आत्मविश्वास बढ़ाने में मददगार है पद्मासन, जानें विधि और लाभ

आत्मविश्वास बढ़ाने में मददगार है पद्मासन, जानें विधि और लाभ

हम सभी योग के महत्वों  को जानते है| आज के समय में पूरी दुनिया इससे परिचित है अर्थात योग क्या है इसका परिचय शायद अब हमें देने की जरुरत ही नहीं है|

आप शांति तथा सुखी जीवन तभी प्राप्त कर सकते है जब आप पूर्णतः स्वस्थ हों| अच्छा स्वास्थ पाने के कई तरीके है जैसे व्यायाम, संतुलित खान पान, ध्रूमपान ना करना आदि| उन्ही कई तरीकों में से एक तरीका है योग व प्राणायाम|

योग के अंतर्गत कई आसन आते है| आज हम आपको पद्मासन से परिचित करवाते हैं| पद्मासन को अंग्रेजी में लोटस पोज के नाम से जाना जाता हैं। यह आसन पेट को दुरुस्त रखने और दिमाग की एकाग्रता बढाने के लिये बहुत फायदेमंद है|

पद्मासन का अर्थ होता है कमल, अर्थात यह कमल का आसन है। इस योग को करते समय शरीर को आकर कमल के समान हो जाता है| इसलिए ही इसे कमलासन भी कहा जाता है| कुछ लोगो को लगता है की यह आसन केवल ध्यान में बैठने का तरीका है। लेकिन इस आसन को करने से शरीर को काफी लाभ मिलते है| आइये इस आसन के बारे में विस्तार से जानने के लिए पढ़े Padmasana in Hindi.
 

Padmasana in Hindi:  पद्मासन कैसे करें और इसके क्या फायदे है?

 

Padmasana in Hindi

  जीवन में सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास का होना बहुत आवश्यक होता है। पद्मासन जैसी कुछ यौगिक क्रियाओं को अपनाकर आप अपने आत्मविश्वास में वृद्धि कर सकते हैं। इस आसन को करना भी बहुत आसान है| इसे आप बिस्तर पर बैठे - बैठे भी कर सकते हैं। आइये जानते है Padmasana Steps in Hindi.

पद्मासन करने के लिए किसी स्वस्छ और समतल जगह पर दरी बिछाकर बैठ जाये| अब पैरो को धीरे धीरे मोड़कर एक दूसरे के जंघा पर रखे| बाएँ पैर की एड़ी को दाईं जंघा पर रखे और दाएँ पाँव को उठाकर बाईं जंघा पर| आपको दोनों पैर इस प्रकार रखना है कि एड़ी नाभि के पास आ जाएँ।

अब मेरुदण्ड सहित कमर से ऊपरी भाग को सीधा रखें। एक बात का ख्याल रखे की दोनों घुटने जमीन से ना उठे। अब अपने दोनों हाथों की हथेलियों को गोद में रखते हुए स्थिर रहें। अपनी आँखों को बंद करें और हलकी श्वांस लें। इस आसन को पुनः पाँव बदलकर भी करना चाहिए।
 

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Padmasana Benefits in Hindi: पद्मासन करने के लाभ

  1. पद्मासन का नियमित अभ्यास करने से जाघों और पेट की चर्बी कम होती है|
  2. कमलासन गर्दन और रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने में सहायक है|
  3. इसके नियमित अभ्यास से पेट कभी भी बाहर नहीं निकलता है|
  4. इससे छाती और पैर मजबूत बनते हैं। वीर्य रक्षा में भी इसे करने से मदद मिलती है।
  5. यह मेडिटेशन करने का एक अच्छा तरीका है इससे आपका ध्यान और ज्यादा केंद्रित हो जाता है।
  6. पद्मासन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है। यह तनाव को कम करने का सबसे सरल उपाय है|
  7. इसे करने से बॉडी पॉश्चर सुधरता है क्योकि इसे करते वक्त हमारी रीढ़ की हड्डी बिल्‍कुल सीधी रहती है|
  8. यह विषैले पदार्थ को शरीर से बाहर निकाल देता है| जिससे बीमारिया होने का ख़तरा कम हो जाता है।
  9. महिलाओं के लिए भी यह आसन फायदेमंद है, क्योंकि यह माहवारी की तकलीफों को दूर करने में सहायक है।
  10. इसे करने से बुद्धि बढ़ती है एवं सात्विक होती है। इसके अतिरिक्त चित्त में भी स्थिरता आती है| इसे करने वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है|
  11. कुछ देर पद्मासन में बैठने के बाद, आसन खोलने पर जोड़ों में रक्त का प्रवाह तेजी से हो जाता है। यह आसन करते वक्त रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से पर जो प्रभाव पड़ता है, वह पूरे तंत्रिका तंत्र के लिए आरामदायक होता है।
 

पद्मासन में बरती जाने वाली सावधानियाँ:-

  • जिन लोगो को पैरों में दर्द हो या फिर घुटने की गंभीर बीमारी हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
  • यदि पैरों में किसी भी प्रकार का अत्यधिक कष्ट हो तो इस आसन को करने से बचना चाहिए|
  • जो भी लोग कमरदर्द, साइटिका और ओस्टियो अर्थराइटिज से परेशान हों वे भी इस आसन को न करें।
  • साइटिका या रीढ़ के निचले भाग के आसपास किसी प्रकार का दर्द हो तब भी इस आसन का अभ्यास ना करे|
  • पद्मासन या किसी भी आसन को करते वक्त शरीर के साथ अनावश्यक जबरदस्ती न करें। जितना संभव हो उतना ही आसन करें।
  ऊपर आपने जाना Padmasana in Hindi. यह आसन करने में बेहद आसन है| इससे मिलने वाले फायदे भी अनेक हैं। इस आसन को करने का समय सुबह-सुबह नियमित रखे और धीरे-धीरे इस आसन की अवस्था में बैठनें का समय बढ़ाएं। यदि आपको इस आसन को करने से किसी भी तरह की परेशानी हो रही है तो इसे तुरंत छोड़ दे| यदि आप योग के लिए नए है तो योग गुरु के परामर्श में पहले योग करना सिख ले|
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