आँखे हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है| यह हमारे शरीर में बेहद जरुरी अंगो में से एक है| आँखे ही है जिनकी मदद से हम दुनिया से इंटरैक्ट कर पाते है, भगवान द्वारा दी गयी दुनियाभर की खूबसूरती को निहार पाते है आदि| बिना आँखों के कोई भी काम कर पाने की सोच से हम घबरा जाते है|
इसलिए ही शरीर की तरह आँखों की भी अच्छी देखभाल करनी चाहिए| क्योंकि हम में से कोई नहीं चाहता की हम इस खूबसूरत रंगभरी दुनिया को छोड़कर, एक काले अँधेरे वाले एहसास के साथ जिए|
इसके लिए यदि आपको आँखों में किसी भी तरह की परेशानी का यदि पता चलता है तो बिना देर किये उसका उपचार कर लेना चाहिए| समस्या चाहे बड़ी हो या छोटी, आँखों की समस्या को कभी भी हलके में नहीं लेना चाहिए|
आँखे हमारे लिए अनमोल है| इसलिए आज हम आपको आँखों से जुडी कुछ समस्याओं के बारे में बता रहे है ताकि बिना समय गवाय आप इन्हे पहचानकर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करे| आइये जानते है Eye Problem in Hindi.
Eye Problem in Hindi - नेत्र सम्बन्धी समस्याएं
आँखे लाल होना
आँखों का लाल होना बहुत ही सामान्य समस्या है, कई बार कंप्यूटर पर ज्यादा देर काम करने या बहुत अधिक समय तक टीवी देखने के कारणवश भी आँखे लाल हो जाती है| लेकिन यदि आपकी आँखे ऐसे ही लाल हो रही है और इसमें दर्द भी है तो यह किसी गम्भीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है| आँखे लाल होने के पीछे कई कारण हो सकते है जैसे:-- कंजंक्टिवाइटिस,
- आयराइटिस,
- आँख में चोट लगना,
- ग्लूकोमा आदि|
आँखों की रोशनी कमजोर होना
आँखों की दृष्टि कमजोर होना आजकल बहुत ही आम समस्या हो गया है| बड़े बुजुर्ग ही नहीं आजकल तो कम आयु वर्ग के स्कूल जाने वाले बच्चों को भी कमजोर आँखों के कारण चश्मे का उपयोग करते हम सभी ने देखा है|इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण आँखों में होने वाला तनाव है| दरहसल दुनिया में अधिकतर लोगो की आँखे लगातार किताबें पढ़ने से, स्मार्टफोन या कंप्यूटर स्क्रीन पर तीव्र और लंबे समय तक गाढ़ी रहती है। बहुत लंबे समय के लिए कंप्यूटर स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित करना भी आँख में तनाव पैदा कर सकता है| इसलिए पढाई या कंप्यूटर, मोबाइल्स को आप लगातार इस्तेमाल करते है तो हर 1 घंटे में अंतराल ले और आँखों की एक्सरसाइज करे|
मोतियाबिंद
Eye Diseases की यदि हम बात करे तो लोग मोतियाबिंद को बुजुर्गों में होने वाली बीमारियों की तरह देखते है| लेकिन हम आपको बताना चाहते है की यह एक ऐसा विकार है जो किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है| मोतियाबिंद, आँखों में होने वाला रोग है जिससे रोगी की आँखों की रोशनी धीरे धीरे कम होने लगती है और धुंधला दिखाई देने लगता है। वैसे तो यह बढ़ती उम्र के लोगों को अपना शिकार बनाता है। लेकिन कई बार यह युवाओं में और बच्चों में भी हो सकता है।वही कुछ बच्चों में तो यह रोग जन्म के समय से ही होता है| यह एक ऐसी बीमारी है, जिसे यदि अनदेखी कर दी जाए तो आँखों की रोशनी भी जा सकती है। इसलिए आँखों की कोई भी समस्या जैसे आँखों में जलन, आँखों का लाल होना या धुंदला दिखाई देने से लक्षण आपको दिखाई देते है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाए| अगर शुरुआती अवस्था में मोतियाबिंद का इलाज कराया जाये तो रोगी इस समस्या से निजात पा सकता है।
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आँखों में चोट
यदि आपको आँखों में चोट लग गयी है और आपकी दृष्टि आपको प्रभावित नजर आ रही है तो हो सकता है की आपको आंतरिक रक्तस्राव या अपनी आँख के आसपास की हड्डी के फ्रैक्चर हो सकता है। ऐसी स्तिथि में तुरंत चिकित्सक को दिखाए क्योकि यह एक आपातकालीन चिकित्सा है।इसके अतिरिक्त यदि किसी भी प्रकार का रसायन आँखों में जाने की स्थिति में शीघ्र ही आँखों को 5 मिनट तक पानी से धोए| इसके पश्चात चिकित्सक को दिखाए| Eye Problems को दूर रखने के लिए स्वतः उपचार करने का प्रयास ना करे|