आजकल योग का महत्व काफी बढ़ चूका है| अधिकतर लोग योग आसनों को अपनाकर इससे लाभान्वित हो रहे है| योग ना केवल आपके स्वास्थ्य को सुधारता है बल्कि आपकी काया को सुधारने में भी इसका बहुत बड़ा योगदान है| अलग अलग योग आसनों को करने से अलग अलग लाभ मिलते है|
जैसे बालासन करने से अनिद्रा की समस्या ठीक होती है, ताड़ासन करने से लम्बाई बढती है आदि| उसी तरह भुजंगासन योग पेट के लिए बहुत फायदेमंद है|
आपने देखा होगा जब आपका पेट ख़राब रहता है तो आपका स्वास्थ्य ख़राब रहता है| भुजंगासन आपके शरीर का पाचन तंत्र सुधारता है, पेट की चर्बी कम करता है| इसलिए आज के इस लेख में हम आपको भुजंगासन के बारे में बता रहे है|
भुजंगासन को अंग्रेजी में कोबरा पोज़ कहा जाता है| जब इस आसन का अभ्यास किया जाता है तब आपके शरीर की मुद्रा फन फैलाये सर्प की तरह दिखती है, इसलिए ही इसका नाम भुजंगासन रखा गया है| यह पेट के लिए तो फायदेमंद है ही इसके अतिरिक्त भी इसके कई फायदे है| इसके महत्वपूर्ण फायदों साथ ही इसकी विधि जानने के लिए पढ़िए Bhujangasana in Hindi.
Bhujangasana in Hindi – भुजंगासन कैसे करे और इसके लाभ
इस आसन को पेट के बल लेटकर किया जाता है| भुजंगासन को “सर्प आसन” भी कहा जाता हैं। जिस प्रकार सर्प का शरीर लचीला होता है उसी तरह यह आसन शरीर को लचीला और फुर्तीला बनाये रखने में सहायक है|आप यह भी पढ़ सकते है:- अनिद्रा की समस्या को दूर करने के लिए अपनाये यह योगासन
Bhujangasana Steps in Hindi: भुजंगासन की विधि
- Cobra Pose करने के लिए सर्वप्रथम एक स्वच्छ और समतल जगह का चयन करे और उसपर चटाई बिछा ले|
- इसके बाद पेट के बल लेटे और अपनी हथेली को कंधे के सीध में लाएं।
- आपके दोनों पैरो के बीच की दुरी कम करें और पैरों को सीधा एवं तना हुआ रखें।
- आपका माथा भी जमीन पर रखे|
- अब साँस लेते हुए शरीर के अगले भाग अर्थात सिर से लेकर नाभि तक ऊपर उठाये|
- एक बात का ख्याल रखे की कमर पर ज्यादा खिंचाव नहीं आना चाहिए|
- कुछ सेकंड्स इसी अवस्था में रहे|
- अब गहरी स्वाँस छोडते हुए प्रारम्भिक अवस्था में आ जाये|
- शुरुवाती दौर में इसे 3 से 4 बार करें और धीरे धीरे इसकी संख्या बढ़ाये|
Bhujangasana Benefits in Hindi: भुजंगासन के लाभ
- इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनती है|
- जिन लोगो का पेट बहार की और निकला हुआ है उन्हें इस आसन को करने से पेट की चर्बी कम होती है|
- यह कब्ज की समस्या को दूर कर, भूख़ बढाने में मददगार है|
- रोजमर्रा के होने वाले पीठ दर्द में इससे निजात मिलती है|
- गले संबंधी रोगों में भी इससे फायदा मिलता है|
- यह आसन महिलाओ के लिए बहुत फायदेमंद है| इससे अनियमित मासिक धर्म नियमित होता है|
- गर्भाशय और अण्डाशय को भी इस आसन के अभ्यास से लाभ पहुचता है|
- भुजंगासन के अभ्यास से लचीलापन बढ़ता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है|
- इस आसन से पित्ताशय की क्रियाशीलता बढ़ती है|
- भुजंगासन के नियमित अभ्यास से पाचन-प्रणाली की कोमल पेशियाँ मजबूत बनती है|
- यह आसन दिल और फेफड़ों के मार्ग को साफ करता है तथा दिल की सेहत दुरुस्त करता है|
- जो लोग थकान और आलस महसूस करते है वो इसे करे, आपका शरीर फुर्तीला होगा|
- यह आसन पेट के रोगों तथा गुर्दो के लिए लाभदायक है।
- इससे शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का संचार होता है जिससे तनाव और थकान की समस्या समाप्त हो जाती है|
- पेट में किसी तरह का रोंग हो तो इस आसन को ना करे|
- अत्यधिक पीठ दर्द में भी इस आसन का अभ्यास ना करे|
- जिन लोगो को उच्च रक्तचाप की समस्या है उन्हें भी भुजंगासन नहीं करना चाहिए|