कपालभाति यह एक संस्कृत शब्द है। कपाल मतलब माथा और भाति मतलब प्रकाश होता है। रोज़ कपालभाति प्राणायाम करने से व्यक्ति के माथे और चेहरे पर कांति और चमक आ जाती है। चेहरे पर चमक होना स्वस्थ व्यक्ति की पहचान होती है। व्यायाम के माध्यम से आसानी से वजन को कम किया जा सकता है। तो आइये जानते है Kapalbhati Benefits in Hindi.
आधुनिक जीवन शैली में ज्यादातर लोग उनके वजन को लेकर परेशान रहते है। आज के समय में मोटापे से छुटकारा पाने के लिए हर कोई संभव कोशिश पूरी करता है। पर बहुत काम लोगो को इसका फायदा मिलता है। मोटापे को जल्द से जल्द कम करने के लिए आपको अपनी जीवन शैली में बदलाव करना बहुत जरुरी है। और जानिए Weight Loss Tips in Hindi.
कपालभाति की मदद से वजन को कम करना बहुत आसान है। नियमित रूप से कपालभाति प्राणायाम करने से आपको थोड़े ही दिनों में इसका फायदा दिखेगा और आप फ़र्क़ महसूस करने लगेंगे।
स्वस्थ और ताकतवर रहने के लिए योग से अच्छा कोई साधन नहीं है। योग और प्राणायाम करने से आप आसानी से स्वस्थ रह सकते है और बिना किसी रुकावट के सुखी जीवन व्यतीत कर सकते है।
जानिए कपालभाति किस प्रकार है वजन घटाने में मददगार
- वजन घटने के लिए योग क्रिया सबसे आसान और सरल उपाय है। ऐसी ही एक क्रिया है कपालभाति, जिससे निश्चित तोर पर मोटापे से छुटकारा पाया जा सकता है।
- कपालभाति को खड़े होकर या बैठ कर दोनों तरीको से किया जा सकता है। इस क्रिया में सांस लेने और छोड़ने की गति जितनी बढ़ती है आपको उतना ही फायदा होता है।
- कपालभाति को निरंतर अभ्यास करने से मोटापा घटाने में तो मदद मिलती ही है साथ ही पेट के आस पास की चर्बी भी कम होती है।
Kapalbhati Benefits in Hindi: जानिए कपालभाति के अनेकों लाभ
- भारत में ऐसे कई लोग है जिन्होंने कपालभाति की मदद से ३० से ४० किलो वजन कम किया है।
- पेट की अतिरिक्त बढ़ती हुई चर्बी के लिए यह बहतु फायदेमंद है। यह आपके कमर के आकर को फिर से सामान्य पोजीशन में लाने में मदद करता है।
- चेहरे की झुर्रिया और आँखों के निचे का कालापन दूर करने में मदद करता है। और चेहरे पर दोबारा चमक लौटाता है।
- गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या करने में कपालभाति बहुत फायदेमंद होता है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- याददाश्त को बढ़ाता है।
- कपालभाति करने से पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर स्वच्छ रहता है।
- शरीर और मन के सारे नकारात्मक तत्व और विचारों को मिटा देता है।
Kapalbhati Pranayam Procedure: इस आसन को करने की सही प्रक्रिया
- एक समान, सपाट और स्वच्छ जगह पर जहाँ पर स्वच्छ हवा हो वहाँ पर कपडा लगाकर बैठ जाये।
- आप सिद्धासन, वज्रासन या पद्मासन में बैठ जाये।
- बैठने के बाद अपने पेट को ढीला छोड़ दे।
- अब अपने नाक से सांस निकलने की क्रिया शुरू करे। सांस को बाहर छोड़ते समय पेट और अंदर की और धक्का दे।
- सांस अंदर लेने की क्रिया करने की जरुरत नहीं है। इस क्रिया में सांस अपने आप अंदर लिया जाता है।
- लगातार आपन जितने समय ऐसा कर सकते है उतनी देर करे।
- आप चाहे तो बीच में कुछ समय का आराम भी ले सकते है।