Liver Cirrhosis: शराब पीने वालों को है इसका ज्यादा खतरा, ना करें अनदेखा!

Liver Cirrhosis: शराब पीने वालों को है इसका ज्यादा खतरा, ना करें अनदेखा!

लीवर को जिगर, कलेजा और यकृत के नाम से भी जाना जाता है। लीवर शरीर का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह पेट के ऊपरी भाग में पाया जाता है।

लीवर की समस्या होने पर शरीर के कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है। लीवर की समस्या तब उत्पन्न होती है जब अधिक मात्रा में धूम्रपान, शराब का सेवन, तले हुए भोजन का सेवन आदि करते है।

लीवर के ख़राब होने पर सबसे ज्यादा हेपेटाइटिस, सिरोसिस और फैटी लीवर जैसी बीमारियों की सम्भावना होती है। इसलिए यदि लीवर की समस्या उत्पन्न होती है तो इसका उपचार समय पर ही करा लेना चाहिए।

लीवर की समस्या में लीवर सिरोसिस भी एक घातक बीमारी है जो की कैंसर के बाद गंभीर बीमारियों में आती है। इसलिए इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है। आइये आज के लेख में जानते है Liver Cirrhosis के बारे में।

Liver Cirrhosis - जानिए इसके लक्षण, कारण और उपचार

Hepatic-Cirrhosis

क्या है लीवर सिरोसिस?

  • लीवर सिरोसिस के होने पर लीवर के टिशू क्षतिग्रस्त होना शुरू कर देते है ।
  • इसके कारण लीवर पोषक तत्व, टॉक्सिन और अन्य आवश्यक तत्वों का उत्पादन करने में सक्षम नहीं हो पाता।
  • लीवर सिरोसिस होने के कारण अधिक मात्रा में लीवर की कोशिकाएं डैमेज हो जाती है और उनके स्थान पर फाइबर के तंतु बनने लगते है।
  • इस बीमारी में लीवर का आकर असामान्य हो जाता है।
  • लीवर सिरोसिस की लास्ट स्टेज आने पर इसके उपचार के लिए लीवर प्रत्यारोपण करना पड़ता है।

लीवर सिरोसिस को कैसे पहचाने

लीवर सिरोसिस के शुरू के लक्षणों को पहचानना कठिन होता है, परन्तु बीमारी के बढ़ने पर लक्षण दिखाई देने लगते है।

  • थकान होना
  • खुजली का होना
  • भूख में कमी आना
  • वजन का अचानक कम और ज्यादा होना
  • शरीर पर लाल-लाल चकतों का आना
  • आँखों और त्वचा का पीलापन होना
  • पैर, पेट पर सूजन का होना

लीवर सिरोसिस होने के कारण

  1. रक्तवर्णकता होने से भी लीवर सिरोसिस की स्थिति बनी रहती है।
  2. डायबिटीज और मोटापा भी लीवर सिरोसिस का कारण बनते है।
  3. दवा या फिर बाहरी टॉक्सिन्स के इन्फेक्शन होने से भी लीवर सिरोसिस हो सकता है।
  4. यदि किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस बी और वायरल सी का संक्रमण है तो उसे लीवर सिरोसिस होने का भी खतरा रहता है।
  5. यदि कोई अधिक मात्रा में शराब का सेवन करता है तो लगातार शराब पीने से भी लीवर सिरोसिस हो जाता है।

लीवर सिरोसिस के उपचार

  • दवाओं के माध्यम से लीवर की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से रोका जाता है। इसका कोई स्थायी इलाज संभव नहीं हो पाया है परन्तु दवाओं की मदद से लीवर सिरोसिस के लक्षणों को कम किया जाता है और उसे नियंत्रित किया जाता है।
  • शराब का सेवन करने वालों को सबसे पहले तो शराब को छोड़ने की सलाह दी जाती है।
  • हेपेटाइटिस बी या सी से ग्रसित लोगो को एंटीवायरल दवाएँ दी जाती है।

ऊपर दिए गए लक्षणों में यदि कोई संकेत आपको देखने को मिलते है तो जल्द ही अपने डॉक्टर से संपर्क करके इसकी जाँच ज़रूर करा ले अन्यथा बीमारी के बढ़ने पर परिणाम घातक हो सकते है।

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