मोटापा आजकल की पीढ़ी के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। अगर आप सोचते हैं की इसके पीछे कोई एक वज़ह है तो ऐसा बिलकुल नहीं है। इसके पीछे बहुत सारी वजहे हैं जैसे गलत खान पान, अनियमित दिनचर्या, शारीरिक कार्यों में कमी आना, आरामतलब जीवनशैली इत्यादि।
आज कल हमारे खानपान पर कोई नियंत्रण नहीं रहता और हम कभी भी कहीं भी किसी भी प्रकार का खाना खा लेते है, ना कोई रूटीन ना कोई डाईट प्लान। इस अनियमित खान पान से शरीर की पाचन क्रिया प्रभावित होती है और वेट बढ़ता हुआ चला जाता है।
लेकिन इसके बाद भी बहुत लोग जागरूक हुए हैं और अपने मोटापे को कम करने के लिए बहुत सारे उपाय जैसे जिमिंग, एरोविक्स, योग आदि करते है। पर कोई भी उपाय जबतक लोग नियमित रूप से नहीं करेंगे तब तक शरीर पे इसका किसी प्रकार का कोई असर नहीं दिखेगा।
मोटापे को घटाने के लिए अब कई तरह के इलाज भी आ रहे हैं जिसके माध्यम से लोग अपना मोटापा घटा सकते हैं। ऐसा हीं एक इलाज है कार्बोक्सिथेरपी। कहा जाता है इसके माध्यम से मोटापे की समस्या से छुटकारा दिलाना आसान हो सकता है। आज के लेख में पढ़ें Carboxytherapy.
Carboxytherapy: अब कार्बन डाइऑक्साइड गैस के इंजेक्शन से होगा वज़न कम
अपने शरीर की चर्बी घटाने के लिए आजकल लोग क्या नहीं करते हैं, पार्कों में दौड़ते हैं, ट्रेड मिल पर घंटो एक्सरसाइज करते हैं। इसके अलावा बहुत सारे उपचार विधियों का भी इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं इलाजों फेहरिस्त में एक नई इलाज विधि की आजकल चर्चा देखने को मिल रही है। इस इलाज विधि का नाम है Carboxy Therapy।
क्या है कार्बोक्सी थैरेपी
- कार्बोक्सीथेरेपी एक उपचार विधि है जिसमे चिकित्सा के दौरान त्वचा में कार्बनडाइआक्साइड का इंजेक्शन लगा का उपचार किया जाता है, ऐसा करने से नयी रक्त कोशिकायें निर्मित होती हैं।
- इस उपचार की अच्छी बात ये होती है कि अगर इसे करते समय सेप्टिक तरीके का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे किसी भी प्रकार के दुस्प्रभाव नहीं पड़ता है।
- इस चिकित्सा का उपयोग मुख्य रूप से त्वचा को निखारने और दाग धब्बों को हटाने के लिए किया जाता है पर आजकल इसके इस्तेमाल से मोटापे को भी सफलता से कम किया जा रहा है।
- इस उपचार विधि का खर्च भी ज्यादा नहीं होता है और एक सिटिंग का करीब 3000 से 4000 रूपये तक का होता है।
Weight loss with Carboxytherapy
- मोटापे की समस्या में ज्यादातर देखा गया है की फैट पेट के ऊपर जा कर जमा हो जाता है। पेट के ऊपर जमी हुई इस चर्बी को घटाने की कोशिशों में लगे हुए लोगों के लिए यह एक अच्छी खबर है।
- वैज्ञानिकों द्वारा इस बाबत एक नई खोज की गई है, और इस खोज के अंतर्गत अगर कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरे हुए फैट पॉकेट का इंजेक्शन पेट की चर्बी पर लगा दिया जाता है तो इसके फलस्वरूप पेट पर जमा चर्बी के कम होने की संभावना बढ़ जाती है।
- नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के मुराद आलम ने इस पर ये कहा की, 'कार्बोक्सिथेरपी एक सशक्त रूप से शरीर के फैट को कम करने का एक नया तथा असरदार तरीका है।
- हालांकि उन्होंने अपनी बात में ये जोड़ते हुए कहा की इसे अभी और ज्यादा बेहतर और अनुकूल बनाये जानी की आवश्यकता है।
- यह जब एक बार और अनुकूल हो जायेगा तो यह एक लंबे समय तक चलने वाला कारगर उपचार साबित होगा।
कार्बन डाइऑक्साइड एक सुरक्षित तथा सस्ती गैस है
- जर्नल ऑफ द अमेरिकन अकैडमी ऑफ डर्मैटॉल्जी के अन्दर प्रकाशित हुई इस पूरी शोध के मुख्य ऑथर मुराद आलम जी ने इस पर कहा है की, 'इस आने वाली नई और कारगर तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह एक बहुत हीं सुरक्षित और एक बेहद सस्ती गैस है।
- इसके अलावा इस पद्धति के अंतर्गत शरीर के अन्दर जमा फैट पॉकेट में इस गैस को इंजेक्ट करना उन सभी मरीजों को पसंद आ सकता है जोप्रकृतिक चिकित्सा को पसंद करते हैं और वरियता देते हैं।'
- आखिर किस प्रकार से Carboxy Therapy for weight loss अपना काम करता है इसे अभी तक सही और सटीक तरीके से लोगों द्वारा समझा नहीं गया है।
- ऐसा माना जा रहा है कि कार्बन डाइऑक्साइड का यह इंजेक्शन शरीर में मौजूद माइक्रोसर्क्युलेशन के अन्दर बदलाव ले आता है और वहां मौजूद फैट सेल्स को नुकसान पहुंचाने लग जाता है।
कैसे हुआ ये पूरा शोध
- बताया जाता है की इस पूरे शोध के दौराब कुल 16 वयस्कों को शामिल किया गया था जिनका शरीर ओवरवेट था और जिन्हें बेतरतीब ढंग से चुना गया था।
- इनका चुनाव इसलिए किया गया था ताकि ये अपने पेट के एक साइड हर सप्ताह कार्बन डाइऑक्साइड का इंजेक्शन ले सकें और पेट के दूसरी साइड हर हफ्ते एक दिखावटी ट्रीटमेंट चलाया जाए।
- 5 हफ्ते तक चले इस पूरे शोध के बाद किए गए एक हाई-रेजॉलूशन अल्ट्रासाउंड में यह बात निकल कर सामने आयी कि इन सभी लोगों के शरीर में सतही फैट की मात्र में कमी आयी है।
- हालांकि इस पूरे शोध के दौरान इन सभी लोगों के शरीर के वेट में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं देखा गया था।
इस पूरे शोध के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. मुराद आलम ऐसा कहते है कि कार्बोक्सीथेरेपी के लिए हुए अभी तक के सभी क्लीनिकल अध्ययनों में यह सामने आया है कि इससे पेट के आकार को दुरुस्त करने में लंबे समय में आराम मिलता है। डॉ. आलम ये भी कहते है कि इंजेक्शन के माध्यम से कार्बन डाईऑक्साइड देने पर माइक्रोसर्कुलेशन में परिवर्तन होता है और चर्बी वाली कोशिकाएं धीरे धीरे क्षतिग्रस्त होती जाती हैं।
आज के इस लेख में आपने पढ़ा Carboxy Treatment से जुड़ी बहुत सारी महत्वपूर्ण बातें। जल्द हीं आप इस उपचार विधि के माध्यम से अपनी एक्स्ट्रा चर्बी को घटने में कामयाब हो सकेंगे। बस इन्तेजार कीजिये जब तक इस शोध को पूरे विश्व भर से मान्यता मिल जाए और इसका इस्तेमाल पूरे विश्व में किया जाने लगे।