Pashchima Namaskarasana: सीने और कंधे में खिंचाव लाकर उन्हें मजबूत बनाये

Pashchima Namaskarasana: सीने और कंधे में खिंचाव लाकर उन्हें मजबूत बनाये

योग हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद है। योग से मिलने वाले लाभ अनगिनत है। यही वजह है की हजारों लोगो ने योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है।

जहा एक और हजारो लोग योग का फायदा उठा रहे है, वही कुछ लोग बस इसी दुविधा में योग नहीं कर रहे है की उन्हें लगता है योग करना बहुत मुश्किल है और उनका शरीर उसे नहीं कर पायेगा।

लेकिन हम आपको बतादे कुछ ऐसे भी योग के अभ्यास है जिन्हे बड़ी ही सरलता के साथ किया जा सकता है। आज हम आपको आज ऐसी की एक योग आसन पश्चिम नमस्कार के बारे में बता रहे है।

इस योग का अभ्यास शुरू करने के लिए आपके शरीर को बहुत ज्यादा लचीला होने की जरूरत नहीं है। इसका अभ्यास कोई भी आसानी से कर सकता है। तो चलिए आज के लेख में जानते है Pashchima Namaskarasana in Hindi.

Pashchima Namaskarasana: जानिए इसे करने की विधि तथा लाभ

Reverse-Prayer-Pose-

पश्चिम नमस्कार आसन का अर्थ

पश्चिम नमस्कार शब्द, संस्कृत से लिया गया है। इसमें पश्चिम यानि पश्चिम दिशा होता है पर यहाँ दिशा से कोई तात्पर्य ना होते हुए पश्चिम का मतलब है पीछे है और नमस्कार यानि ग्रीटिंग और आसन यानि मुद्रा।

इस आसन को Reverse Prayer Pose अर्थात रिवर्स प्रार्थना आसन भी कहते हैं। पश्चिम नमस्कारासन या पीछे की ओर का नमस्कार, शरीर के ऊपरी भाग को मजबूत करने के लिए बेहतरीन है।

पश्चिम नमस्कार आसन कैसे करे?

  • इसे करने के लिए सबसे पहले सावधान की मुद्रा में ज़मीन पर सीधे खड़े हो जाएँ।
  • अब अपने कंधों को रिलेक्स करें और हाथों को शरीर के बगल में सीधे रहने दे।
  • इसके पश्चात अपने हाथों को पीठ के पीछे की और ले जाएँ और ऊपर उठाएँ।
  • फिर अपने हथेलियों को मिलते हुए नमस्ते की मुद्रा बनाएँ।
  • इस दौरान आपके हाथ ऐसे ही दिखने चाहिए, जैसा की आप हाथ जोड़ते वक्त बनाते है।
  • गहरी सांस लें और रीढ़ की हड्डी को बिलकुल सीधा रखे।
  • कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहे।
  • इसके पश्चात सांस बाहर छोडते हुये अपने हाथो को धीरे धीरे निचे ले आये।
  • अब कुछ देर आराम करे।

पश्चिम नमस्कार के फायदे

  1. यह आसन तनाव को कम करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
  2. इससे पीठ के ऊपरी हिस्से जैसे की कंधे में खिचाव आता है और यह मजबूत बनते है।
  3. यह छाती को खोलने वाला आसन है, इससे सीना चौड़ा होता है।
  4. जिन लोगो को कलाई में दर्द रहता है उन्हें इस आसन का अभ्यास करना चाहिए।
  5. पश्चिम नमस्कार करने पर आप अच्छे से सांस ले पाते है, जिससे आपका डाइजेशन सुधरता है और मेटाबोलिक रेट अच्छा होता है।

पश्चिम नमस्कार आसन में सावधानी

  • जिन लोगो को कंधो में किसी तरह की चोट लगी हो या बहुत दर्द हो, वे पश्चिम नमस्कार ना करे।
  • निम्न रक्तचाप से पीड़ित इसे करने से पहले डॉक्टर से राय ले।
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