शरीर को ठंडक प्रदान करता है शीतली प्राणायाम, जानें विधि और लाभ

शरीर को ठंडक प्रदान करता है शीतली प्राणायाम, जानें विधि और लाभ

गर्मियों के दिन शुरू हो गए है| इन दिनों सभी के हाल बेहाल रहते है| घर में तो कूलर, ऐसी चलाकर हम लोग राहत पा लेते है लेकिन जब बाहर जाने की बात हो तो गर्मी से बच पाना मुशकिल है| बाहर धुप के वजह से ना केवल हमारी त्वचा झुलस जाती है बल्कि हमारे शरीर से भी पूरी ऊर्जा निकल जाती है|

गर्मियों के दिनों में कुछ लोगो को तो चक्कर, सिरदर्द जैसी भी समस्या होती है| कई बार यह समस्या बढ़ने भी लगती है| इसलिए हमारे लिए जरुरी है की हम मौसम के अनुरूप अपने शरीर का ख्याल रखे| प्राणायाम इसमें आपकी मदद कर सकता है| कुछ प्राणायाम क्रियाए ऐसी होती है जो सर्दी में गर्मी और गर्मी में ठंडक पहुँचाने का काम करती है|

अभी गर्मी की बात चल रही है तो हम आपको बताना चाहते है की शीतली प्राणायाम से गर्मी के मौसम में राहत पाई जा सकती है। शीतली प्राणायाम प्राणायाम ना केवल शीतलता प्रदान करता है बल्कि मन की शांति भी देता है| शरीर को ठंडक पहुंचाने के कारण इसे कूलिंग ब्रीथ कहा जाता है| आइये विस्तार से जानते है Sheetali Pranayama in Hindi.
 

Sheetali Pranayama in Hindi: गर्मी से निजात दिलाने में मददगार

 

Sheetali Pranayama in Hindi

  शीतली प्राणायाम शरीर और दिमाग को शीतलता प्रदान करता है| इसलिए गर्मी से होने वाले रोगों में राहत दिलाने के लिए इसका अभ्यास किया जाता है| इसका नियमित अभ्यास करने वालो को मानसिक शांति प्राप्त होती है और शरीर में प्राणों का प्रवाह नियमित और नियंत्रणपूर्वक होता है|

जिन लोगो को अक्सर सिरदर्द होता है और जो लोग बार बार तनाव लेते रहते है| उनके लिए यह योगासन बहुत काम का है। इस प्राणायाम की मदद से आप सिरदर्द दूर भगा सकते हैं क्योकि इससे दिमाग शांत रहता है। तनाव दूर भगाने के लिए यह इंस्टैंट उपाय से कम नहीं है|

दरहसल शीतली प्रणायाम एक छायादार वृक्ष की तरह है जो भरपूर ऑक्सिजन का निर्माण करते हैं। इसलिए जो लोग स्वस्थ निरोगी शरीर पाना चाहते है वे लोग इस प्राणायाम का अभ्यास जरूर करे|
 

Sheetali Pranayama Steps in Hindi: शीतली प्राणायाम को करने की विधि

  1. शीतली प्राणायाम का अभ्यास करने के लिए एक समतल स्वच्छ जगह पर आसन बिछाकर सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं।
  2. इसके पश्चात अपनी जीभ बाहर निकाले और जीभ को दोनों ओर से इस प्रकार मोड़ें कि आपकी जीभ की आकृति ट्यूब के समान बन जाये|
  3. आपको अपनी ट्यूब के आकर की बनाई गई जीभ की मदद से साँस भरना है| हवा इस ट्यूब से गुजरकर मुँह और तालु को ठंडक प्रदान करती है|
  4. इसके बाद जीभ अंदर कर लीजिए और मुंह बंद करले| फिर नियंत्रणपूर्वक साँस धीरे धीरे नाक के द्वारा बाहर निकाले|
  5. जिस वक्त आप साँस भरते है आपको इस प्रकार की ध्वनि सुनाई देती है, जैसे तेज़ हवा चलने पर हमारे आसपास आवाज़ सुनाई देती है|
  6. शीतली प्राणायाम की इस प्रक्रिया का अभ्यास आप दस बार कभी भी कर सकते हैं| गर्मी के मौसम में इसकी अवधि इच्छानुसार बढ़ाई जा सकती है|
 

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Sheetali Pranayama Benefits in Hindi: शीतली प्राणायाम के लाभ

  1. इससे रक्तचाप कम होता है. इसलिए उच्च रक्तचाप वालों को इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए|
  2. Benefits of Sheetali Pranayama कई है| शीतली प्राणायाम करने पर कार्यक्षमता बढ़ती है| ह्रदय, फेफड़े, और तंत्रिका तंत्र मज़बूत होते हैं|
  3. शीतली प्राणायाम के अभ्यास से शरीर को ठंडक मिलती है और भूख-प्यास पर भी नियंत्रण प्राप्त होता है|
  4. इससे माँसेपेशियों में स्थिरता और ढ़ीलापन आता है और एसिडिटी की समस्या होने पर भी इससे लाभ होता है|
  5. इससे शरीर में प्राणों का प्रवाह नियमित होता है| इससे मानसिक स्तर पर शाँति मिलती है और भावनात्मक संतुलन भी आता है|
 

शीतली प्राणायाम में बरती जाने वाली सावधानियाँ:-

  • निम्न रक्तचाप, सर्दी-खाँसी, दमा, कफ आदि परेशानियों से ग्रसित लोगो को शीतली प्राणायाम नहीं करना चाहिए|
  • ठंडी के दिनों में इस प्राणायाम का अभ्यास नहीं करना चाहिए| क्योंकि यह शरीर को शीतलता प्रदान करता है| और सर्दी के दिनों में आपके शरीर को गर्माहट चाहिए होती है|
  • प्राणायाम के अभ्यास से पहले योग गुरू के दिशा निर्देशों का पालन जरूर करे| इस आसन को करते वक्त रीढ़ को सीधा रखें| दोनों हाथ घुटनों पर चिन्न मुद्रा में होना चाहिए| आँखें भी बंद करे तथा पुरे शरीर को ढ़ीला छोड़ दें|
  • इसका अभ्यास पूरा होने के बाद कुछ देर विश्राम करें|
  ऊपर आपने जाना Sheetali Pranayama in Hindi. शीतली प्राणायाम को करने से से गर्मी से निजात पाई जा सकती है। पर जितना हो सके सूर्योदय या सूर्यास्त के समय ही इसे करें। तेज धूप में इस प्राणायाम को करने से बचे। धूल भरे वातावरण में भी इसे नहीं करना चाहिए।
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