गठिया और जोड़ो के दर्द में फायदेमंद है तितली आसन, जानिए अन्य फायदे

गठिया और जोड़ो के दर्द में फायदेमंद है तितली आसन, जानिए अन्य फायदे

हम कितना ही अच्छा खानपान क्यों ना रखे कभी ना कभी बीमार पड़ ही जाते है, कभी मौसम की मार से तो कभी शारीरिक कमजोरी से| लेकिन यदि हम अपनी दिनचर्या में अच्छे खानपान के साथ साथ यौगिक क्रियाओं को भी शामिल करले तो बीमार होने से काफी हद तक बच सकते है|

आज हम एक बहुत ही फायदेमंद आसन, तितली आसन की बात कर रहे है| इस आसन को बटरफ्लाई और बद्धा-कोणासन के नाम से जाना जाता है| इस आसन को करते वक्त आपकी मुद्रा तितली के समान हो जाती हैं| इसिलिये ही इस आसन को तितली आसन का नाम दिया गया है|

तितली आसन को करने के कई फायदे है यह ना केवल आपके पैरो को सुडौल बनाता है बल्कि आपको कई तरह की बीमारिया जैसे बदन दर्द, बुखार आना आदि परेशानियों को भी दूर करने में सहायक है| बहुत से लोगो को योग करते नहीं आता है| लेकिन यह आसन करने में बहुत ही सरल है| आइये आज के लेख में जानते है Butterfly Yoga Benefits in Hindi.
 

Butterfly Yoga Benefits in Hindi: तितली आसन के फायदे और विधि

 

Butterfly Yoga Benefits in Hindi

  तितली आसन शरीर के लिए बहुत लाभदायक है| यह आपके पीठ के निचले हिस्से को खोलने में मदद करता है और इससे कटिस्नायुशूल से राहत मिलती है| इसके अतरिक्त यह महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद है| इससे मासिक धर्म में होने वाली बेचैनी और पाचन से सम्बंधित समस्याए दूर होती है| इसके और फायदे जानने के लिए पढ़े Butterfly Yoga in Hindi:-  

पैरो की थकान दूर करे

यदि आप चल चल कर थक गए हो तो पैरो की थकान दूर करने के लिए तितली आसन करे| यह आसन जांघों की मांसपेशियों में आया तनाव और खिंचाव कम करता है| अधिक देर तक खड़े रहने या चलने के बाद तितली आसन करने से थकान दूर हो जाती है।  

गठिया और जोड़ो के दर्द को दूर करे

तितली आसन को करने से पैरों में खून का बहाव ठीक होता है| इसलिए गठिया व जोड़ों के दर्द में इस आसन को करने से काफी फायदा मिलता है|  

पेट के अंगो के लिए फायदेमंद

इस आसन का नियमित अभ्यास अंगों को उत्तेजित करता है| इससे संभावित अंडाशय, प्रोस्टेट ग्रंथि , गुर्दे और मूत्राशय के स्वास्थ्य में सुधार होता है|  

मांसपेशिया लचीली और मजबूत बनाये

बहुत से लोगो के पैर अकड़े हुए होते है जिसके चलते उन्हें अपने पैरों को मोड़कर बैठने में दिक्कत होती है| वे लोग यदि इस आसन का अभ्यास करले तो इससे पैर की मांसपेशियां लचीली व मजबूत होती हैं| इसका अभ्यास करने के बाद आप और आसानी से पैर मोड़कर बैठ सकते हैं।  

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करने में आसान

इस योग को करने से हमारा शरीर लचीला बनता है| यह योग करने में भी आसन है और अन्य योग की तरह इसे करने में आपको किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी|  

गर्भावस्था में फायदेमंद

गर्भावस्था का समय बहुत ही नाजुक होता है| तितली आसन करने से इसमें भी लाभ पहुंचता है| जो महिलाएं इस आसन का अभ्यास करती है उन्हें डिलवरी के समय दर्द कम होता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को यह आसन का अभ्यास पहली तिमाही में ही शुरू कर देना चाहिए।

इसे करने से शरीर के ‍पिछले निचले हिस्से व जंघाओं के आतंरिक हिस्से का तनाव कम होता है और यह हिस्से खुल जाते है| साथ ही साथ यह घुटनों का लचीलापन भी बढ़ाता है।
 

Titli Asana Steps: जानिए इसे करने की विधि

Baddha Konasana करने के लिए सबसे पहले तो किसी समतल स्थान पर कंबल बिछाकर बैठ जाएं। इसके पश्चात दोनों पैरों को सामने की ओर फैला लें। अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों तलवों को आपस में मिला लें। आपको इस तरह की मुद्रा बनाना है जैसे आप हाथ को जोड़ते वक्त बनाते है|

अब अपने दोनों हाथों की सहायता से पैरों की अंगुलियों को पकड़ें और एड़ी को शरीर के पास लाने का प्रयास करें। लेकिन एक बात का ख्याल रहे की आपके हाथ बिल्कुल सीधे होने चाहिए और शरीर पूरी तरह सीधा। ताकि रीढ़ की हड्डी सीधी हो जाए।

अब दोनों पैरों के घुटनों को एक साथ ऊपर की ओर लाएं फिर नीचे की ओर लाएं। जिस तरह तितली अपने पर फैलाती है| ऐसा करते वक्त सामान्य गति से सांस लें| और कोशिश करें कि पैर जमीन को न छूने पाए। इस प्रक्रिया को लगातार 20-25 बार ऊपर-नीचे की ओर ले जाएं| ध्यान रखें कोई  झटका न लगे।

आसन का अभ्यास होने के बाद पैरों को धीरे-धीरे करके सीधा कर लें और कुछ समय तक शरीर को ढीला छोड़ दें।
 
ऊपर आपने जाना Butterfly Yoga Benefits in Hindi. इस आसन को करके आप भी उपरोक्त फायदे पा सकते है| इसे करते समय अपने पैरों को ज्यादा जोर से ना हिलाएं। साथ ही बताई गई विधि अनुसार ही आसन करें। इसे करते वक्त यदि किसी प्रकार का दर्द हो रहा हो इसे करना तुरंत छोड़ दे|

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