टाइफाइड (Typhoid) एक प्रकार संक्रामक रोग है जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इसे मियादी बुखार भी कहते है। यह बुखार Salmonella Typhi के कारण होता है। इस बीमारी को एंटीबायोटिक दवाई की मदद से रोक जा सकता है। आइये जानते है टाइफाइड के बारे में पूरी जानकारी।
यदि आप किसी टाइफाइड संक्रमित व्यक्ति के हाथ का झूठा खाना खाते है तो आप भी इसकी चपेट में आ सकते है। या फिर गंदे पानी या अस्वच्छ खाद्य पदार्थ की वजह से भी टाइफाइड होने का खतरा बना रहता है।
यह बुखार अधिकतर 1 महीने तक रहता है और यह शरीर में पूरी तरह से कमजोरी फैलाता है। इससे बचने के लिए आपको अपने ख़ान-पान पर पूरी तरह से ध्यान देने ज़रूरी है। जिससे पीड़ित व्यक्ति स्वस्थ महसूस कर सके और टाइफाइड को जल्द से जल्द दूर कर सके।
टाइफाइड (Typhoid) के कुछ मुख्य लक्षण:
- बदन दर्द
- कमजोरी आना
- सर दर्द
- पेट दर्द
- कम भूख लगना
- तेज़ बुखार होना
- बीमारी के अधिक बढ़ने पर आंतो मई अलसर होना।
- इस समय में बड़ो को कब्ज और बच्चों को दस्त हो सकती है।
टाइफाइड बुखार का ईलाज कैसे किया जाता हैं?
- टाइफाइड (Typhoid) का इलाज करने के लिए सबसे पहले मरीज को एंटीबायोटिक दवाई दी जाती है।
- हमेशा पानी को पीने से पहले उबाल ले ताकि वो स्वच्छ रहे और आपको कोई नुकसान ना हो।
- बाज़ार मे बिकने वाले खाद्य पदार्थ का बिलकुल भी सेवन न करें। सिर्फ घर में बना पौष्टिक आहार का ही सेवन करें। इस स्थिति से बचने के लिए आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। ताकि आप जल्द से जल्द इस बीमारी से बच सके।
- रोज़ लहसुन को गरम पानी के साथ लेने से भी टाइफाइड बुखार काम होता है और इम्यून सिस्टम बढ़ता है।
- टाइफाइड पीड़ित व्यक्ति की रोज़ की चीज़ो को अलग से रखे। जैसे: टॉवल, साबुन, चद्दर, कपड़े आदि। और इन सब चीज़ो को रोज़ अच्छे से गरम पानी में धोना चाहिए।