चिलचिलाती धूप के बाद आखिरकार मानसून ने दस्तक दे दी है| बारिश की फंवारो ने सभी का मन मोह लिया है| जब भी बारिश आती है तो पुरे वातावरण में भीनी भीनी खुशबू होती है| इस मौसम में सबको लगता है की कही बाहर जाकर कुछ चट पटा खाया जाये| केवल बच्चे ही नहीं इस मौसम में तो बड़ो को भी चाय पकोड़े की याद आ जाती है|
और ऐसा हो भी क्यों ना, शायद ही ऐसा कोई होगा जो मानसून के इस मौसम में कुछ खाने से इंकार करे| यह मौसम ही ऐसा होता है, जब हर कोई तला-भुना खाना पसंद करता है। लेकिन बाहर मिलने वाली चाट, पकोड़ी सेहत की दृष्टि से अच्छे नहीं होता है| क्योंकि इस में हमारे घर की तरह साफ़ सफाई नहीं बरती जाती है|
इसका मतलब यह नहीं है की हम आपको कुछ खाने से इंकार कर रहे है| बल्कि आज हम आपको घर पर ही कुछ स्वादिष्ट व्यंजन बनाना बता रहे है| इस तरह आप और आपके परिवार वाले इस मानसून में लजीज पकवानों का लुफ्त भी उठा पाएंगे और आपको हाइजीन की भी चिंता नहीं रहेगी| तो आइये जानते है Monsoon Recipes in Hindi.
Monsoon Recipes in Hindi - मानसून का स्वागत लजीज व्यंजनों के साथ
मुंह में पानी लाए मूंग के पकौड़े
हम में से शायद ही ऐसा कोई होगा जिसे बारिश के दिनों में मूंग दाल के पकोड़े खाने का मन नहीं किया होगा| यह सभी को पसंद आते है| खास बात तो यह है की इनमे प्रोटीन भी मौजूद होता है, जो शरीर के लिए आवश्यक है साथ ही यह स्वाद से भी भरपूर है| कुछ लोग मूंग के पकौड़े को मंगोड़ी भी कहते है| सामग्री:- छिलके वाली मूंग दाल - 100 ग्राम
- पानी - 500 मिलीलीटर
- ताज़ा हरी धनिया पत्ती - 20 ग्राम
- खड़ा धनिया - 1 छोटी चम्मच लाल
- मिर्च- एक चौथाई छोटी चम्मच
- हरी मिर्च- 3-4 ( काट लें)
- अदरक- 1 इंच लम्बा टुकड़ा
- नमक - स्वाद के अनुसार
- तलने के लिए पर्याप्त मात्रा में तेल
Moong Pakoda तैयार करने के लिए आपको एक रात पहले मूंग को आधा लीटर पानी में आधा घंटे तक भिगोकर रखना होगा। ऐसा करने से मूंग मुलायम हो जाते है| इसके बाद मूंग को पानी से बाहर निकाल लें मगर पानी को फेंकें नहीं। एक ग्राइन्डर में मूंग लेकर और उसमें थोड़ा सा पानी डालकर गाढ़ा, बारीक पेस्ट बना लें। लेकिन एक बात का ख्याल रहे की पेस्ट इतना गाढ़ा होना चाहिए कि उंगली पर लेने पर वह बहकर नीचे ना गिरे। अब इस पेस्ट को ऐसे ही छोड़ दे|
अगले दिन दाल किसी बड़े बर्तन में निकालें| और सारे मसाले जैसे की अदरक, हरी मिर्च, काली मिर्च आदि को अच्छी तरह फैट लें| मगौड़ों के लिये मिश्रण तैयार है| एक कढ़ाई में तेल डाल कर गरम करें| फिर मिश्रण से थोड़ा थोड़ा मिश्रण लेकर कढ़ाई में डालें| एक बार में 10 मगौड़े कढ़ाई में डाल दें| हलके भूरे होने तक पकने दे| दूसरी बार भी फिर से इसी तरह कढ़ाई में मगौड़े डाले|सारे मगौड़े इसी तरह बना कर तैयार कर करलें| आपके मूंग की दाल के मंगौड़े तैयार हैं| इसे हरी चटनी के साथ सर्वे करे|
लजीज भुट्टे की कचौड़ी
भुट्टे की कचौड़ी को बनाने के लिए थोड़ी मेहनत ज्यादा लगती है| लेकिन इसका स्वाद भी बहुत अच्छा होता है| भुट्टे की कचौड़ी को बनाने के लिए मैदे के आटे में भुट्टे का मिश्रण भरकर बनाया जाता है| आइये देखते हैं भुट्टे की कचौड़ी की रेसिपी। सामग्री:- मैदा - 1 से डेड कप
- पानी - ज़रुरत के अनुसार
- तेल – 1 टेबलस्पून
- नमक – 1/8 टीस्पून
- तेल – कचौड़ी तलने के लिए
- सौंफ – 1 टेबल स्पून
- हींग - चुटकी भर
- नमक – स्वादानुसार
- तेल – 1 टेबल स्पून
- लाल मिर्च पाउडर - 1/4 टेबल स्पून
- हल्दी पाउडर – 1/8 टेबल स्पून
- मकई / भुट्टे के दाने – 1 कप
- गरम मसाला पाउडर – चुटकी भर
- साबुत धनिया – 1 टेबल स्पून
- शक्कर – 1/2 टेबल स्पून
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बनाने की विधि:भुट्टे की कचौड़ी बंनाने के लिए सबसे पहले आपको भुट्टे के दानो को दरदरा पिसना है| फिर इसमें सूखा धनिया और सौंफ भी पीसकर मिक्स कर ले| अब एक कढ़ाई में 1 चम्मच तेल डालकर उसे गरम कर ले| और उसमे अदरक का पेस्ट और सौंफ और धनिया से पीसा हुआ पेस्ट डाले| इसे 1 सेकंड तक हलकी आंच पर भुन्ना है| अब इस पेस्ट में सारे मसाले जैसे की मिर्ची, नमक, शक्कर, आम चूर पाउडर, हरा धनिया आदि डालकर मिक्स कर ले| यदि भुट्टे पहले से ही मीठे है तो शक्कर ना डाले|
अब एक बर्तन में मैदा, 1 टेबल स्पून तेल, नमक और पानी डालकर, इसका आटा गूँथ ले| फिर गूंधे हुए आटे को ढककर 30-40 मिनट के लिए रख दें। फिर मुलायम करने के लिए और गूंध लें। अब इस आटे को 6-7 बराबर हिस्सों में बाँट लें ताकि 6-7 कचौड़ियां बन जाएँ। हर हिस्से को छोटी बॉल की तरह गोल कर लें।
अब उँगलियों की मदद हर गोल हिस्से या फिर कहे लोई को थोड़ा सा चपटा कर बेल लें और बीच में दबाकर गड्ढा जैसा बना लें। जैसा हम आलू के पराठे बनाते वक्त करते है| अब जो भरावन हमने बनाया था उसे गोले के बीचों बीच रखें और गोले की साइड को चारों ओर से उठाकर भरावन को पैक कर दें। लेकिन एक बात का ख्याल रखे की भरावन को ठंडे होने पर ही भरना है|
गोले की साइड को चारों ओर से उठाकर, ऊपर लाकर चिपका दें ताकि भरावन पैक हो जाये और तलते वक्त गिरे नहीं। अब गोल लोई के ऊपरी भाग को पकड़कर थोड़ा घुमाएं और लोई के बीच में ही चिपका दें। हल्के हाथ से लोई को बेले और मोटी पूड़ी बना लें, इसी तरह से बाकी के हिस्सों से भी कचौड़ी बना लें।
कड़ाही में तेज आंच पर तेल गरम करें, फिर थोड़ा सा ठंडा होने दे, और और धीमी आंच पर कचौड़ियों को दोनों तरफ से सुनहरा भूरा होने तक तलें। भुट्टे की कचौ़ड़ी खाने के लिए तैयार हैं| इसके लिए धनिये की हरी चटनी या इमली की मीठी चटनी जरूर तैयार करे|