रीढ़ की हड्डी को सीधा एवं लचीला बनाने में फायदेमंद है उष्ट्रासन योग

रीढ़ की हड्डी को सीधा एवं लचीला बनाने में फायदेमंद है उष्ट्रासन योग

हर कोई सेहतमंद लाइफ चाहता है| लेकिन आजकल की भागदौड भरी दिनचर्या और तनाव के चलते यह मुमकिन नहीं हो पाता है| गलत दिनचर्या के चलते व्यक्ति की जिंदगी अस्वस्थ होने लगती है| स्वस्थ दिनचर्या के लिए बेहद जरुरी है की आप नियमित योग करे|

योग का अभ्यास आपको उर्जा और शक्ति से परिपूर्ण कर देता है| जो लोग नियमित योग का अभ्यास करते है उनसे बीमारिया कोसो दूर रहती है| और यदि कोई बिमारी पहले से भी है तो वो भी ठीक होने लगती है| बसर्ते योग का अभ्यास सही किया जाये और योग गुरु के निरक्षण में किया जाये|

योग के अंतर्गत आने वाले अलग अलग आसन हमको अलग अलग फायदे देते है| आज के लेख में हम आपको उष्ट्रासन के बारे में बता रहे है| यह आसन आपके लिए बहुत फायदेमंद है, क्योकि यह रोजमर्रा की जिंदगी में आने वाली कई सारी मुश्किलें जैसे कमर दर्द, मासिक धर्म में अनियमितता आदि चीजों से छुटकारा दिलाता है| आइये विस्तार से जानते है Ustrasana Yoga in Hindi.
 

Ustrasana Yoga in Hindi: जाने उष्ट्रासन की विधि, लाभ व सावधानी

 

Ustrasana Yoga in Hindi

  उष्ट्रासन आसन का अभ्यास करते समय आपका शरीर उंट के समान प्रतीत होता है इसलिए इसे उष्टासन नाम दिया गया है| अंग्रेजी में इस आसन का नाम Camel Pose है| यह आसन आपको करने में थोडा कठिन लगेगा लेकिन इसके फायदे भी भरपूर है| यदि आप इसका अभ्यास करते जायेंगे तो धीरे धीरे आपको इसे आसानी से करना भी आ जायेगा|  

Ustrasana Steps: उष्ट्रासन की विधि

  • Camel Pose Yoga करने के लिए सबसे पहले किसी समतल जगह का चुनाव करे|
  • अब घुटनों के बल बैठ जाये| आपको ठीक वैसे ही बैठना है जैसी मुद्रा वज्रासन मैं होती है|
  • अब धीरे-धीरे घुटनों के बल खड़े हो जाये आपको कमर सीधी होने तक उठना है|
  • अपने नितम्बो को थोड़ा फैलाएं और पैर की उंगलियों को अंदर की ओर मोड़ें|
  • इसके पश्चात अपने हाथों से अपने पैरो की एडी को पकड़ ले|
  • दाएं हाथ से दाएं पैर की एडी और बाएं हाथ से बाएं पैर की एडी पकड़ लें।
  • अब आपको अपने सिर को पीछे करना है| जितना हो सके अपने सर को उतना पीछे ले जाने का प्रयास करे|
  • सामान्य गति से गहरी साँस शरीर के अंदर लें और जितनी देर सांस रोक सकें उतनी देर इसी मुद्रा में बने रहे|
  • अब सांस छोड़ते हुए धीरे धीरे सामान्य स्तिथि में वापिस लौट आये|
  नोट:-
  • उष्ट्रासन को भी बाकि आसनों की तरह खाली पेट करना चाहिए|
  • इसे यदि आप सुबह के समय खुली हवादार जगह पर करेंगे तो आपको इसका फायदा दोगुना मिलेगा|
  • यदि इसके बाद आपको बहुत थकान महसूस होती है तो इसके बाद कुछ देर शवासन कर ले|
 
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Ustrasana Benefits: उष्ट्रासन के फायदे

  1. यह आसन पेट से जुडी समस्याओ के लिए बहुत फायदेमंद है|
  2. इससे महिलाओं की मासिक धर्म से जुडी सभी परेशानी ठीक होती है|
  3. जो लोग पतली कमर चाहते है उन्हें इसका अभ्यास जरुर करना चाहिए|
  4. इसे करने से शरीर में लचीलापन आता है और यह मांसपेशियों में खून प्रवाह ठीक करता है।
  5. उष्ट्रासन के नियमित अभ्यास से चेहरा सुंदर बनता है, आपका चेहरा फ्रेश नजर आने लगता है|
  6. इससे साइटिका, स्लिप डिस्क की समस्या दूर होती है।
  7. इससे रीड़ की हड्डी सीधी होती है और पीठ दर्द से भी निजात मिलती है|
  8. उष्ट्रासन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
  ऊपर आपने जाना Ustrasana Yoga in Hindi. आप भी इस आसन का अभ्यास करके उपरोक्त लाभ पा सकते है| लेकिन यदि आपको उच्च रक्तचाप या निम्न रक्तचाप की समस्या हो तो इस आसन का अभ्यास ना करे| हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को भी उष्ट्रासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
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