पानी को घूँट घूँट कर के पी लीजिये।
  • रोगी को रोजाना रात को सोने से पहले एक चम्मच अर्जुन की छाल और एक चौथाई दाल चीनी एक गिलास पानी में तब तक उबाले जब तक पानी उबल कर आधा न हो जाये और फिर इसे छानकर नियमित रूप से पिया करें।

नोट:- मेथी दाना और दाल चीनी दोनों ही गर्म हैं, इसलिए गर्मी के दिनों में इन दोनों में से किसी एक ही इस्तेमाल करे।

इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक करने के लिए कसरत, व्यायाम या योगासन करना इससे छुटकारा पाने का बहुत अच्छा तरीका हैं। इसलिए आपको रोज़ाना हल्की फुल्की कसरत और कुछ योगासन करने से आपका शरीर इस टाइप के बीमारियों से कोसों दूर रहेगा।

 

सावधानियां

  • धूम्रापान, शराब, मीट-मांस का सेवन बिलकुल बंद कर दें।
  • चाय कॉफ़ी का का प्रयोग बहुत कम करें।
  • कभी भी पेट भर या भूख से ज़्यादा भोजन ना करें।
  • तासीर में अत्यधिक गर्म रहने वाले खाद्य पदार्थो से बचें।
 

आज आपने जाना Hiatal hernia in Hindi. ऊपर बताये गए कारण, लक्षण और उपचारों को जानकर और समझकर आप इस रोग से अपने आप को और अपने परिवारजनों को आसानी से बचा सकते है।

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