गुडहल एक बहुत ही सुन्दर फूल है| इसका वनस्पतिक नाम हीबीस्कूस् रोज़ा साइनेन्सिस है| गुडहल के फूल कई अलग-अलग रंगों में पाये जाते हैं जैसे, लाल, सफेद, गुलाबी, पीला और बैगनी आदि। क्या आप जानते है यह सुंदर सा गुडहल का फूल स्वास्थ्य के खजाने से भरा हुआ है। इसका इस्तेमाल औष्धियो में किया जाता है।
गुडहल से कॉलेस्ट्रॉल, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और गले के संक्रमण जैसे कई रोगों का इलाज किया जाता है। गुडहल का फूल काफी पौष्टिक होता है जो विटामिन सी, कैल्शियम, मिनरल,एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर और आयरन का अच्छा स्त्रोत होता है|
गुडहल ना केवल यूनानी दवाइयों को बनाने के लिए बल्कि सौंदर्य बढ़ाने के लिए भी फायदेमंद है| दरहसल गुडहल के ताजे फूलों को पीसकर नरियल के तेल में मिलाकर लगाने से बालों का रंग सुंदर हो जाता है। इसके अतरिक्त चेहरे के मुहांसे ठीक करने में भी यह फायदेमंद है| कई प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में गुड़हल के फूल का उपयोग किया जाता है।
मुंह के छाले में गुडहल के पते चबाने से लाभ होता है। गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैं, क्योंकि इसमें प्राकृतिकमूत्रवर्धक गुण होते हैं। सिर्फ यही नहीं गुडहल की चाय भी एक स्वास्थ्यवर्धक हर्बल टी है। तो आइये जानते हैं Benefits of Hibiscus in Hindi के जरिये इसके अन्य फायदों के बारे में|
Benefits of Hibiscus in Hindi - जानिए गुड़हल के गुणकारी लाभ
कैंसर से राहत
गुड़हल की चाय का रोजाना सेवन करके आप कैंसर से बच सकते है। और यदि आपको कैंसर हो चुका है तो भी यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को भी धीमा कर देती है। लेकिन हां एक बात का ख्याल रहे की गुड़हल की चाय का सेवन करते समय अपनी 'कैंसर की मेडिसिन' नियमित रूप से लेना ना भूले|
स्मरण शक्ति बढ़ाये
गुड़हल की पत्तियां शरीर की एनर्जी और इम्युनिटी लेवल को बढ़ाती है। गुडहल के पत्ते या इसके फूलों को सुखाकर पीस लें। अब इसके एक चम्मच पाउडर में एक चम्मच मिर्श्री को मिलाकर पानी के साथ लेने से स्मरण शक्ति तथा स्नायुविक शक्ति बढ़ती है।कोलेस्ट्रोल रखे नियंत्रित
गुड़हल के फूल दिल की रक्षा करने के लिए बेहद ही फायदेमंद होते है। यह कॉलेस्ट्रोल, मधुमेह से सम्भंदित बीमारियाँ और रक्तचाप आदि जो की हृदय रोग का कारण बनते है इन सभी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है|आप यह भी पढ़ सकते है:- मधुमेह में फायदेमंद है दिन में दो बार पिस्ते का सेवन
त्वचा की देखभाल करे
एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और विटामिन सी से भरपूर गुड़हल की पत्तियां चेहरे के मुँहासे, झुर्रियां, और बढ़ती उम्र में चेहरे पर होने वाली कई परेशानियों को दूर करती है। लाल गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबालकर पीस ले अब उसमे शहद मिलाकर त्वचा पर लगाने से आपको जल्द ही फरक नज़र आएगा। ऐसा करने से त्वचा में ताजगी आएगी और त्वचा का रुखापन भी कम होने लगेगा और चेहरा मुलायम बनेगा।किडनी और पथरी की समस्या
गुड़हल के पत्तो से बनी चाय विदेशो में हर्बल टी के रूप में इस्तेमाल की जाती है। किडनी के रोगियों के लिए गुड़हल की चाय लाभकारी होती है| इससे किडनी की पथरी भी दूर होती है।बालों की देखभाल
क्या आप बालो के टूटने, डैंड्रफ, सफ़ेद बाल आदि समस्या से परेशान है तो जान ले Benefits of Hibiscus for Hair इससे आपके बाल घने, लम्बे, काले और मुलायम भी होने लग जायेंगे।- गुड़हल की पत्तियों को पीसकर नारियल के तेल में कुछ देर के लिए उबाल ले। ठंडा होने पर इसके तेल की सर में मालिश करने से बाल चमकदार और मजबूत होने लगेंगे और डैंड्रफ की समस्या से भी राहत मिलने लगेगी।
- गुड़हल की पत्तियों को प्राचीन पत्थर की मदद से पीसकर इसमें जैतून का तेल मिलाले। अब इस पेस्ट को सर में 10 से 15 मिनट लगाये रखे और कुछ देर बाद गरम पानी से बालों को धोलें। ऐसा करने से बाल बाउंसी और घने दिखने लगेंगे। ठीक यही प्रक्रिया को आप अंडे के साथ भी कर सकती है।
Benefits of Hibiscus in Hindi - गुड़हल फूल के अन्य लाभ
- गुडहल के पते चबाने से मुंह के छाले ठीक होते है।
- Weight Loss के लिए भी गुड़हल का इस्तेमाल लाभकारी होता है।
- गुडहल से बनी चाय का सेवन सर्दी-जुखाम और बुखार आदि को ठीक करती है।
- गुडहल के फूलों का असर बालों को मजबूत बनाने के लिये किया जाता है।
- गुड़हल में मौजूद पौष्टिक तत्व सांस संबन्धी तकलीफों को दूर करते हैं।
- गुड़हल हर्बल टी से गले के दर्द को और कफ जैसी समस्या में राहत मिलती है।
- गुडहल के फूलों को सुखाकर उस पावडर को दूध के साथ एक एक चम्मच लेते रहने से रक्त की कमी दूर होती है
- चेहरे पर बहुत मुंहसे हो गए हैं तो लाल गुडहल की पत्तियों को पानी में उबाल कर पीस लें और उसमें शहद मिला कर त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।