Nirgundi Ke Fayde: सूजन को दूर कर निर्गुण्डी शरीर को रखेगा स्वस्थ
निर्गुण्डी प्लांट (Nirgundi Plant) एक ऐसा पौधा है जिसमे अपार औषधीय गुण मौजूद होते है। Nirgundi Tree की खासियत होती है की इसकी पत्तियां पांच पत्तो के समूह में लगी हुई होती है। इसके तने से पतली-पतली अनेक शाखाएं निकलती है।
Nirgundi Leaves सफेद और भूरे रोएंदार होते है। किसी भी प्रकार के दर्द को दूर करने के लिए निर्गुण्डी बहुत असरकारक होता है। Nirgundi का पौधा गरम तासीर का होता है। निर्गुण्डी को बीमारियों के लिए रामबाण औषधि माना गया है। इसकी पत्तियों की खास पहचान इसके किनारों को देखकर की जाती है। इसके पौधे उष्ण (गर्म) प्रदेशों में बहुत ज्यादा मात्रा में पाये जाते है।
कई यूनानी, होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने के लिए निर्गुण्डी के पौधे का इस्तेमाल किया जाता है। Nirgundi Oil भी बहुत असरदार होता है। जब आप निर्गुण्डी के पत्तो को मसलते है तो एक अलग प्रकार की दुर्गन्ध इसमें से आती है।
यह एक सदाबहार पेड़ है। इसके फूल भूरे बैंगनी रंग के होते हैं। इन फूलों पर गोलाकार फल लगते हैं इन फलों का रंग हल्का भूरा और काला होता है। स्वास्थ्य सम्बन्धित अनेको लाभ पाने के लिए प्राचीन समय से निर्गुण्डी के पौधों का उपयोग किया जा रहा है। जानते है Nirgundi Ke Fayde के बारे में
Nirgundi Ke Fayde: जाने निर्गुण्डी के आश्चर्यजनक फायदे और इनसे मिलने वाले लाभ
क्या हैं Nirgundi Plant Benefits?
- निर्गुण्डी के पौधे में विटामिन C मौजूद होता है। इसके अतिरिक्त इस पौधे में और भी कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते है जो बीमारियों को दूर करने में मदद करते है। इस पौधे से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है।
- ये पाचन क्रिया को सुधारने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका तेल मांसपेशियों के दर्द को खत्म करने के लिए बहुत लाभकारी होता है।
- इसके अतिरिक्त इसके पत्ते से किसी भी तरह की सुजन को कम करने में आसानी होती है।
- महिलाओं के लिए भी निर्गुण्डी का पौधा बहुत लाभकारी होता है। इसके इस्तेमाल से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियों से राहत मिलती है।
- अभी तक आप निर्गुण्डी के इन गुणों से अंजान होंगे। आज हम आपको इस आर्टिकल में निर्गुण्डी में मौजूद उसके सभी औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से बतायेंगे।
- आप किस तरह निर्गुण्डी का इस्तेमाल कर सकते है और इससे स्वास्थ्य सम्बन्धित कई लाभ उठा सकते है ये सभी जानकारी आज आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से मिलेगी। आज का ये आर्टिकल आपके लिए बहुत उपयोगी रहेगा।
निर्गुण्डी का तेल: Nirgundi Oil
- निर्गुण्डी का तेल एक आयुर्वेदिक तेल है। इस तेल के इस्तेमाल से बहुत सारे लाभ देखने को मिल सकते है। कानों के लिए भी ये तेल बहुत फ़ायदेमंद होते है।
- कान में होने वाले दर्द या किसी भी इन्फेक्शन को दूर करने में ये तेल उपयोगी हो सकता है। यह एक एंटीसेप्टिक का कार्य करता है। किसी भी तरह ये घाव या फुंसी को ठीक करने में ये तेल लाभदायक हो सकता है।
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करने वाली महिलाओ को इस तेल के प्रयोग से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त बच्चों पर भी इसका प्रयोग करने से पहले एक बार चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
निर्गुण्डी के पत्ते: Nirgundi Leaves
- निर्गुण्डी के पत्ते बहुत सारी समस्याओं से निजात दिलाने में आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकते है।
- निर्गुण्डी के अगर 4-5 पत्तो को चबा लिया जाये तो इससे मुंह में होने वाले छालो में आराम मिलता है इसके अतिरिक्त मसूड़ों की समस्या से भी निजात मिलती है।
- निर्गुण्डी की पत्तियों को अगर उबाल कर इसके पानी से कुल्ले किए जाये तो इससे गले में होने वाले दर्द में आराम मिलता है साथ ही टांसिल की समस्या से भी निजात मिलती है।
- निर्गुण्डी के पत्ते को अगर घाव पर लगाया जाये तो इससे घाव जल्दी से भरने लगता है।
निर्गुण्डी के फायदे: Nirgundi Benefits
पाचन के लिए लाभकारी
यह पाचन क्रिया को मजबूत बनाने के लिए उपयोगी होता है इसके लिए निर्गुण्डी के पत्तो के 10 ml रस को निकालकर दो पीसी हुई काली मिर्च और अजवाईन के साथ सुबह-शाम इसका सेवन करना लाभकारी होता है। इससे पाचन क्रिया ठीक होती है और ये भूख को भी उत्तेजित करती है। इससे पेट की सुजन या पेट में होने वाली ऐठन में भी आराम मिलता है।
चोट और सुजन को दूर करे
निर्गुण्डी के पत्तों को पीसकर इसका लेप बना ले। इस लेप को चोट या सूजन पर अच्छे से लगा ले। सूजन वाले अंग पर इसकी पट्टी बांधने से दर्द में आराम मिलता है और घाव जल्दी ठीक हो जाता है। इसके अतिरिक्त निर्गुण्डी के ताज़ा पत्तो को अगर गरम करके मोच वाले स्थान पर लगाया जाय तो इससे बहुत आराम मिलता है। निर्गुण्डी के पत्तों को पीसकर अगर हाथ व पैरो पर लगाया जाये तो इससे जलन समाप्त हो जाती है।
बालो के लिए फायदेमंद
बालों के विकास में सहायक होता है। निर्गुण्डी का नियमित प्रयोग बालों के गिरने से रोकता है। यदि आप नियमित रूप से निर्गुण्डी का प्रयोग बालों के लिए करते है तो इससे बाल मजबूत होने लगते है और बालो में रुसी से भी छुट्कारा मिलता है साथ ही बाल काले भी रहते है। इसके अतिरिक्त निर्गुण्डी का तेलबालो के विकास में बहुत कारगर होता है।
अन्य लाभ
- निर्गुण्डी के पत्तों के 30-40 मिलीलीटर काढ़े की मात्रा में आधा ग्राम कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर पीने से कफ के बुखार में आराम होता है।
- सियाटिका, स्लिपडिस्क और मांसपेशियों को झटका लगने के कारण सूजन हो तो निर्गुण्डी की छाल का 5 ग्राम चूर्ण या पत्तों के काढ़े को धीमी आग में पकाकर 20 मिलीलीटर की मात्रा में दिन में 3 बार देने से इन सभी परेशानियों से आराम मिलता है।
- निर्गुण्डी से मांसपेशियों में होने वाले दर्द में भी आराम मिलता है। इससे सिर दर्द को भी दूर किया जा सकता है।
- इसके लिए निर्गुण्डी की कुछ सूखी पत्तियां लें और इनका धुंआ भाप की तरह लेने से बहुत फायदा मिलता है। इससे आपको सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द में तुरंत आराम मिलता है।
इस तरह निर्गुण्डी का इस्तेमाल करने से शरीर को अनेक फायदे मिलते है। आप भी इसका इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन यदि आपको फिर भी कोई समस्या आ रही है तो अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते है।