इओसिनोफिलिया रक्त और अस्थि में eosinophils की संख्या में अत्यधिक वृद्धि होने के कारण होता है। इओसिनोफिलिया ल्यूकोसाइट का एक भाग होता है, जिसे सामान्यतः 1 से 6 प्रतिशत तक होना चाहिए। इओसिनोफिल (एसिडोफिल) श्वेत रक्त कणिकाओं का ही एक प्रकार होता है, जो अस्थिमज्जा में पैदा होता है और रक्तप्रवाह व आँतों की परतों में मिलता है।
अनेक कारणों से इसकी संख्या में वृद्धि होती है जैसे त्वचा रोग, घातक एनीमिया, फाइलेरिएसिस, दमा आदि। इसके अतिरिक्त इओसिनोफिलिया किसी विशेष क्षेत्र में हुए रोग या फिर इन कोशिकाओं के अत्यधिक उत्पन्न होने की वजह से भी हो सकता है।
इओसिनोफिलिया से बचाव के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना चाहिए और इस बात का भी ध्यान रखे कि आप पर्याप्त विटामिन और प्रोटीन ले रहे है।
आप चाहे तो योग और व्यायाम के द्वारा भी इससे दूर रह सकते है और घरेलू उपचार भी कर सकते है। जानते है Eosinophilia Home Remedies in Hindi.
Eosinophilia Home Remedies in Hindi: घरेलु उपायों से करे इलाज
अदरक का उपयोग
- इससे निजात पाने के लिए चाय में कुछ अदरक के टुकड़े या फिर अदरक का रस डाले।
- ऐसा करने से इस समस्या से कुछ आराम ज़रूर होगा।
काली मिर्च और शहद
- पानी में काली मिर्च पाउडर और शहद का मिश्रण तैयार कर ले।
- इस घोल के दो बार के सेवन से अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी सुधार सकते हैं।
पानी पीये
- जितना हो सके उतना पानी जरूर पिए।
- यह भी इओसिनोफिलिया की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है।
मेथी का उपयोग
- 2 बड़े चम्मच मेथी को पानी में उबाल ले।
- फिर इससे गरारा करे।
नीलगिरी का इस्तेमाल
- भाप के पानी में नीलगिरी की कुछ बूंदे डाले।
- इससे बलगम को नरम और साफ़ करने में सहायता मिलती है।
व्यायाम और योग के द्वारा
- इओसिनोफिलिया से बचाव के लिए आप योग और व्यायाम का भी सहारा ले सकते है।
- इओसिनोफिलिया से निजात दिलाने के लिए त्रिकोणप्रणामासन, सूर्य नमस्कार, वज्रासन और शशांकासन का अभ्यास कर सकते है।
नीम
- नीम में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। नीम का जूस खून को साफ करने में सहायता करता है।
- इसलिए रोगी को इसका जूस देना चाहिए।
हल्दी का दूध
- प्रतिदिन हलके गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से इसमें आराम मिलता है।
कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करे
- इओसिनोफिलिया से बचाव के लिए कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करे।
आहार
- आहार के द्वारा भी इओसिनोफिलिया से बचा जा सकता है इसके लिए हल्दी, शहद, काली मिर्च, अदरक और लहसुन का सेवन करे यह आपकी प्रतिरक्षा प्राणी को मज़बूत बनाने में सहायता करते हैं।
आपको बता दे की शोध में पाया गया है खाद्य एलर्जी, इस बीमारी के प्रमुख कारणों में से एक है। अतः यदि आपको किसी भी प्रकार के खाद्य पदार्थों से एलर्जी होती हैं तो उस पदार्थ का सेवन न करे।