जानिए हंसासन योग के लाभ, विधि और इससे जुड़ी सावधानियां

जानिए हंसासन योग के लाभ, विधि और इससे जुड़ी सावधानियां

जैसा की हम सभी जानते है स्वस्थ एवं सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए व्यायाम और सही खान पान का होना बहुत जरुरी है| लेकिन इसके अभाव में लोगो को कई परेशानियों को झेलना पड़ता है| जैसे की पेट दर्द, पीठ दर्द और कमर दर्द जैसी कई समस्याएं आजकल लगभग हर व्यक्ति में देखने को मिलती है|

यहाँ तक की कई लोगो को तो मानसिक समस्याओ का भी सामना करना पड़ता है| जैसे की नींद ना आना, तनाव के वजह से हर वक्त सर दर्द बने रहना आदि| यदि आपका शरीर स्वस्थ एवं फिट रहेगा तो आपको इस तरह की परेशानिया नहीं झेलनी पड़ेगी|

हम आपको बताना चाहते है की पेट, पीठ और कमर दर्द जैसी समस्याओ से निपटने के लिए हंसासन योग क्रिया काफी लाभदायक है और तुरंत ही आराम प्रदान करती है| इस आसन का नियमित अभ्यास करने से इन तकलीफो के साथ साथ कई अन्य छोटी-बड़ी बीमारियां भी दूर हो जाती है|

हंसासन आसन को करते वक्त व्यक्ति के पूरे शरीर का संतुलन दोनों हथेलियों पर रहता है| इस योग अभ्यास में शरीर की स्थिति हंस के समान होने के कारण इसे हंसासन कहा जाता है| तो आइये जानते है, Hansasana Yoga in Hindi.

 

Hansasana Yoga in Hindi - स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

 

Hansasana Yoga in Hindi

 

हंसासन योग करने की विधि

  1. हंसासन योग करने के लिए समतल स्थान पर दरी बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं|
  2. इसके पश्चात अपने दोनों हाथों को फर्श पर टिकाकर रखें।
  3. अब हाथो की अंगुलियों को खोलकर, हाथो को आगे की और रखे|
  4. इस बात का ख़याल रहे की दोनों हाथो के बीच कम से कम 10 इंच तक की दूरी हो|
  5. अब घुटनों को आगे की ओर मोडे और कोहनियों को पीछे की और मोड़ कर रखे|
  6. धीरे-धीरे स्वास को छोड़ते हुए, अपनी दोनों हथेलियों पर जोर देकर, शरीर के पिछले भाग को ऊपर की और उठाएं|
  7. इस वक्त आपके शरीर का पूरा भार हथेलियों पर होगा, इसलिए आपको संतुलन बनाये रखना है|
  8. अपनी गर्दन को आगे की और झुखायें और शरीर की मुद्रा पक्षी की तरह बनाएं।
  9. आपको इस स्तिथि में कम से कम 10 से 30 सेकण्ड्स तक रहना है| इस क्रिया को तीन- चार बार करे|

शुरुवात में आपको यह अभ्यास करना थोड़ा मुश्किल लग सकता है, लेकिन नियमित अभ्यास करते रहने से धीरे धीरे इसे करना सरल हो जाता है|

 

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Hansasana Benefits: हंसासन योग के लाभ

  1. हंसासन योग पैन्क्रियास को सक्रिय रखने में सहायक है|
  2. इससे पेट की चर्बी कम होती है और मोटापा घटता है|
  3. इससे फेफड़े स्वच्छ होते है और अधिक सक्रिय बने रहते हैं।
  4. हंसासन योग के अभ्यास से हाथ, कलाइयां, कंधे आदि मजबूत होते है|
  5.  इससे शरीर शक्तिशाली बनता है,  छाती मजबूत, पुष्ट और चौड़ी होती है|
  6. इस आसान को करने से रक्त संचार (खून का बहाव) तेज हो जाता है।
  7. इसे करने से नाड़ी-तंत्र (स्नायु तंत्र) सही रुप से काम करने लगता है|
  8. इस आसन के नियमित अभ्यास से हांथो और पैरो की मांसपेशियां मजबूत बनती है|
  9. हंसासन योग का अभ्यास पाचन तंत्र को मजबूत करता है और यह क़ब्ज़ में भी लाभदायक है|
  10. यह आसान पेट की चर्बी कम करने में भी सहायक है और इससे गर्दन का मोटापा भी कम होता है|
  11. जो लोग इस आसान को करते है, उनके चेहरे पर चमक, तेज और शरीर में स्फूर्ति व ताजगी आती है।
  12. हंसासन कमर दर्द, पेट दर्द, पीठ दर्द, पसली का दर्द तथा प्लूरिसी इत्यादि रोगों को ख़त्म करने में सहायक है|
  13. यह मल-मूत्र की रुकावट को दूर करता है और इसे करने से कार्यक्षमता में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी देखने को मिलती है|
  14. इस आसन को करने से शरीर में काफी ऊर्जा उत्पन्न होती है, नतीजन आप पूरा दिन एक्टिव और फ्रेश महसूस करते है|

 

सुंदरता बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद

हर कोई चाहता है कि जब भी कोई व्यक्ति उनसे मिले, तो वह पूरी तरह आकर्षित हो| किसी को भी प्रभावित करने के लिए आपके अच्छे व्यवहार के अतिरिक्त आपकी सुंदरता भी जरुरी होती है| आप सुन्दर तभी लग सकते है, जब आपकी त्वचा स्वस्थ और सुन्दर हो| सुन्दर लगने के लिए आपने कई प्रयास किये होंगे|

हम आपको बताना चाहते है की ऊपर से प्रयास करने से ज्यादा फायदा नहीं मिलता| सुंदरता अंदर से आनी चाहिए| चेहरा आकर्षक बनाने के लिए हंसासन एक श्रेष्ठ Yoga for Beauty है। इसे नियमित रूप से करने पर आपके चेहरे पर चमक आती है, और त्वचा भी स्वस्थ बनती है|

 

हंसासन के लिए सावधानी

इस आसान का अभ्यास शुरुवात में करना मुश्किल होता है| एक सामन्य व्यक्ति  अपने हाथो पर इस तरह से पूरा भार नहीं डाल सकता| इसलिए इस Hansasana Yoga in Hindi की सभी क्रिया को धीरे धीरे किया जाये, तथा सांस लेने और छोड़ने की क्रिया भी सामान्य रहे|

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