Facial Palsy in Hindi: कैसे होता है चेहरे का लकवा और क्या हैं इसके उपचार

Facial Palsy in Hindi: कैसे होता है चेहरे का लकवा और क्या हैं इसके उपचार

लकवे की समस्या शरीर की शक्ति को कम कर देती है और मरीज का चलना फिरना तक बंद करवा देती है। यह तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त का पहुँचना बंद हो जाता है या फिर कोई रक्त नलिका फट जाती है मस्तिष्क में, इसे Bell's Palsy के नाम से भी जाना जाता है।

लकवे की समस्या कई प्रकार से हो सकती है और इन्हीं में से एक होती है चेहरे के लकवे की समस्या। इसके हो जाने पर पीड़ित व्यक्ति के मुंह एक तरफ का हिस्सा अफेक्ट हो जाता है और चेहरे का एक कॉर्नर झुका हुआ नजर आने लगता है।

Facial Paralysis की समस्या होने पर पीड़ित का एक तरफ का गाल बिलकुल ढीला पड़ जाता है। इस दौरान बिना आपकी इच्छा के हीं आपके मुंह से थूक आदि बाहर निकलने लग जाता है और थूक सीधा फेंक पाना मुश्किल हो जाता है।

इस समस्या में फेशियल मांशपेशियों पर हमला होता है और इसके कारण हसना-बोलना, खाना-पीना तथा मुंह का संचालन आदि भी बंद हो जाया है। इस रोग के होने पर रोगी अपने चेहरे से कोई भी प्रतिक्रिया देने में सक्षम नहीं रह जाता है। आइये आज के इस लेख में इसी Facial Palsy in Hindi के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Facial Palsy in Hindi: फेशियल पैरेलिसिस क्या है जाने इसके लक्षण और उपचार

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Facial Palsy क्या है?

  • चेहरे के लकवे की समस्या दरअसल चेहरे की नसों में उत्पन्न होने वालो समस्याओं की वज़ह से होता है। इसकी वज़ह से चेहरे के एक साइड की मसल्स में वीकनेस आ जाती है।
  • साथ हीं तंत्रिकाओं में सूजन बढ़ जाती है और इसी सूजन बढ़ जाने के कारण चेहरे की मांसपेशियाँ सही ढंग से कार्य नहीं कर पाती हैं।
  • मनुष्य के चेहरे की दो नसें होती हैं, एक नस चेहरे के दाहिने तरफ होती हैं और दूसरी बाईं तरफ होती है।
  • इन दोनों नसों की कई अलग शाखाएं भी होती हैं और मुख्य शाखा चेहरे के एक एक साइड अपनी ज्यादातर मांसपेशियों को कंट्रोल करती है।
  • इसी क्रिया की वज़ह से चेहरे की अभिव्यक्ति तथा मांसपेशियों को कंट्रोल किया जाता है जिससे आंखों तथा होंठों को बंद किया जाता हैं और खोला जाता है।
  • अधिकतर मामले में चेहरे के लकवे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाता की आखिर तंत्रिका में सूजन क्यों हो गया है।
  • रिसर्चर्स को इस बात पर संदेह है कि तंत्रिकाओं में सूजन सबसे ज्यादा विषाणुओं के संक्रमण से हीं आरम्भ होती है।
  • चेहरे के लकवे के एक प्रकार को रामसे-हंट सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है, यह उसी वायरस की वज़ह से होता है जिसकी वज़ह से चिकन पॉक्स और दादुर होते है।
  • चेहरे के लकवे के होने की एक वज़ह लाइम रोग भी होता है, पर इसकी वज़ह से यह बहुत रेयर केस में हीं होता है।
  • मधुमेह की समस्या से ग्रसित लोगों को चेहरे के लकवे की समस्या होने की ज्यादा संभावना रहती है।

Facial Nerve Palsy के लक्षण

  • सामान्य तौर पर देखा जाता है की चेहरे के लकवे के लक्षण बहुत धीरे-धीरे शुरू होते हैं और करीब 48 घंटों के अन्दर यह अपने चरम पर पहुँच जाते हैं।
  • इसके आरंभिक लक्षणों में चेहरे के एक साइड, कान के चारों तरफ या आसपास के हिस्से में दर्द बढ़ जाता है और यह धीरे धीरे बढ़ता हीं चला जाता है।
  • इस दौरान आपका स्वाद बिगड़ जाता है और कुछ भी खाने पर बेस्वाद महसूस होता है।
  • इसके लक्षणों में व्यक्ति को सामान्य तौर पर अपने चेहरे के एक साइड अपने मुंह तथा आंख को बंद करने और खोलने में परेशानी होने लग जाती है।
  • इस दौरान मुंह से भोजन करने, बोलने, थूक फेंकने आदि में भी समस्याएं उत्पन्न होने लग जाती है और साथ हैं आंखें भी सामान्य अवस्था से काम नहीं कर पाती है।

चिकित्सकीय जांच

  • सामान्य तौर पर चिकित्सक पीड़ित व्यक्ति की शारीरिक जांच पड़ताल के आधार पर चेहरे के लकवे का इलाज कर सकते हैं।
  • इस दौरान चिकित्सक आपके चेहरे की मांसपेशियों की वीकनेस का निरिक्षण करेगा साथ हीं आँखों की स्थिति जांचेगा की आँखें सामान्य रूप से बंद करने की आपकी क्षमता पर किसी प्रकार का कोई असर तो नहीं हुआ है।
  • हो सकता है की चिकित्सक इस दौरान आपके फेशियल एक्सप्रेशन जानने के लिए आपको मुस्कुराने या फिर मुंह बनाने के लिए कहे ताकि वो आपके चेहरे के दोनों साइड के फर्क को समझ सके।
  • इसके अलावा आपका चिकित्सक आपके शरीर के किसी अन्य हिस्से में सुन्नता या कमजोरी के लक्षण की भी जांच या पूछताछ कर सकता है।
  • निरिक्षण के दौरान अगर कोई अन्य लक्षण नहीं मिलते हैं और समस्या सिर्फ चेहरे की मांसपेशियों में वीकनेस की होगी तो आपका चिकित्सक बिना किसी और परीक्षण के इसका निदान कर सकता है।

Facial Paralysis Treatment

  • यदि फेशियल पैरालिसिस के लक्षण बहुत कम होते हैं, तो इसके किसी प्रकार के उपचार की कोई जरुरत नहीं पड़ती है।
  • सामन्य तौर पर चेहरे के लकवे से पीड़ित लोगों के तंत्रिका के सूजन को कम करने तथा दर्द को कम करने के लिए चिकित्सक प्रीनिसिस जिसमे डेल्टासोन, ओरासोन और अन्य होते हैं के साथ एक कॉर्टिकोस्टोरोइड देता है।
  • कुछ चिकित्सक प्रेशनिसोइन और एंटी-हर्पीस वायरस दवा भी लिखते हैं जिनमे एसाइकोविर या वैलेसीक्लोविर आदि मौखिक रूप से सेवन करने वाले दवाएं होते हैं।
  • ये दवा वायरस के ऊपर प्रहार करते हैं। सामान्य तौर पर चिकित्सक यह दवा 7 से 10 दिनों तक के लिए देते हैं।
  • अगर चेहरे का लकवा रामसे-हंट सिंड्रोम का एक हिस्सा होता है तो ऐसी स्थिति में चिकित्सक एसाइकोविर या वेलसीक्लोविर की ज्यादा मात्रा सेवन करवाता है।
  • लाइम रोग से संबंधित चेहरे के लकवे का इलाज जीवाणुओं के खिलाफ सक्रिय एंटीबायोटिक्स की मदद से किया जाता है जो कि लाइम रोग की वज़ह से हीं बनता है।
  • अगर चेहरे के लकवे से आपकी आंखों को बंद करने की क्षमता प्रभावित होने लग जाती है तो ऐसी स्थिति में आपके कॉर्निया सूख सकते है और खरोंचदार भी हो सकते हैं।
  • ऐसा होने से रोकने के लिए आप अपने आँखों पर चश्मा पहनकर हवा और धूल से अपनी आंखों की रक्षा करें। और कृत्रिम आँसू की मदद से आँखों को चिकनाई बना कर रखने की कोशिश करें।

आज के इस लेख में आपने जाना चेहरे के लकवे की समस्या से जुड़ी बहुत सारी महत्वपूर्ण जानकारियां। इस समस्या के लक्षणों के दिखते हीं तुरंत चिकित्सक से इसका इलाज शुरू करवाएं।

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