Macular Degeneration in Hindi: आँखें खराब कर सकती है मैकुलर डीजेनरेशन

Macular Degeneration in Hindi: आँखें खराब कर सकती है मैकुलर डीजेनरेशन

अगर आप ये लेख पढ़ रहे हैं तो हो सकता है की आप चिकित्सीय निरीक्षण में हों, या फिर मैकुलर डीजेनरेशन के सस्पेक्ट हों, या फिर आपके जान पहचान में कोई ऐसा होगा जो हाल हीं में मैकुलर डीजेनरेशन के लिए डॉक्टरों के निरीक्षण में रहा हो और इस समस्या का सस्पेक्ट हो।

अगर आप ये सब ना भी हों फिर भी ये लेख पढ़ रहे हों तो ये लेख आपकी जानकारी मैकुलर डीजेनरेशन के बारे में ज़रूर बढ़ा देगी। जिससे भविष्य में अगर आपको या आपके किसी क़रीबी को ये समस्या हो तो आप उसका अच्छे से निदान कर पाएं।

इस पूरे लेख में हम आपको बताने वाले हैं मैकुलर डीजेनरेशन से जुड़े तमाम तथ्य, जानकारी और इस समस्या से बचाव और निदान के लिए इस्तेमाल की जाने वाली उपयोगी बातें। इस लेख को पढ़कर आप खुद को इस समस्या से लड़ने के लिए तैयार कर पाएंगे।

तो आइये पढ़ते हैं की आखिर ये मैकुलर डीजेनरेशन की समस्या होती क्यों हैं। इसके कारण आपकी आँखों को किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है और इससे हम कैसे बच सकते हैं। जानते है Macular Degeneration in Hindi.

Macular Degeneration in Hindi: मैकुलर डीजेनरेशन के लक्षण, बचाव और उपचार

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क्या है मैकुलर डीजेनरेशन ?

  • मैकुलर डीजेनरेशन दरअसल एक प्रकार का धब्‍बेदार विकार होता है जो आपकी आँखों पर आ जाता है।
  • ये समस्या मुख्य रूप से मैकुला की वजह से होती है। मैकुला रेटिना के सेंटर में अवस्थित होता है।
  • मैकुला दरअसल आईबॉल के अंदर पृष्ठ भाग में स्थित ऊतकों की एक लेयर को कहा जाता है।
  • आमतौर पर ऐसा देखा गया है की यह परेशानी 50 वर्ष की उम्र से ज्यादा के लोगों में बहुत देखी जाती है।

मैकुलर डीजेनरेशन के प्रकार

  • मैकुलर डीजेनरेशन के दो प्रकार होते हैं।
  • इसके पहले प्रकार में आँखों में होने वाला विकार गीला और धब्बेदार होता है तो दूसरे प्रकार में ये विकार सूखा होता है।

मैकुलर डीजेनरेशन से बचाव और इसके उपचार

ओमेगा-3 फैटी एसिड पहुंचाएगा लाभ

  • मैकुलर डीजेनरेशन की समस्या से निजात के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड बहुत हीं फ़ायदेमंद होता है।
  • इस तरह की समस्या हो जाने पर कोशिश करनी चाहिए की ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन का सेवन किया जाए।
  • अगर आप नॉन वेज का सेवन करते हैं तो आपके लिए सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ मछली होगा। मछली में अच्छी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी होती है।
  • अगर आप नॉन वेज का सेवन नहीं करते हैं तो आपके लिए सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ अखरोट होगा। अखरोट में भी अच्छी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी होती है। अखरोट की इसी खूबी के कारण लोग उसे सूखा मेबा के नाम से भी जानते हैं।

स्मोकिंग का करें त्याग

  • धब्‍बेदार विकार अर्थात मैकुलर डीजेनरेशन के लिए रेस्पोंसिबल बातों में एक स्मोकिंग भी है।
  • जो लोग धूम्रपान करते हैं उनकी अपेक्षा जो लोग धूम्रपान नहीं करते हैं उनके इस समस्या से पीड़ित होने की आशंका कम होती है।
  • तो हमें इस समस्या से बचाव के लिए धूम्रपान जैसी बुराइयों को छोड़ देने की जरुरत होती है।

पोषक तत्व युक्त भोजन का करें सेवन

  • आपका शरीर तभी स्वस्थ्य और तंदुरुस्त रहेगा जब आप स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का नियमित सेवन करेंगे।
  • इसलिए हमें हमेशा पोषक तत्वों से भरपूर आहारों का हीं सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से मैकुलर डीजेनरेशन की समस्या में भी लाभ मिलता है।
  • हमें अपने भोजन में फ्रेस फ्रूट्स और ग्रीन वेजिटेबल्स को शामिल करना चाहिए।
  • ब्रोक्‍कोली, पालक, मटर, गोभी आदि वेजिटेबल्स में एंटीऑक्‍सीडेंट और ल्‍यूटीन दोनों होते हैं।
  • इन सब को भोजन में शामिल करने से बहुत सारी दूसरी बीमारियों से भी निजात मिल जाती है।

रेगुलर चेकअप जरुरी

  • आँखें मानव शरीर का सबसे सेंसेटिव हिस्सा होती है। इसकी निरंतर देखभाल की जरुरत रहती है।
  • इसलिए हमें अपने आँखों की रेगुलर जांच करवाते रहना चाहिए। इससे आँखों में होने वाली समस्याओं का पता चलता रहता है।
  • इन नियमित जांचों से अगर आपकी आँखों में कोई समस्या निकलती है तो आप शुरूआती समय में हीं इसका इलाज करवा सकते हैं।
  • मैकुलर डीजेनरेशन की समस्या का अगर शुरूआती समय में हीं पता लग जाए तो इसका उपचार बहुत आसानी से हो जाता है और पीड़ित को इसके कारण ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।

मैकुलर डीजेनरेशन के उपचार

आँखों में होने वाली इन धब्बेदार विकारों का इलाज हम दो तरीके से कर सकते हैं। इसके लिए या तो हम दवाओं का सेवन कर सकते हैं या फिर शल्य चिकित्सा के माध्यम से भी इसका इलाज कर सकते हैं। जानते हैं इन दोनों के बारे में एक एक कर के।

फ़ायदेमंद तत्वों का सेवन करें

  • इस समस्या के निदान के लिए विटामिन तथा जिंक का सेवन बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभदायक माना जाता है।
  • इसके सेवन से धीरे धीरे आँखों पे बढ़ते धब्‍बेदार परत को कम किया जा सकता है।
  • नेशनल आई इंस्‍टीट्यूट के माध्यम से कराये गये एक रिसर्च में भी यह बात सामने निकल कर आयी कि विटामिन तथा जिंक का नियमित सेवन आंखों के सभी प्रकार के विकारों को बढ़ने से रोक देता है।
  • इस रिसर्च में ये भी सामने आया की यदि पीड़ित व्यक्ति में मैकुलर डीजेनेरेशन की अवस्था अभी आरम्भिक स्तर में है, तो विटामिन तथा जिंक का सेवन आपकी आंखों की रोशनी समाप्त‍ होने से भी बचा जा सकता है।

शल्य चिकित्सा करवाएं

  • अगर यह समस्या आपकी दोनों आँखों में है तो इसका इलाज शल्य चिकित्सा अर्थात सर्जरी के माध्यम से भी कराया जा सकता है।
  • शल्य चिकित्सा के माध्यम से आपकी आँखों में एक टेलीस्‍कोपिक लेंस लगाया जाएगा।
  • ये लेंस प्लास्टिक की एक छोटी सी ट्यूब के जैसी नजर आती है। शल्य चिकित्सा के बाद इसके कारण आपके आँखों की रौशनी भी बढ़ जाती है।

ऊपर दिए लेख में आपने पढ़ा मैकुलर डीजेनरेशन की समस्या से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें और जानकारियाँ। इन जानकारियों को आप भी अपने जीवन में इस्तेमाल करें और हमेशा अपनी आँखों को स्वस्थ्य और सेहतमंद रखें।

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