Brain Hemorrhage Ke Lakshan: ब्रेन हेमरेज के लक्षण पहचाने और खुद करे अपना बचाव

Brain Hemorrhage Ke Lakshan: ब्रेन हेमरेज के लक्षण पहचाने और खुद करे अपना बचाव

मनुष्य शरीर में सबसे मुख्य अंग दिमाग होता है जिसकी मदद से पूरे शरीर का संचालन होता है। पर इसी मस्तिष्क को कई बार ब्रेन हेमरेज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ब्रेन हेमरेज होने पर ज्यादातर लोगों की जान चली जाती है या फिर पूरे शरीर में लकवा मार जाता है इसलिए इसके बारे में जानकारी होनी बहुत ज़रुरी है।

ब्रेन हेमरेज क्या होता है ? ब्रेन हेमरेज के शुरूआती लक्षण क्या होते है ? ब्रेन हेमरेज के लक्षण दिखाई देने पर इसका उपचार किस तरह किया जा सकता है? ब्रेन हेमरेज जैसी घातक बीमारी से खुद को बचा पाना मुमकिन है या नही ? यह सभी सवाल किसी न किसी व्यक्ति के मन में ज़रुर आते है।

सर्दियों के मौसम में ब्रेन हेमरेज या ब्रेन अटैक होने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है इसलिए इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। आज हम आपको इन सभी प्रश्नों से जुड़े जवाब यहाँ बतायेंगे। आपने अभी तक ब्रेन हेमरेज का नाम तो सुना होगा पर आप इसके लक्षणों से अभी तक अंजान होंगे।

ब्रेन हेमरेज के लक्षणों को पहचान कर आप तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे ताकि सही समय पर आपका सही उपचार हो सके। इसके लिए जानते है Brain Hemorrhage Ke Lakshan और उसके उपचार के बारे में विस्तार से।

Brain Hemorrhage Ke Lakshan: जाने ब्रेन हेमरेज की समस्या के लक्षण, कारण और उपचार

क्या होता है Brain Hemorrhage?

  • दिमाग के अंदर की नस के फटने को ब्रेन हेमरेज कहा जाता है।
  • मस्तिष्क से रक्त के बहने की वजह से मस्तिष्क की कोशिकाएं पूरी तरह खत्म हो जाती है जिससे व्यक्ति की खोपड़ी और मस्तिष्क के बीच दबाव बनने लगता है।
  • धमनी फटने से होने वाले आघात को हेमरेजिक स्ट्रोक या ब्रेन हेमरेज कहा जाता है।
  • ब्रेन हेमरेज को दिमागी नकसीर भी कहा जाता है।
  • ब्रेन हेमरेज होने पर व्यक्ति की मौत हो जाये ऐसा जरूरी नही होता कई बार ब्रेन हेमरेज के केस में व्यक्ति कोमा में भी चला जाता है और पेरेलेसिस जैसी बीमारी का शिकार भी हो सकता है।

ब्रेन हेमरेज होने के कारण: Brain Hemorrhage Causes

ब्रेन हेमरेज होने के बहुत सारे कारण हो सकते है आइये इन कारणों के बारे में विस्तृत से जानते है।

रक्त वाहिकाओं का कमजोर होना

  • किसी व्यक्ति की रक्त वाहिकाओं का बहुत ज्यादा कमजोर होना ब्रेन हेमरेज होने का मुख्य कारण हो सकता है।
  • अगर रक्त वाहिकाएं बहुत ज्यादा कमजोर होती है तो ऐसे में उनके कभी भी फटने का खतरा बढ़ जाता है।

दिमाग में गंभीर चोट

  • अगर किसी व्यक्ति को दिमाग में कभी भी कोई गंभीर चोट आई हो तो उसे ब्रेन हेमरेज होने का खतर बढ़ जाता है।
  • चोट लगने से रक्त कोशिकाएं कमजोर हो जाती है और उस पर कभी भी बहुत ज्यादा दबाव बढने पर उसके फटने का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में ब्रेन हेमरेज की सम्भावना और अधिक बढ़ जाती है।

उच्च रक्त चाप

  • जिन्हें रक्त चाप की शिकायत हो उन्हें विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि हाई बीपी के मरीज़ों के लिए इसका खतरा अधिक हो जाता है।
  • ऐसे में अगर कभी भी रक्तचाप के पेशेंट का ब्लड प्रेशर बहुत हाई हो जाता है तो उसकी रक्त वाहिकाएं कमजोर होकर फट सकती है जिससे ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
  • इसलिए ब्लड प्रेशर के मरीज़ों को अपना बीपी नियंत्रण में रखने की बहुत आवश्यकता होती है।

नशे की लत

  • बहुत ज्यादा मात्रा में शराब, धुम्रपान की लत होना भी इसका कारण हो सकता है।
  • ड्रग लेने की वजह से भी ब्रेन हेमरेज का खतरा बढ़ जाता है।

दवा के साइड इफेक्ट

  • कई बार लोगों को दवाओं के सेवन से दुष्प्रभाव भी झेलने पड़ जाते हैं।
  • किसी भी दवा के साइड इफ़ेक्ट के कारण ब्रेन हेमरेज जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

आर्टरी के बाहरी हिस्से की कमज़ोरी

  • अगर किसी व्यक्ति के मस्तिष्क के आर्टरी का बाहरी हिस्सा कमजोर है तो धीरे धीरे इसमें सुजन की समस्या आने लगती है।
  • इसे एनयूरिस्म कहा जाता है जिसकी वजह से आर्टरी फटने का खतरा बना रहता है जिसके कारण ब्रेन हेमरेज होने का खरता बहुत अधिक बढ़ जाता है।
  • आर्टरी फटने पर रक्त कोशिकाएं कभी भी फट सकती है इसलिए इससे बचाव बहुत आवश्यक होता है।

हीमोफिलिया की वजह से

  • हीमोफिलिया के कारण व्यक्ति के शरीर में रक्त का स्त्राव होने लगता है।
  • जिससे उसे ब्रेन हेमरेज होने की आशंका बढ़ जाती है।

ब्रेन हेमरेज के लक्षण: Brain Hemorrhage Symptoms

  • अचानक से आपके हाथ या पैरो में कमजोरी आने लगती है और वो सुन्न पड़ने लगते है। हो सकता है ये ब्रेन हेमरेज का एक संकेत हो।
  • बोलने में जीभ का अचानक से लड़खड़ाना, जीभ का एक तरफ हो जाना, कुछ भी बोलने या लिखने में परेशानी आना ब्रेन हेमरेज का एक संकेत हो सकता है।
  • सिर में अत्यधिक तेज दर्द का होना और सुधबुध खो देना ब्रेन हेमरेज का संकेत है।
  • दिमाग की नसों पर जोर पड़ने के कारण बेहोशी आ जाना या फिर उल्टियाँ शुरू होना ब्रेन हेमरेज का संकेत हो सकता है।
  • आँखों से दिखने में परेशानी जिससे होना हो सकता है आपको कम या धुंधला दिखने लगे और चक्कर आने की स्थिति होना ब्रेन हेमरेज का कारण हो सकता है।
  • कुछ भी निगलने में कठिनाई का अनुभव होना।

ब्रेन हेमरेज का ईलाज: Brain Hemorrhage Treatment

अगर सही समय पर ब्रेन हेमरेज के लक्षणों को पहचान कर मरीज को तुरंत उचित उपचार दिया जाये या उसे बिना विलम्ब के हॉस्पिटल ले जाया जाये तो उसे ठीक किया जा सकता है नही तो ब्रेन हेमरेज के कारण व्यक्ति की बॉडी पेरेलाइज हो सकती है या फिर व्यक्ति कोमा में भी जा सकता है। जानते हैं इसके उपचार से जुड़े तथ्य।

  1. मस्तिष्क के बेसल गैंगलिया कैप्सूल अगर पेशेंट को दिया जाये तो उस से ये ठीक किया जा सकता है।
  2. अगर आपको बार बार सिर में बहुत तेज़ दर्द होता है तो ऐसे में आपको लापरवाही नही करनी चाहिए और डॉक्टर से परामर्श ज़रुर लेना चाहिए।
  3. ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारी से बचने के लिए प्रतिदिन व्यायाम ज़रुर करे। व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करके कई तरह की घातक बीमारियों से शरीर को बचाया जा सकता है।
  4. ड्रग, धुम्रपान और शराब की लत से खुद को बचा कर रखे। ड्रग का सेवन करना ब्रेन हेमरेज का सबसे बड़ा खतरा बन सकता है।
  5. अपने बीपी को हमेशा कंट्रोल में रखने की कोशिश करे। बीपी को बढने न दे। जब भी आपका बीपी बढ़ जाये तो बिना देर के चिकित्सक के पास जाये क्योंकि उच्च रक्तचाप ब्रेन हेमरेज होने का कारक होता है।
  6. जितना हो सकते चिंता और टेंशन से खुद को बचा कर रखे क्योंकि इसकी वजह से दिमाग पर जोर पड़ने के कारण ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
  7. बाइक चलाते समय सावधानी बरते और हमेशा हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करे क्योंकि दिमाग पर अगर कभी भी चोट आती है तो इससे ब्रेन हेमरेज होने का खतरा बढ़ जाता है।
  8. अगर आपको बचपन में कभी भी दिमाग पर चोट आई हो तो विशेष ध्यान रखे।

तो ये थे ब्रेन हेमरेज के लक्षण और उपचार से जुड़े कुछ अति महत्वपूर्ण तथ्य जिनका ख्याल रख कर आप इस प्रकार की समस्या से हमेशा बचे रह सकते हैं।

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