मेहमानों के सामने यदि बच्चा करता है बदतमीजी, तो ऐसे करे हैंडल

मेहमानों के सामने यदि बच्चा करता है बदतमीजी, तो ऐसे करे हैंडल

छोटे बच्चों को समझाना बहुत मुश्किल होता है खासकर जब वह 10 साल से छोटे हो। इस उम्र के बच्चों के व्यवहार में कई परिवर्तन देखने को मिलते है।

इस उम्र में बच्चे क्या करते है? और क्यों करते है? इस बात को समझना मुश्किल होता है हालाँकि इस ऐज में उनको भी नहीं पता होता है की वह क्या कर रहे है और जो वह कर रहे है वह सही है या नहीं।

बचपने में बच्चे कभी कभी दुसरो के सामने भी ऐसी हरकते कर देते है जिसकी वजह से पेरेंट्स को शर्मिंदा होना पड़ता है। बच्चों के इस प्रकार के बर्ताव से उनके माता पिता भी परेशान होते है।

ऐसे में अपने बच्चे को किस तरह से हैंडल करना है इसके बारे में जानकारी होना बहुत ज़रुरी है नहीं तो आपका बच्चा बिगड़ भी सकता है। इसके लिए जानते है Dealing With Child Tantrums Around Guests के बारे में।

Dealing With Child Tantrums Around Guests: इस तरह बच्चे को समझाए

Child-Misbehavior-Problems

मेहमानों के सामने ना डांटे

  • कभी कभी बच्चे गुस्से में आकर मेहमानो के सामने कुछ गलत शब्द या फिर ऐसा कुछ बोल देते है जो की उन्हें उस समय नहीं बोलना चाहिए।
  • तो उस समय बच्चे को सबके सामने नहीं डाटना चाहिए। क्योंकि उस समय बच्चे को डाटने से उस पर गलत प्रभाव पड़ सकता है।
  • बच्चे को लगता है की उसके पेरेंट्स को उसकी परवाह नहीं है और वह हर समय उसे डाटते रहते है। ऐसे समय में धैर्य से काम ले।

बच्चे को समझने की कोशिश करे

  • यदि आपका बच्चा मेहमानो के सामने आपको बुरा भला कहता है तो उस समय तुरंत प्रतिक्रिया न दे।
  • अपने बच्चे को समझने की कोशिश करे की वह किसलिए ऐसा कर रहा है? क्या चीज है जो उसे बुरी लगी?
  • पूरी बात समझ में आने पर ही आप अपने बच्चे को अच्छे से समझा सकते है।

अपने व्यवहार में परिवर्तन लाये

  • बच्चे जो कुछ भी सीखते है वह परिवार से ही सीखते है।
  • उनके आसपास जो भी क्रिया होती है वह उसे सीख कर उसकी प्रतिक्रिया देते है।
  • इसलिए जब भी आप अपने बच्चे से बात करे तो इस प्रकार से बात करे जिस तरह आप उससे एक्सपेक्ट करते है।

संयम से काम ले

  • कभी कभी ऐसा होता है की बच्चों के द्वारा दुसरो के सामने माता पिता की बेज्जती करने से वे अपना आपा खो देते है और बच्चों को पीटने लगते है।
  • ऐसा करना सही नहीं होता है ऐसे में बच्चे पर नकारात्मक विचार उत्पन्न होते है और बच्चों का शारीरिक विकास भी रुकता है।
  • ऐसे स्थिति में संयम से काम लेना चाहिए गुस्सा शांत होने पर बात की तह तक जाना चाहिए की ऐसा क्यों हुआ।

समझाए

  • कभी कभी जो बात बच्चों को डाटने और मारने से समझ नहीं आती है वही बात प्यार से समझने में आ जाती है।
  • इसलिए अपने बच्चे को समझने की कोशिश करे की मेहमानो के सामने किस प्रकार का बर्ताव किया जाता है।
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