ओवेरियन कैंसर - कारण, लक्षण और स्टेजेस जानें

ओवेरियन कैंसर - कारण, लक्षण और स्टेजेस जानें

कैंसर एक घातक बीमारी है, जिसमें कारण सबसे ज्यादा मृत्यु होती है| कैंसर के कई प्रकार है| जैसे रक्त का कैंसर, गले का कैंसर, हड्डी का कैंसर आदि| कैंसर के प्रकारों में से एक है ओवेरियन कैंसर|

ओवेरियन कैंसर को 'साइलेंट किलर' करार दिया गया है। कई अन्य तरह के कैंसर के समान इसके भी लक्षण लम्बे समय तक नहीं दिखाई देते हैं। जब यह होता है, तब इसके लक्षण विशेष नहीं होते हैं। परन्तु, यह एक दुखद वास्तविकता है कि जब ओवेरियन के कैंसर का अंत में पता चलता  है, तब तक  यह पहले  से ही फैल चुका होता है, जो इसके इलाज के विकल्प को सीमित कर देता है।

ओवेरियन कैंसर के लक्षणों की बात करे तो इसके सामान्य लक्षण है पेट में दर्द, खाने में अरुचि, भूख न लगना, मरोड़ उठना, कब्ज की समस्या, बार-बार पेट खराब होना, हमेशा गैस रहना| कई बार इसके कारणवश अचानक से वजन में भी बहुत कमी आती है| यदि यह सभी लक्षण आपको दिखाई दे तो तुरंत चिकित्सक से जरूर संपर्क करे| आइए विस्तार से जानते हैं Ovarian Cancer in Hindi.
 

Ovarian Cancer in Hindi - ओवेरियन कैंसर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां

 

Ovarian Cancer in Hindi

 

Ovarian Cancer Causes in Hindi: ओवेरियन कैंसर के कारण

  1. आप पर ओवेरियन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, यदि-
  2. ओवेरियन कैंसर का आपके परिवार में इतिहास रहा हो।
  3. 40 साल की उम्र से पहले स्तन कैंसर का एक निजी इतिहास रहा हो।
  4. 50 साल क उम्र से पहले स्तन कैंसर का निजी इंतिहास और साथ ही एक या अधिक करीबी रिश्तेदार  में  भी इस कैंसर का पता चलना।
  5. दो या दो से अधिक रिश्तेदारों में 50  साल की उम्र से पहले स्तन कैंसर का पता चलना  या फिर किसी भी उम्र में ओवेरियन कैंसर का पता चलना।
  6. 50 साल की उम्र से पहले स्तन कैंसर का निजी इतिहास हो।
  7. किसी रिश्तेदार में पहली या दूसरी डिग्री के स्तन कैंसर का पता चलना या फिर किसी भी उम्र में ओवेरियन कैंसर का पता चलना।
 

Symptoms of Ovarian Cancer in Hindi: ओवेरियन कैंसर के लक्षण

ओवेरियन कैंसर का पता लगाना, विशेष रूप से प्रारंभिक दौर में मुश्किल होता है| इसके पीछे का कारण यह है की इसका आकर बिलकुल छोटा, बादाम के समान होता है| और यह पेट की कैविटी के साथ गर्भाशय में होता है| Early Signs of Ovarian Cancer में से कुछ इस प्रकार हैं:-
  1. सूजन होना
  2. श्रोणि या पेट में दर्द होना
  3. खाने में मुसीबत होना या अच्छा ना लगना
  4. अक्सर या तत्काल पेशाब करना महसूस होना
इसके अलावा, ओवेरियन कैंसर के अन्य लक्षण भी हो सकते हैं जो कि निम्न है-
  • थकान होना
  • पेट की खराबी होना
  • पीठ दर्द होना
  • सेक्स के दौरान दर्द होना
  • कब्ज या मासिक धर्म में परिवर्तन होना
 

आप यह भी पढ़ सकते है:- जानिए रक्त कैंसर क्या है? इसके लक्षण और प्रकारों की जानकारी

 

ओवेरियन कैंसर के चरण

एक बार जब ओवेरियन कैंसर का पता चल जाता है, तब सर्जरी के दौरान टूमओर की स्टेज का पता की जा सकती है और फिर डॉक्टर बता सकते हैं कि कैंसर अंडाशय से बहार फैला है या नहीं। ओवेरियन कैंसर के 4 चरण होते हैं, स्टेज-1 (प्रारंभिक रोग) से लेकर स्टेज-4 (उन्नत रोग)।  आपके  उपचार की  योजना और रोग का निदान (संभावित कोर्स और अपने रोग के परिणाम) आपके कैंसर की अवस्था के आधार पर निर्धारित की जाती हैं।  नीचे Ovarian Cancer Stages का वर्णन दिया हुआ है-   स्टेज 1 - कैंसर का विकास अंडाशय या दोनों अंडाशयों तक सीमित होता है।

स्टेज 1A - कैंसर का विकास एक अंडाशय तक सिमित होता है और ट्यूमर अंडाशय के अंदर तक ही सीमित होता है। अंडाशय की बाहरी सतह पर कोई कैंसर नहीं होता है। कोई घातक कोशिकाओं से युक्त जलोदर उपस्थित नहीं होता है। कैप्सूल बरकरार रहता है।

स्टेज 1B - इस स्टेज में विकास दोनों अंडाशय तक सिमित होता है बाहरी सतहों पर बिना किसी ट्यूमर के। कोई घातक कोशिकाओं से युक्त जलोदर उपस्थित नहीं होता है। कैप्सूल बरकरार रहता है।

स्टेज 1C - ट्यूमर या तो स्टेज 1A या 1B में वर्गीकृत होता है और इनमे से एक या एक से अधिक मौजूद होते हैं-

  1. ट्यूमर एक या दोनों अंदाशयों की बाहरी सतह पर मौजूद होता है।
  2. कैप्सूल फूट चुकी है।
  3.  वहां घातक कोशिकाओं से युक्त जलोदर मौजूद है या फिर सकारात्मक peritoneal washings के साथ मौजूद है।
  स्टेज II - कैंसर के विकास में श्रोणि के साथ एक या दोनों अंडाशय शामिल होते हैं।

स्टेज IIA -  कैंसर बढ़ जाता है, जिसमे गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब, या दोनों शामिल होते  हैं।

स्टेज IIB - कैंसर अन्य श्रोणि अंगों तक बढ़ जाता है।

स्टेज IIC -  ट्यूमर या तो स्टेज 2A या 2B में वर्गीकृत होता है और इनमे से एक या एक से अधिक मौजूद होते हैं-

  1. ट्यूमर एक या दोनों अंदाशयों की बाहरी सतह पर मौजूद होता है।
  2. कैप्सूल फूट चुकी है।
  3. वहां घातक कोशिकाओं से युक्त जलोदर मौजूद है या फिर सकारात्मक peritoneal washings के साथ मौजूद है।
  स्टेज III - कैंसर का  विकास अंडाशय या दोनों अंडाशयो  तक सीमित होता है और इनमे से एक या दोनों शामिल होते हैं –
  1. कैंसर पेट के स्तर के बहार श्रोणि तक फ़ैल गया है।
  2. कैंसर श्रोणि तक सिमित होता है परन्तु इतिहास में ये साबित हो चुका है कि यह छोटी आंत या ओमेंटम तक फ़ैल जाता है।
  स्टेज IIIA - स्टेजिंग ऑपरेशन के दौरान, सर्जन एक या दोनों अंडाशय से जुड़े कैंसर को देख सकता है, परन्तु पेट में निहायत रूप से कोई कैंसर नहीं दिखाई देता है और यह लुम्फ नोड्स में नहीं फैलता है। हालांकि, जब biopsies को माइक्रोस्कोप की मदद से चेक किया जाता है, तब छोटे छोटे कैंसर डिपॉजिट्स पेरिटोनियल सतह पर पाये जाते हैं।

स्टेज IIIB - ट्यूमर एक या दोनों अंडाशयो में होता है और कैंसर के डिपॉजिट्स पेट में मौजूद होता हैं, जो कि सर्जन को दिखने के लिए काफी होते हैं पर 2 सेमी से अधिक व्यास में नहीं। कैंसर लिम्फ नोड्स में नहीं फैलता है।

स्टेज IIIC - ट्यूमर एक अंडाशय या दोनों अंडाशयो तक सीमित होता है और इनमे से एक या दोनों शामिल होते हैं –

  1. कैंसर लिम्प नोड्स में फ़ैल जाता है।
  2. कैंसर के डिपॉजिट्स 2 सेमी से अधिक व्यास के हो जाते हैं और पेट में पाये जाते हैं।
  स्टेज IV - यह ओवेरियन कैंसर का सबसे एडवांस्ड चरण होता है। कैंसर का विकास एक या दोनों अंडाशयों में हो जाता है और पेरिटोनियल गुहा के बाहर स्थित अंगों में कैंसर का प्रसार हो जाता है। प्लेऊरल द्रव का ओवेरियन कैंसर की कोशिकाओं का होना भी स्टेज 4 की निशानी है।

ऊपर दी गयी Ovarian Cancer in Hindi की जानकारी यह प्रदर्शित करती है कि इस कैंसर के निदान के लिए चिकित्सा क्षेत्र में और अधिक शोध करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

Subscribe to