How to Get Rid of Diaper Rash: शिशु को डायपर रैशेस से निजात दिलाने के उपाय

How to Get Rid of Diaper Rash: शिशु को डायपर रैशेस से निजात दिलाने के उपाय

छोटे बच्चे खुद का ख्याल रखने में असमर्थ होते है इसलिए बच्चों का पूरा ध्यान बड़ों को ही रखना पड़ता है। अक्सर आपने देखा होगा की छोटे बच्चों को डायपर के कारण रैशेज हो जाते।

क्योंकि बच्चों की त्वचा बहुत ही कोमल और नाज़ुक होती है इसलिए लगातार डायपर के कारण त्वचा पर लाल निशान और रैशेज की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

बाजार में कई तरह के डायपर उपलब्ध होते है। जिसे हम अपने बच्चों को बिना कुछ सोचे समझे पहना देते है। यह भी नहीं देखते की वह उसके लिए कितना सुरक्षित है और उसे कितनी देर तक पहनना चाहिए।

आप अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए घर पर बने डायपर का भी उपयोग कर सकती है। और यदि आपके बच्चे को रैशेज हो गए है तो उसके लिए कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकती है। इसके लिए जानते है How to Get Rid of Diaper Rash के बारे में।

How to Get Rid of Diaper Rash: डायपर रैशेज से शिशु को दिलाये छुटकारा

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डायपर समय पर बदल दे

  • बच्चों के डायपर को समय समय पर बदलना बहुत ही ज़रुरी होता है खासकर जब वह गीला हो। क्योंकि डायपर गीला होने से भी बच्चे को इन्फेक्शन होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
  • गीला होने पर तुरंत ही उस स्थान को साफ कर वहां पर कोई मेडिकेटिड पाउडर या क्रीम लगा दें।
  • हो सके तो ज्यादा आवश्यकता होने पर ही डायपर का उपयोग करे।

हलके गर्म पानी का उपयोग

  • रैशेज वाली जगह पर हल्के गुनगुने पानी को किसी सूती के कपड़ों में भिंगों कर ही साफ करे।
  • यदि आप उस स्थान पर केमिकल युक्त साबुन का उपयोग करते है तो जलन की समस्या पैदा हो जाती है।

डायपर के स्थान पर सूती कपडे का उपयोग

  • सूती कपड़ा त्वचा के लिए अच्छा होता है इसलिए आप डायपर के स्थान पर सूती कपडे से बने डायपर का उपयोग करे।
  • सूती से बने डायपर पहनाने से रैशेस की समस्या नहीं होती है।

नारियल तेल का उपयोग

  • नारियल तेल त्वचा के लिए बहुत ही उपयोगी होता है।
  • इसका उपयोग करने से यह बच्चे के शरीर पर होने वाले फंगस या माइक्रोबियल इन्फेक्शन होने से बचाव करता है ।
  • नारियल के तेल का उपयोग उस स्थान पर आप चाहे तो दिन भर भी कर सकते है। इससे बच्चे की त्वचा को केवल फायदा होगा, इससे कोई नुकसान नहीं होता है।

विनेगर का इस्तेमाल

  • टॉयलेट में पीएच बहुत ज्यादा होता है, इसके कारण ही बच्चों के शरीर के निचले भाग में बहुत अधिक जलन होने लगती है।
  • बढे़ हुए पीएच के लेवल को संतुलित करने में विनेगर मदद करता है।
  • ध्यान रहे की जब भी आप कोई कपड़ा या फिर डायपर का उपयोग करते है तो उसे उपयोग करने से पहले विनेगर के सलूशन में भीगा ले।
  • विनेगर का सलूशन बनाने के लिए आधे बाल्टी पानी में आधा कप विनेगर का मिश्रण डाल दे।
  • इसके अतिरिक्त यदि आप डिस्पोजेबल डायपर का उपयोग कर रहे है तो बेबी के डायपर वाले क्षेत्र में विनेगर के हलके सलूशन से साफ़ ज़रुर कर ले। ऐसा करने से यीस्ट इन्फेक्शन होने की सम्भावना ख़तम हो जाती है।
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