Amnesia in Hindi: याददाश्त खोने की बीमारी एमनेशिया होने के हैं कई कारण

Amnesia in Hindi: याददाश्त खोने की बीमारी एमनेशिया होने के हैं कई कारण

चिकित्सीय भाषा में भूलने की बीमारी को एमनेशिया के नाम से जाना जाता है। Amnesia दरअसल इंसान की उस अवस्था को कहा जाता है जब इंसान अपने मस्तिष्क में संग्रहित यादों को अपनी स्मृति में सम्हाल कर नहीं रख पाता है।

याददाश्त के इस विषय को बॉलीवुड के फिल्मों में बहुत बार इस्तेमाल किया जा चूका है। पर फिल्मों में इसका इस्तेमाल बड़े हीं नाटकीय ढंग से किया जाता है और वास्तविक जीवन की सच्चाई से यह बहुत दूर होता है।

फिल्मों और क़िताबों आदि में तो यह बहुत हीं ज्यादा प्रयोग किया जाता है पर असल ज़िंदगी में यह बहुत दुर्लभ समस्या माना जाता है। छोटी मोटी बातें भूलना जैसे कोई सामान कहीं रख के भूल जाना, किसी का जन्मदिन भूल जाना आदि तो सामान्य बात होती है जो Amnesia Disease से बहुत हीं अलग होती है।

एमनेशिया से ग्रसित व्यक्ति अपने अतीत की किसी प्रकार की यादों को याद नहीं रख पाता साथ हीं इसके कारण वो नई जानकारी को इकट्ठी नहीं कर सकता और भविष्य के बारे में किसी प्रकार की कोई कल्पना भी करना उसके लिए मुश्किल होता है। आज के इस लेख में पढ़ें Amnesia in Hindi.

Amnesia in Hindi: जाने भूलने की बीमारी के कारण लक्षण और बचाव

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एमनेशिया के कारण (Causes of Amnesia)

  • विशेषज्ञों के अनुसार याददाश्त का कम हो जाना और याददाश्त का बिलकुल खो जाना दो भिन्न बाते होती हैं।
  • वृद्ध लोगों में ये समस्या अक्सर 60 साल की उम्र के बाद हीं देखने को मिलती है और वृद्धों में होने वाली इस अवस्था को Dementia कहा जाता है।
  • अगर बात युवाओं की करें तो इनमे एमनेशिया की समस्या के होने की विभिन्न वजहें हो सकती हैं, जैसे बहुत ज्यादा स्ट्रेस होना, अत्यधिक अल्कोहल और सिगरेट का सेवन करना या फिर नींद में अनियमितता।
  • कभी कभी एक्सीडेंट और ब्रेन में होने वाले ट्यूमर आदि से भी स्मृति चले जाने की समस्या हो जाती है।
  • एक्सीडेंट और ब्रेन ट्यूमर की समस्या से जाने वाले यादाश्त को सर्जरी के माध्यम से वापिस लाने की संभावना रहती है पर अन्य लाइफ स्टाइल की समस्याओं से जाने वाले याददाश्त को वापिस लाने के लिए योग, ध्यान और संतुलित आहार लेने से हीं ठीक किया जा सकता है।
  • ब्रेन के सेल्स के डैमेज हो जाने की वज़ह से व्यक्ति एमनेशिया की समस्या से ग्रसित हो जाता है। ब्रेन में होने वाले ब्लड फ्लो में कमी आ जाने की वज़ह से ये सेल्स डैमेज हो जाते हैं।
  • याददाश्त को बढाने के लिए बहुत सारी दवाएं भी बाजार में उपलब्ध होती है पर ज्यादातर विशेषग्य किसी भी तरह की दवाओं के सेवन को सही नहीं बताते है।

एमनेशिया के लक्षण (Amnesia Symptoms)

  • एमनेशिया की समस्या हो जाने पर इससे पीड़ित व्यक्ति को शब्द और किसी के नामों को याद रख पाना मुश्किल हो जाता है।
  • इसके साथ साथ कुछ मामलों में एमनेशिया से पीड़ित व्यक्ति अपनी पहचान, नाम, आयु, अपने परिवार के सदस्य और बीते दिनों की सारी बातें भूल जाता हैं।
  • यदि कोई व्यक्ति मानसिक स्तर पर बहुत मजबूत नहीं होता है तो इसका भी उसके याददाश्त पर निगेटिव प्रभाव देखने को मिल सकता है।
  • जो व्यक्ति अपनी खुद की परेशानियों से बाहर निकल पाने के काबिल नहीं होता है, तो इसका पूरा प्रभाव उसकी मानसिक अवस्था पर और साथ हीं स्नायु तंत्र पर भी पड़ता है, जिसके कारण वो एमनेशिया की चपेट में आ जाता है।

ये बचाव नहीं होने देंगे एमनेशिया

जैसा की आपने ऊपर पढ़ा की एमनेशिया की समस्या ब्लैकआउट्स, सिर पर चोट, मनोभ्रंश, स्ट्रोक, और मेमोरी लॉस आदि के कारण होता है, अगर हम कुछ हेल्थी आदतों को अपना लें तब इन सब एमनेशिया के कारकों से बचे रह सकते हैं। इसके लिए आप निम्नलिखित बातों का ख्याल रखें।

  • अल्कोहल, सिगरेट या फिर ड्रग्स आदि के सेवन से जितना हो सके बच कर रहने की कोशिश करें, ये सब एमनेशिया के कारकों में से आते हैं।
  • दुर्घटनाओं के जोखिम से बचने के लिए जब भी मोटरसाइकिल या फिर स्कूटर आदि चलाये तब हेलमेट जरूर पहने और ड्राविंग के समय जोखिम स्टंट बिलकुल ना करें।
  • इसके अलावा मानसिक दृष्टिकोण से हमेशा सक्रिय रहने का प्रयास करें। इसके लिए आप चाहें तो नए नए स्थानों का भ्रमण करें, नयी नयी किताबें पढ़ें और जिस भी कम में आपकी रूचि हो वो करें।
  • संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें, अपने भोजन में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और कम वसा वाला भोजन आवश्य लें। इसके अलावा चौकलेट भी मस्तिष्क की शक्तियां बढाने में बहुत कारगर साबित होती है। काला जामुन, मछली, चुकंदर, होल ग्रेन, कॉफ़ी सेब आदि का सेवन भी मस्तिष्क को फायदा पहुंचाती हैं।
  • हर आयुवर्ग के लोगों को थोडा बहुत शारीरिक श्रम जरूर करना चाहिए। आप चाहें तो इसके लिए नियमित रूप स कुछ व्यायाम कर सकरे हैं। विशेषज्ञों की राय में व्यायाम याददाश्त को बढाने में कारगर साबित होती है। बस इतना हीं नहीं अगर आप रोजाना व्यायाम करेंगे तो आप वृद्धावस्था में भी भूलने की बीमारी से बचे रह पायेंगे।
  • अनियमित नींद या अनिद्रा जैसी समस्याएं याददाश्त, एकाग्रता और साथ हीं आपके निर्णय लेने की क्षमता को घटा सकती हैं। इससे बचने के लिए रोजाना समुचित नींद जरूरी है। अच्छी नींद लेने वाले व्यक्ति में एमनेशिया की समस्या बहुत कम देखने को मिलती है।

एमनेशिया का इलाज (Amnesia Treatment)

  • ज्यादातर देखा जाता है की चिकित्सक भूलने की इस बीमारी एमनेशिया का उपचार मेडिसिन के माध्यम से नहीं करते हैं।
  • पर कभी कभी जब बीमारी की पहचान करने में ज्यादा देर हो जाए तो इसे कंट्रोल करने के लिए न्यूरोलोजिकल जांच और कुछ मेडिसिन का सहारा लिया जाता है।
  • कुछ मॉडर्न उपचार पद्धति के अंतर्गत रेडिएसनल टेस्ट के माध्यम से भी इसका उपचार किया जाता है।
  • इसके इलाज के लिए सबसे पहले पीड़ित के परिवार का मेडिकल हिस्ट्री लिया जाता है और मेमोरी फंक्शन का पता लगाने के लिए न्यूरोसाइकोलोजिकल जांच कराये जाते हैं।
  • हालांकि इन उपचारों से भी यह बीमारी खत्म नहीं होती है और इसके लिए अपने जीवनशैली में बदलाव कर के हीं लाभ पाया जा सकता है।

आज के इस लेख में हमने एमनेशिया की बीमारी के बारे में जाना। इसके साथ हीं हमने जाना की इस बीमारी के कारण और लक्षण क्या है साथ हीं इससे बचाव के लिए हम क्या क्या कर सकते हैं।

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